करवा चौथ आज, सौ साल बाद बना दुर्लभ संयोग, जानें कुछ खास बातें

अखंड सौभाग्य, सुख-समृद्धि के लिए मशहूर करवा चौथ का व्रत इस बार बुधवार को है. इस बार सौ साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब करवा चौथ का व्रत बुधवार(गणेश भगवान व श्रीकृष्ण का दिन) को पड़ रहा हो और इस दिन बुध का रोहिणी नक्षत्र, और चंद्रमा का कन्या नक्षत्र में विचरण हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2016 9:21 AM

अखंड सौभाग्य, सुख-समृद्धि के लिए मशहूर करवा चौथ का व्रत इस बार बुधवार को है. इस बार सौ साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब करवा चौथ का व्रत बुधवार(गणेश भगवान व श्रीकृष्ण का दिन) को पड़ रहा हो और इस दिन बुध का रोहिणी नक्षत्र, और चंद्रमा का कन्या नक्षत्र में विचरण हो रहा हो. ज्योतिष के अनुसार इस बार करवा चौथ का एक व्रत करने से सौ व्रत के बराबर का फल मिलेगा.

करवाचौथ क्यों है इतना खास

कहते हैं जब पांडव वन-वन भटक रहे थे तो भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को इस दिव्य व्रत के बारे बताया था. इस व्रत के प्रताप से द्रौपदी ने अपने सुहाग की लंबी उम्र का वरदान पाया था.

1. करवा चौथ पर करें इन देवी-देवताओं की पूजा

2. करवाचौथ के दिन श्री गणेश, मां गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है.

3. चंद्रमा पूजन से महिलाओं को पति की लंबी उम्र और दांपत्य सुख का वरदान मिलता है.

4. विधि-विधान से यह पर्व मनाने से व्रती महिलाओं का सौंदर्य बढ़ता है.

करवा चौथ व्रत के नियम और सावधानियां

1. केवल सुहागिन या जिनका रिश्ता तय हो गया हो, वहीं स्त्रियां यह व्रत रख सकती हैं.

2. व्रत रखने वाली स्त्री को काले और सफेद कपड़े से परहेज करना चाहिए.

3. करवा चौथ के दिन लाल और पीले कपड़े पहनना विशेष फलदायी होता है.

4. करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से चंद्रोदय तक रखा जाता है.

5. पत्नी के अस्वस्थ होने की स्थिति में पति भी यह व्रत रख सकते हैं.

6. सूर्योदय से पहले स्नान कर के व्रत रखने का संकल्प लें.

7. मिठाई, फल, सेवई और पूड़ी वगैरह ग्रहण करके व्रत शुरू करें.

8. संपूर्ण शिव परिवार और श्रीकृष्ण की स्थापना करें.

9. गणेश जी को पीले फूलों की माला, लड्डू और केले चढ़ाएं.

10. भगवान शिव और पार्वती को बेल पत्र और श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें.

11. श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री और पेड़े का भोग लगाये और उनके सामने मोगरा या चंदन की अगरबत्ती और घी का दीपक जलायें.

12. मिट्टी के कर्वे पर रोली से स्वस्तिक बनायें.

13. कर्वे में दूध, जल और गुलाब जल मिला कर रखें और रात को छलनी से चंद्र दर्शन करें और चंद्रमा को अर्घ्य दें.

14. इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार जरूर करें, इससे सौंदर्य बढ़ता है.

15. इस दिन करवा चौथ की कथा की कहनी व सुननी चाहिए.

16. कथा सुनने के बाद अपने घर के सभी बड़ों का चरण स्पर्श करना चाहिए.

17. पति के पैरों को छूते हुए उनका आशीर्वाद लें.

18. पति को प्रसाद देकर भोजन करायें और बाद में खुद भोजन करें.

यह है योग जो इस करवा चौथ को बना रहे दिव्य और चमत्कारी

1. करवा चौथ का त्यौहार इस बार बुधवार को मनाया जा रहा है.

2. बुधवार को शुभ कार्तिक मास का रोहिणी नक्षत्र है.

3. इस दिन चंद्रमा अपने रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे.

4. इस दिन बुध अपनी कन्या राशि में रहेंगे.

5. इस दिन गणेश चतुर्थी व कृष्णजी की रोहिणी नक्षत्र है.

6. बुधवार गणेशजी और कृष्णजी दोनों का दिन है.

करवा चौथ में चंद्र उदय का मुहूर्त

पटना में रात 8:46 बजे, मुंबई में 9 :21 बजे,दिल्ली में 8: 47 बजे, रांची में 8:22 बजे,रायपुर में 8 :41 बजेऔर कोलकाता में रात 8:13 बजे होंगे चंद्रमा के दर्शन होंगे.

करवा चौथ की तिथि और अपयश

अब आप अपने शहर के मुताबिक चंद्र दर्शन का समय ध्यान में रखकर करवा चौथ की तैयारी शुरू कर सकते हैं, लेकिन इस बार सौभाग्य के साथ ही चांद देखना अपयश का कारण बन रहा है. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो करवा चौथ की तिथि का अपयश के गहरा संबंध है.

चतुर्थी तिथि को रिक्ता और खला कहा जाता है.

1. ज्योतिष में चतुर्थी तिथि को शुभ कार्य वर्जित होते हैं.

2. इस दिन चंद्र दर्शन से अपयश और कलंक लग सकता है.

3. इसलिए इस दिन चंद्र दर्शन निषेध होता है.

4. इस दिन गणेशजी की उपासना करके चंद्रमा को नीची निगाह से अर्घ्य देते हैं. कहते हैं कि ऐसा करने से अपयश का दोष भंग हो जाता है. इसीलिये करवा चौथ पर महिलाएं चंद्रमा को छन्नी या परछाईं में देखती हैं.

ऐसे दूर करें चतुर्थी के अपयश को

1. भगवान गणेश के सामने घी का दीपक जलाये.

2. उन्हें लड्डुओं का भोग लगाएं और \\वक्रतुण्डाय हुं\\ का 108 बार जाप करें.

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