Aaj Ka Panchang: आज है पूर्णिमा श्राद्ध, जानिए हर एक शुभ मुहूर्त, श्राद्ध विधि और इसका धार्मिक महत्व
Aaj Ka Panchang, Purnima Shradh 2020, Shradh Vidhi: पूर्णिमा श्राद्ध आज 1 सितंबर भाद्रपद शुक्लपक्ष चतुर्दशी 08 बजकर 46 मिनट के उपरांत पूर्णिमा है. इसबार पूर्णिमा तिथि दो दिन लग रहा है. पूर्णिमा तिथि 1 सितंबर की सुबह 08 बजकर 46 मिनट से शुरू होगी, जो 2 सितंबर 2020 को सुबह 10 बजकर 53 मिनट तक रहेगी. इसी दिन से श्राद्ध पक्ष शुरू हो रहा है, जो 17 सितंबर को समाप्त होगा. श्राद्ध पक्ष को पितृ पक्ष के नाम से भी जाना जाता है. आइये जानते हैं ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी से आज 01 सितंबर के पंचांग के जरिए आज की तिथि का हर एक शुभ मुहूर्त व अशुभ समय...
Aaj Ka Panchang, Purnima Shradh 2020, Shradh Vidhi: आज पूर्णिमा श्राद्ध है. आज 1 सितंबर भाद्रपद शुक्लपक्ष चतुर्दशी 08 बजकर 46 मिनट के उपरांत पूर्णिमा तिथि हो जाएगी. इसबार पूर्णिमा तिथि दो दिन लग रहा है. पूर्णिमा तिथि 1 सितंबर की सुबह 08 बजकर 46 मिनट से शुरू होगी, जो 2 सितंबर 2020 को सुबह 10 बजकर 53 मिनट तक रहेगी. इसी दिन से श्राद्ध पक्ष शुरू हो रहा है, जो 17 सितंबर को समाप्त होगा. श्राद्ध पक्ष को पितृ पक्ष के नाम से भी जाना जाता है. आइये जानते हैं ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी से आज 01 सितंबर के पंचांग के जरिए आज की तिथि का हर एक शुभ मुहूर्त व अशुभ समय…
1 सितम्बर मंगलवार
भाद्रपद शुक्लपक्ष चतुर्दशी दिन-08:46 उपरांत पूर्णिमा
श्रीशुभसंवत-2077,शाके-1942,हिजरीसन-1442-43
सूर्यास्त-06:16
सूर्योदय-05:44
सूर्योदयकालीन नक्षत्र-धनिष्ठा उपरांत शतभिषा,अतिगण्ड-योग,व्.-करण
सुर्योदयकालीन ग्रह-विचार-
सूर्य-सिंह,चन्द्रमा-कुम्भ,मंगल-मीन,बुध-सिंह,गुरु-धनु,शुक्र-कर्क,शनि-धनु,राहु-मिथुन,केतु-धनु
चौघड़िया
सुबह 06.01 से 7.30 बजे तक रोग
सुबह 07.31 से 9.00 बजे तक उद्वेग
सुबह 09.01 से 10.30 बजे तक चर
सुबह 10.31 से 12.00 बजे तक लाभ
दोपहर 12.01 से 1.30 बजे तकअमृत
दोपहर 01.31 से 03.00 बजे तक काल
दोपहर 03.01 से 04.30 बजे तक शुभ
शाम 04.31 से 06.00 बजे तक रोग
उपाय
बड़े बुजुर्गों, ब्रह्मणों, गुरूओं का आशीर्वाद लें
आराधनाः भगवान शिव की आराधना करें।
राहुकाल 3 से 4:30 बजे तक।
दिशाशूल-वायब्य एवं उत्तर
भाद्रपद पूर्णिमा का महत्व
इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा करने से व्यक्ति को धन-धान्य की कमी नहीं होती है. जो लोग पूर्णिमा के दिन व्रत करते हैं, उनके घर में सभी प्रकार से सुख-समृद्धि का वास होता है. इस दिन पूजा करने पर कष्ट दूर होते हैं. इस दिन उमा-महेश्वर व्रत भी रखा जाता है.