Monsoon: आज से शुरू होगा आद्रा नक्षत्र, जानें आपके क्षेत्र में कब शुरू होगी बारिश
22 जून से आद्रा नक्षत्र शुरू हो रहा है. इस दिन सुबह 7:11 पर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा. इस दिन कहीं कहीं सामान्य तो कहीं कहीं जोरदार बारिश की संभावना जताई गई है. इस बार बारिश सामान्य रहने की संभावना है. 5 जुलाई को आद्रा नक्षत्र का समापन होगा इसी दिन आषाढ़ पूर्णिमा व गुरु पूर्णिमा है . 6 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है 3 अगस्त को रक्षाबंधन इस दिन सुबह 8.28 बजे के बाद से रक्षाबंधन शुरू होगा.
आज (22 जून) से आद्रा नक्षत्र शुरू हो रहा है. इस दिन सुबह 7:11 पर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा. इस दिन कहीं कहीं सामान्य तो कहीं कहीं जोरदार बारिश की संभावना जताई गई है. इस बार बारिश सामान्य रहने की संभावना है. 05 जुलाई को आद्रा नक्षत्र का समापन होगा इसी दिन आषाढ़ पूर्णिमा व गुरु पूर्णिमा है . 6 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है 3 अगस्त को रक्षाबंधन इस दिन सुबह 8.28 बजे के बाद से रक्षाबंधन शुरू होगा. इससे पहले भद्रा रहेगा. 3 को रात 8:20 बजे तक पूर्णिमा है. 27 सितंबर से हथिया नक्षत्र प्रवेश कर रहा है. 10 अक्टूबर की रात को 3:55 पर इसका समापन होगा. इसी दिन रात 3:56 से चित्रा नक्षत्र शुरू हो जायेगा.बारिश का समापन 24 अक्टूबर तक होगा. इस दिन चित्रा नक्षत्र का समापन है. माना जाता है कि चित्रा नक्षत्र तक बारिश की अच्छी संभावना रहती है.
वैदिक ज्योतिष में राहु केतु से लेकर नक्षत्रों तक का काफी महत्व होता हैं. ग्रहों की चाल पर ही आंकलन के आधार पर भविष्यवाणी किया जाता हैं. बारिश को लेकर बात हो या गर्मी व नौतपे की हर मामले में वैदिक ज्योतिष में नक्षत्रों के आधार पर ही भविष्य को आंका जाता है. ऐसे में लोग अब कोरोना के बीच बरसात का इंतजार करते दिख रहे हैं. सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश के समय बनने वाली कुंडली से ही ज्योतिष में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वर्षा के संबंध में भविष्यवाणी की जाती है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार आर्द्रा नक्षत्र का स्वामी राहु ग्रह है. यह आंसू की तरह दिखायी देता है. इस वर्ष जमकर बारिश होने की संभावना है.
इस समय शनि, शुक्र, गुरु, राहू, केतु वक्र गति यानि उल्टी चाल चल रहे हैं. जिससे छुटपुट बूंदाबांदी के योग बन रहा है. 22 जून को आर्द्रा का प्रवेश मिथुन लग्न और राहु, बुध, सूर्य, चंद्र के चतुर्थ ग्रही योग में होगा. आर्द्रा से हस्त नक्षत्र तक बारिश होने की संभावना हे. वर्षा का अंतिम और आठवां नक्षत्र 11 अक्टूबर तक चलेगा. आर्द्रा नक्षत्र में सूर्य हर साल 21 जून के आसपास प्रवेश करते हैं. ऐसे में साल 2020 में भी सूर्य 21 जून रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 11 बजकर 28 मिनट पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल प्रतिपदा तिथि को आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. सूर्य के आर्द्रा प्रवेश की कुंडली में तीन शुभ ग्रह गुरु, शुक्र और बुध वक्री होकर अच्छी वर्षा के संकेत दे रहे हैं.
5-6 जून को चन्द्रमा के वृश्चिक राशि में गोचर के समय मानसून के केरल में जोरदार बारिश होने की संभावना है. वहीं मुंबई में 10 जून की अपनी सामान्य तिथि की बजाय मानसून 14 जून को चंद्रमा के मीन राशि में गोचर के समय पहुंचेगा. 18 जून को मंगल के मीन राशि में गोचर के साथ मानसून का छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जोरदार तरीके से आगमन होगा, वहीं मध्यप्रदेश में भी इसी समय के आसपास मानसून का प्रवेश करेगा. इसके अलावा सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश के बाद यानि 22 जून तक मानसून बिहार, झारखण्ड और पूर्वी उत्तर-प्रदेश में अच्छी वर्षा करेगा.
21 जून के बाद मिथुन राशि में राहु के गोचर के चलते इस साल पूर्वोत्तर में तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश होगी. इसके बाद 2 जुलाई को चंद्रमा वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे है. इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में मानसून का प्रवेश कराएंगे. मंगल के मीन राशि में गोचर के चलते जुलाई के महीने में उत्तर भारत में अच्छी वर्षा होने की संभावना है. वहीं मीन राशि से प्रभावित मुंबई में बाढ़ का खतरा बना रहेगा.