Ahoi Ashtami Puja Ka Shubh Muhurat: आज है अहोई अष्टमी व्रत, जानें आज के पंचांग में हर एक शुभ मुहूर्त और अशुभ समय…
Ahoi Ashtami Puja Ka Shubh Muhurat: आज अहोई अष्टमी व्रत है. यह व्रत संतान की सुख के लिए किया जाता है. मान्यता हैं कि जो माताएं अहोई अष्टमी के दिन व्रत रखती हैं उनके बच्चों की लंबी उम्र होती है. ऋषिकेष पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी व्रत किया जाता है. अहोई अष्टमी व्रत 8 नवंबर दिन रविवार यानि आज रखा जाएगा. आइये जानते हैं ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी से आज 8 नवंबर के पंचांग के जरिए आज की तिथि का हर एक शुभ मुहूर्त व अशुभ समय...
Ahoi Ashtami Puja Ka Shubh Muhurat: आज अहोई अष्टमी व्रत है. यह व्रत संतान की सुख के लिए किया जाता है. मान्यता हैं कि जो माताएं अहोई अष्टमी के दिन व्रत रखती हैं उनके बच्चों की लंबी उम्र होती है. ऋषिकेष पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी व्रत किया जाता है. अहोई अष्टमी व्रत 8 नवंबर दिन रविवार यानि आज रखा जाएगा. आइये जानते हैं ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी से आज 8 नवंबर के पंचांग के जरिए आज की तिथि का हर एक शुभ मुहूर्त व अशुभ समय…
08 नवंबर रविवार
कार्तिक कृष्णपक्ष अष्टमी रात 01 बजकर 36 मिनट के उपरांत नवमी तिथि हो जाएगी
श्री शुभ संवत -2077, शाके -1942, हिजरीसन -1441-42
सूर्योदय -06:32
सूर्यास्त -05:28
सूर्योदय कालीन नक्षत्र -श्लेषा उपरांत मघा, शुक्ल -योग, वा -करण
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार – सूर्य -तुला, चंद्रमा-कर्क , मंगल-मीन, बुध-तुला, गुरु-धनु, शुक्र-कन्या, शनि-धनु, राहु-वृष, केतु-वृश्चिक
चौघड़िया
प्रात: 6 बजे से 7.30 तक उद्वेग
प्रात: 7.30 बजे से 9 बजे तक चर
प्रात: 9 बजे से 10.30 बजे तक लाभ
प्रात: 10.30 बजे से 12 बजे तक अमृत
दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक काल
दोप. 1.30 बजे से 3 बजे तक शुभ
दोप. 3 बजे से 4.30 बजे तक रोग
शाम 4.30 बजे से 6 बजे तक उद्वेग
उपाय
तांबे के लोटे में जल लें.थोड़ा लाल चंदन मिला दें।उसको सिरहाने रखकर रात को सो जाएं।प्रात: उठकर जल को तुलसी के पौधे में चढ़ा दें। ऐसा करने से धीरे-धीरे आपकी परेशानी दूर होती जाएगी।
आराधनाः ॐआदित्याय विद्महे प्रभाकराय धीमहि तन्नःसूर्यःप्रचोदयात्॥
खरीदारी के लिए शुभ समयःदोपहर:
दोपहरः 01:30 से 03:00 तक
शुभराहु काल:16:30से 18:00
दिशाशूल-
नैऋत्य एवं पश्चिम
।।अथ राशि फलम्।।
दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी
ज्योतिर्विद
संपर्क सूत्र न.-
9430669031