Astro Tips: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और चंद्रमा का महत्वपूर्ण स्थान है,ज्योतिष में सूर्य को आत्मा और चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है, ये दोनों ग्रह व्यक्ति के जीवन के कई तरह के पहलुओं को प्रभावित करते हैं, कुंडली में सूर्य और चंद्रमा की स्थिति का प्रभाव व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्थिति के रूप से देखा जा सकता है, यदि कुंडली में सूर्य कमजोर हों, या किसी अशुभ ग्रह से पीड़ित हों, तो व्यक्ति को कई तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
आज आसमान में एक लाइन में इन ग्रहों को देखने का मिलेगा संयोग
सूर्य को मजबूत करने के उपाय
- सूर्य को ग्रहों का राजा माना गया है, यह तेज, ऊर्जा, आत्मविश्वास और पितृ पक्ष का प्रतिनिधित्व करता है, यदि कुंडली में सूर्य कमजोर होता है तो आत्मविश्वास की कमी, पितृ दोष, हृदय संबंधी रोग और सरकारी कामकाज में अड़चन का कारण बन सकता है.
- सूर्य नमस्कार करें :सूर्य नमस्कार करें, जो शरीर को ऊर्जावान बनाती है और सूर्य के कृपा प्राप्त करने का माध्यम बनती है,इसे नियमित रूप से करने से आत्मविश्वास और शारीरिक शक्ति में वृद्धि प्राप्त होती है.
- सूर्य को अर्घ्य दें:तांबे के पात्र में जल भरकर सूर्य को रोज सुबह प्रातः काल अर्घ्य देने चाहिए,यह प्रक्रिया सूर्योदय के समय की जानी चाहिए,अर्घ्य देते समय “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करना शुभ होता है.
- रविवार का व्रत रखें :रविवार का व्रत सूर्य देव को समर्पित करें, इस दिन नमक का सेवन न करें और सात्विक भोजन ग्रहण करें, व्रत रखने से सूर्य की कृपा से स्वास्थ्य मे हानि नहीं होती है.
- लाल वस्त्र पहनें:लाल रंग सूर्य का प्रतीक है. रविवार के दिन लाल वस्त्र धारण करें और लाल रंग से जुड़े कार्य करना लाभकारी होता है.साथ ही लाल रंग के वस्त्रों का दान करें.
- पिता का सम्मान करें: ज्योतिष शास्त्र में पिता को सूर्य का प्रतीक माना जाता है, उनके प्रति आदर और सम्मान दिखाने से सूर्य की अनुकूलता बढ़ती है.जो आपके भविष्य के लिए शुभदायक होता है.
- माणिक्य धारण करें:माणिक्य रत्न सूर्य का प्रतिनिधित्व करता है,इसे पहनने से सूर्यग्रह की शक्ति को बढ़ाया जा सकता है, इसे धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिष से सलाह अवश्य प्राप्त करें.
चंद्रमा को मजबूत करने के उपाय
- वट वृक्ष की जड़ में पानी डालें,और ब्रह्मचर्य का पालन करें.
- चारपाई के चारों पायों पर चांदी की कीलें लगाएं.
- शरीर पर चांदी धारण करना चाहिए.
- व्यक्ति को देर रात्रि तक नहीं जागना चाहिए, रात्रि के समय घूमने-फिरने या फिर यात्रा करने से बचें.
- पूर्णिमा के दिन शिव जी को खीर का भोग अवश्य लगाएं .
- मकान की नीव में चांदी दबाएं,साथ ही चांदी का चौकोर टुकडा अपने पास रखें.
- पानी, दूध, चावल का दान करें साथ ही सफेद वस्त्रों का भी दान करें.
- घर में किसी भी स्थान पर पानी का जमाव न होने पाए.
- माता से चांदी की कोई भी वस्तु लेकर अपने पास रखें.
- सोमवार को सफेद कपड़े में चावल, मिश्री बांधकर बहते पानी में प्रवाहित करें.