ज्योतिष समाधान : दक्षिण में बैठ कर करें शिवलिंग की पूजा

सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. शिवलिंग से दक्षिण दिशा में बैठकर पूजा करने से भक्तों की सारी मनोकामना पूर्ण होती है. साथ ही पूजा करते वक्त रूद्राक्ष की माला धारण करने, वेल पत्र और दूध से अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है. परिवार में सौहार्द […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2016 9:05 AM

सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. शिवलिंग से दक्षिण दिशा में बैठकर पूजा करने से भक्तों की सारी मनोकामना पूर्ण होती है. साथ ही पूजा करते वक्त रूद्राक्ष की माला धारण करने, वेल पत्र और दूध से अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है. परिवार में सौहार्द बना रहता है. यह कहना है आचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी का. वे गुरुवार को ‘प्रभात खबर’ पटना कार्यालय में आयोजित ज्योतिष काउंसेलिंग में पाठकों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे.

पूछे गये प्रश्न व जवाब :

प्रशासनिक सेवा में नौकरी का योग है या नहीं?

वृश्चिक लग्न और मकर राशि है. लग्न के स्वामी अष्टम भाव में बैठे हैं. वृहस्पति की दशा चल रही है. इससे पद लाभ होने के योग बन रहे हैं. प्रशासनिक क्षेत्र में नौकरी के पूर्ण योग हैं. बेहतरी के लिए पुखराज और मोती पहनें.

नातिन का भविष्य कैसा होगा?

मीन लग्न और मीन राशि है. लग्न के स्वामी छठे स्थान में बैठे हैं. वर्तमान में बुध की दशा चल रही है. इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान दें. बच्ची की मां के हाथ से हरा रंग की वस्तु का दान गणेश मंदिर में करायें. बच्ची का भविष्य उज्ज्वल है. साहसी और पराक्रमी बच्ची है. भगवान गणेश की पूजा करें.

बेटे का कैरियर किस क्षेत्र में बेहतर होगा?

वृश्चिक लग्न और तुला राशि है. शनि की दशा लगी हुई है. कर्म भाव के स्वामी सूर्य भी नीच के हैं. इससे पिता से मतभेद बना रहेगा. साथ ही उनसे कोई लाभ नहीं मिल पायेगा. बेहतरी के लिए भगवान सूर्य को जल अर्पित करें. इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कैरियर के लिए बेहतर संभावना है.

वर्तमान में समय में समस्याएं बनी हुई है, उपचार बतायें.

कर्क लग्न की कुंडली है. कुंभ राशि है. शनि की महादशा में बुध की अंतरदशा चल रही है. कुंडली के कारक ग्रह मंगल है, जो नीच के हैं. इससे समय प्रतिकूल चल रहा है. बेहतरी के लिए मूंगा धारण करें. भगवान शंकर की पूजा करें. धीरे-धीरे समय अनुकूल होगा.

पति की नौकरी में उन्नति कब होगी?

पति की कुंडली के कारक ग्रह मंगल है. यह राजयोग के कारक है. वर्ष 2011 से बेहतर समय चल रहा है, जो 2027 तक रहेगा. इस बीच उन्नति के योग हैं. जमीन जायदाद में वृद्धि होगी. वर्तमान में गुरु में बुध की दशा चल रही है. त्वचा संबंधी परेशानी आ सकती है. इस पर ध्यान दें. मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें. साथ ही मोती और मूंगा धारण करें.

मेरी शादी कब तक होगी?

मकर लग्न और कर्क राशि है. नवंबर 2016 के बाद शादी के योग बन रहे हैं. कुंडली में बेहतरी के योग बन रहे हैं. मीठा से परहेज बरतें. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. जल्द ही नौकरी में प्रोन्नति के भी योग बन रहे हैं.

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