दुर्गा गुप्ता
रांची : शुक्रवार को प्रभात खबर कार्यालय में वास्तुविद दुर्गा गुप्ता ने पाठकों के सवालों के जवाब दिये. उन्होंने बताया कि संपन्नता चाहे आर्थिक हो या बौद्धिक, भाग्य और कर्म दोनों की प्रबलता से ही प्राप्त होगी. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर, दुकान, कारखाना या व्यावसायिक स्थान वास्तु दोष से मुक्त होंगे, तो ऐसे स्थलों पर रहनेवाले या आय करनेवाले लोग हर प्रकार से सुखी और संपन्न होंगे.
उन्होंने बताया कि उत्तर दिशा में ढाल होना बहुत शुभ होता है. उत्तर दिशा ऊंचा और भारी होना हानिकारक होता है. उत्तरी ईशान में जल स्थान का होना शुभ होता है. ईशान कोण और पूर्व दिशा यदि नीची है, तो बौद्धिक संपन्नता के साथ-साथ धन, स्वास्थ्य और प्रसिद्धि प्राप्त होती है. ऐसे घर के लोग अधिक उन्नति करते हैं.
पूर्व दिशा में सही जगह पर द्वार हो, तो धन एवं मान-सम्मान में वृद्धि होती है. ईशान कोण और पूर्व दिशा में दोष होने पर बीमारी और दरिद्रता आती है. यदि वायव्य दिशा ईशान की अपेक्षा अधिक नीची रखेंगे, तो मानसिक परेशानी से घिरे रहेंगे और आर्थिक हानि होगी. उन्होंने बताया कि वास्तु के अनुसार सभी दिशाओं का अपना विशेष महत्व है. कर्ज मुक्ति के लिए वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा में गोल दर्पण लगाने का सलाह दिया जाता है.