Masik Shivratri 2024 Vrat Katha: आज मासिक शिवरात्रि पर करें इस आरती का पाठ
Masik Shivratri 2024 Arti path in hindi: आज मार्गशीर्ष माह की मासिक शिवरात्रि है. इस विशेष दिन पर शिवजी की आरती करने से भाग्योदय होता है. यहां से करें मासिक शिवरात्रि पर आरती का पाठ
Masik Shivratri 2024 Arti: आज शुक्रवार 29 नवंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह की मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जा रहा है. मासिक शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित एक विशेष दिन है. इस दिन भक्तजन भोलेनाथ और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा और व्रत करते हैं. मासिक शिवरात्रि का व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आयोजित किया जाता है। आज के दिन शिवजी की आरती का पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. यहां देखें भगवान शिव की आरती
Masik Shivratri 2024 Vrat Katha: आज मासिक शिवरात्रि पर पढ़ें ये व्रत कथा, जीवन में आएगा सुख चैन
भगवान शिव की आरती (Jai Shiv Omkara)
ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे।
हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।
त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी।
त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी।
सुखकारी दुखहारी जगपालनकारी॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
लक्ष्मी, सावित्री पार्वती संगा।
पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा।
भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला।
शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥
ओम जय शिव ओंकारा॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥