Adhik Maas Amavasya 2023 Date: अधिक मास में पड़ने वाली अमावस्या तिथि बेहाद खास माना जा रहा है. क्योंकि अधिक मास में पड़ने वाली अमावस्या तिथि तीन साल के अंतराल के बाद आती है.
Amavasya tithi 2023 | सोशल मीडिया
अधिकमास अमावस्या तिथि का शुभारंभ 15 अगस्त दिन सोमवार दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर होगा. अमावस्या तिथि का समापन 16 अगस्त दिन मंगलवार दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर होगा.
Adhik Maas Amavasya 2023 Date | सोशल मीडिया
उदया तिथि मान्य होने के कारण अधिक अमावस्या 16 अगस्त 2023 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी. इस दिन सावन अधिक मास का पंचम मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा.
Adhik Maas Amavasya 2023 | सोशल मीडिया
श्राद्ध और तर्पण विधिश्राद्ध काला तिल, जौ कुश आदि से मंत्रोच्चारण विधि से करते हैं. इस दौरान अपने भूले-बिसरे पितरों का स्मरण करते हैं.
श्राद्ध और तर्पण विधि | सोशल मीडिया
सर्वपितृ अमावस्या के दिन किसी बर्तन में जल, दूध, काला तिल, शहद और जौ मिलाकर पीपल के पेड़ में चढ़ाएं. ऐसा करने के बाद वहां सफेद मिठाई, एक नारियल, कुछ सिक्के और जनेऊ भी अर्पित करें.
श्राद्ध और तर्पण विधि | सोशल मीडिया
मान्यता है कि ऐसा करने से पितर देव (pitru dev) प्रसन्न होते हैं. इसके बाद 'ॐ सर्वपितृ देवताभ्यो नमः' मंत्र का जाप करते हुए पीपल की परिक्रमा करें. इसके साथ ही मन ही मन पितृ देव से प्रर्थना करें.
श्राद्ध और तर्पण विधि | सोशल मीडिया
पितर पक्ष के महीने में दान पूण्य करने का विशेष महत्व होता है. जल में काला तिल मिलाकर तर्पण करने से पितरों को आशीर्वाद मिलता है. इससे जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है.
श्राद्ध और तर्पण विधि | सोशल मीडिया
अमावस्या के दिन भगवान शिव को काला तिल अर्पित करें. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. श्रावन अमावस्या तिथि के दिन तुसली के पौधे के निकट भी दीपक प्रज्वलित करें.
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