Astrology Tips For Religious Tattoo: शरीर में भगवान का टैटू बनवाना सही है या नहीं, प्रेमानंद महाराज से जानें

Astrology Tips For Religious Tatto: शरीर में धार्मिक टैटू भाग्य पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जो व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और जीवन पर भी असर डालता है. यह जानना आवश्यक है कि क्या आपको अपने शरीर पर धार्मिक टैटू बनवाने का निर्णय लेना चाहिए या नहीं.

By Shaurya Punj | December 24, 2024 8:33 AM
an image

Astrology Tips For Religious Tattoo: आजकल टैटू बनवाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. विशेष रूप से युवाओं के बीच टैटू के प्रति एक विशेष आकर्षण देखा जा रहा है. लोग फैशन, स्टाइल और सुंदरता के लिए अपने शरीर पर टैटू बनवाते हैं. ज्योतिष के अनुसार, टैटू का संबंध केवल फैशन से नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन पर विभिन्न तरीकों से प्रभाव डाल सकता है. यदि आप अपने शरीर पर धार्मिक टैटू बनवाते हैं, तो इसका असर आपके भाग्य और ग्रहों पर भी पड़ सकता है. धार्मिक टैटू बनवाने के समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, क्योंकि ये टैटू आपके भाग्य के लिए सकारात्मक या नकारात्मक दोनों हो सकते हैं, जिसका प्रभाव व्यक्ति के मानसिक और जीवन पर भी पड़ता है. जानें कि क्या आपको अपने शरीर पर धार्मिक टैटू बनवाना चाहिए या नहीं.

धार्मिक टैटू बनवाने का प्रभाव

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, देवी-देवताओं के नाम में अत्यधिक शक्ति निहित होती है. जो व्यक्ति नियमित रूप से भगवान के नाम का जाप करते हैं, उन्हें अपने पापों से छुटकारा मिल जाता है. इसी प्रकार, जैसे भगवान के नाम के जाप के लिए कुछ नियम होते हैं, वैसे ही देवी-देवताओं के चित्र बनवाने का भी व्यक्ति के जीवन पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है.

अनजाने में बन सकते हैं पाप के भागी

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, शरीर के किसी भी हिस्से पर देवी-देवताओं के नाम का चित्र या उनकी तस्वीर टैटू के रूप में बनवाना उचित नहीं है. ऐसा करने से आप अनजाने में पाप के भागी बन सकते हैं। जब व्यक्ति स्नान करता है, तो जल उस टैटू के ऊपर से गुजरता है, जिससे उस नाम का अपमान होता है और व्यक्ति को पाप का अनुभव हो सकता है.

धर्म की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

भगवान का होता है अपमान

इसके अतिरिक्त, हम दिनभर कई ऐसी स्थितियों का सामना करते हैं, जिन्हें अपवित्र माना जाता है. इस दौरान देवी-देवताओं के नाम का चित्र या उनकी तस्वीर भी अपवित्र हो जाती है. इससे भगवान का अपमान होता है, जिसके परिणामस्वरूप आपको उनके आशीर्वाद के बजाय क्रोध का सामना करना पड़ सकता है.

Exit mobile version