Aaj Ka Panchang : आज है कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली, जानें आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त और अशुभ समय
Aaj Ka Panchang, Chandra Grahan kab hai, Time, Mantra, Mahatva, Kartika Purnima, Dev Diwali : कार्तिक शुक्लपक्ष पूर्णिमा दिन 02 बजकर 26 मिनट के उपरांत प्रतिपदा हो जाएगी. आज कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली है. इस दिन काशी में बड़े ही उत्सह के साथ दीपदान किया जाता है. देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा तिथि को मनायी जाती है. कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है.
Aaj Ka Panchang : कार्तिक शुक्लपक्ष पूर्णिमा दिन 02 बजकर 26 मिनट के उपरांत प्रतिपदा हो जाएगी. आज कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली है. इस दिन काशी में बड़े ही उत्सह के साथ दीपदान किया जाता है. देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा तिथि को मनायी जाती है. कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से मनुष्य के सभी पाप धूल जाते हैं. मान्यता है कि इस दिन देवता अपनी दिवाली कार्तिक पूर्णिमा की रात को ही मनाते हैं. इसलिए, यह सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है. आइये जानते हैं ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी से आज 30 नवंबर के पंचांग के जरिए आज की तिथि का हर एक शुभ मुहूर्त और अशुभ समय…
30 नवंबर सोमवार
कार्तिक शुक्लपक्ष पूर्णिमा दिन 02 बजकर 26 मिनट के उपरांत प्रतिपदा हो जाएगी
श्री शुभ संवत- 2077, शाके-1942, हिजरी सन-1441-42
सूर्योदय-06:43
सूर्यास्त -05:17
सूर्योदय कालीन नक्षत्र- रोहिणी समस्त, शिव- योग, वव- कारण
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार- सूर्य -वृश्चिक, चंद्रमा- वृष, मंगल- मीन, बुध -वृश्चिक, गुरु- मकर, शुक्र -तुला, शनि- मकर, राहु- वृष, केतु -वृश्चिक
चौघड़िया
प्रात:07:30 से 09:00 तक काल
प्रातः 09.00 से 10.30 तक शुभ
प्रातः10:30 से 12:00 रोग
दोपहरः 01.30 से 03.00 तक चर
शामः 03.00 से 04.30 तक लाभ
शामः 04.30 से 06.00 तक अमृत
उपाय
प्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्यावंदन के समय कर्पूर जरूर जलाएं।
आराधनाः“ऊँ जयन्ती मङ्गलाकाली भद्रकाली कपालिनी।दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते”।।
खरीदारी के लिए शुभ समयः शामः 04.30 से 06.00 तक अमृत।
उपायः गुड़ खाकर पानी पीकर कार्य आरंभ करें।
आराधनाःभगवान शंकर जी की आराधना करें।
राहु काल: 07.30 से 9:00 तक.
दिशाशूल-पूर्व एवं अग्नेय
।।अथ राशि फलम्।।
News posted by : Radheshyam kushwaha