Ahoi Ashtami 2022: 17 अक्टूबर रखा जाएगा अहोई अष्टमी का व्रत, भूलकर भी न करें ये गलतियां

Ahoi Ashtami 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष अहोई अष्टमी व्रत 17 अक्टूबर 2022 (Ahoi Ashtami 2022 Date) के दिन रखा जाएगा. शास्त्रों में बताया गया है कि अहोई अष्टमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है और परिवार में सुख-समृद्धि की प्रार्थना की जाती है.

By Bimla Kumari | October 15, 2022 10:22 AM
an image

Ahoi Ashtami Vrat 2022: Ahoi Ashtami 2022: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन अहोई अष्टमी व्रत रखा जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष अहोई अष्टमी व्रत 17 अक्टूबर 2022 (Ahoi Ashtami 2022 Date) के दिन रखा जाएगा. शास्त्रों में बताया गया है कि अहोई अष्टमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है और परिवार में सुख-समृद्धि की प्रार्थना की जाती है. इस दिन माताएं अपनी सन्तान के कुशल भविष्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और तारा दिखने के बाद ही व्रत का पारण करती हैं.

1. खुदाई करने से बचें

इस दिन खास तौर पर मिट्टी की खुदाई नहीं करनी चाहिए. साथ ही महिलाओं को इस दिन मिट्टी का कोई भी काम करने से बचना चाहिए. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मिट्टी की खुदाई के समय एक साहूकारनी से सेई के बच्चे की मौत हो गई थी और इसके बाद उसका पूरा परिवार उजड़ गया था. जिसके बाद अहोई माता और सेई की पूजा करने के बाद ही उसे संतान की प्राप्ति हुई थी. तभी से ये व्रत रखा जा रहा है.

2. काले रंग के कपड़े

हिंदू शास्त्रों में कभी भी काले रंग के कपड़ें पहम कर पूजा करने की मनाही है. ऐसे में एहोई अष्टमी पर ध्यान रखें की व्रत रखने वाली महिलाएं या नीले रंग के वस्त्र न पहनें. साथ ही पूजा के शुरू करने से पहले भगवान गणेश का नाम जरूर लें. अहोई पर तारों की छांव में अर्घ्य देने के लिए कांसे के लोटे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

3. करवे का इस्तेमाल

अहोई अष्टमी करवा चौथ के बाद चौथ दिन होता है. माना जाता है कि इस दिन अहोई अष्टमी के व्रत में जिस करवे में जल भरकर रखा जाता है, वो वही करवा होना चाहिए जिसका उपयोग करवा चौथ पर किया है. इसके अलावा, पूजा की अन्य सामग्री नई होनी जरूरी है.

Also Read: Shree Yantra Benefits: धन लक्ष्मी यंत्र की स्थापना से होगी धन की वृद्धि, जानें पूजा व‍िध‍ि
4. तामसिक भोजन

पूजा या व्रत में खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाता है. व्रत रखने वाली महिलाएं निर्जला उपवास करती हैं और घर के अन्य सदस्यों को भी घर में प्याज लहसुन वाला खाना नहीं खाना चाहिए. इस दिन सात्विक भोजन का ही सेवन करें.

5. नुकीली या धारदार चीजें

अहोई अष्टमी के व्रत में धारदार या नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचें. इस दिन चाकू, छुरी, कैंची या सूई जैसी चीजों के उपयोग न करें, व्रत में इनका इस्तेमाल अशुभ माना जाता है.

Exit mobile version