Budh Grah 2021: सौर मंडल का सबसे छोटा ग्रह बुध इस सप्ताह नंगी आंखों से भी दिखाई देगा. बुध ग्रह को इस सप्ताह लगातार 4 रातों तक देख सकते है. इस ग्रह को धरती से देखना बहुत ही मुश्किल होता है. वहीं, इस सप्ताह बुध ग्रह को देखने के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि ये नंगी आंखों से दिखाई देगा. वहीं, आपके पास अच्छी दूरबीन है तो ये नजारा और खूबसूरत हो जाएगा. आइए जानते हैं कि कैसे आप इस सप्ताह बुध ग्रह को देख सकते हैं…
बुध ग्रह सूर्य का एक चक्कर 88 दिन में पूरा कर लेता है. बुध ग्रह सूर्य के ज्यादा नजदीक है. इसलिए आमतौर पर जब धरती पर दिन होता है. उस समय बुध ग्रह आसमान में होता है, लेकिन सूर्य की रोशनी के आगे ये हमें दिखता नहीं है. ये सिर्फ तभी दिखता है जब ये अपनी कक्षा में सूर्य से दूर होता है. बुध ग्रह तभी दिखाई देता है या तो सूर्य उगने से पहले या सूर्य के डूबने के ठीक बाद.
इस सप्ताह सूर्य के दाहिने ओर 18.6 डिग्री के कोण पर आसमान में चमकता हुआ बुध ग्रह को देख सकते हैं. अगर आप ये मौका गंवा देते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. इस साल बुध ग्रह धरती से चार बार नंगी आंखों से दिखाई देगा. 5 मार्च सूरज उगने से ठीक पहले, 9 और 10 मार्च तक सूर्य के उगने से पहले दक्षिण-पूर्वी आसमान की तरफ, 13 मई से 29 मई तक सूर्य ढलने के बाद और 4 दिसंबर को सूर्य उगने के बाद लेकिन सिर्फ अंटार्कटिका में दिखाई देगा.
आसमान में इस दौरान बुध ग्रह नंगी आंखों से आप भी देख सकते है. बुध ग्रह 23 जनवरी से 26 जनवरी तक शाम में दिखाई देगा. बुध ग्रह को देखने के लिए सिर्फ दो दिन ही बचा हुआ है. बुध ग्रह को आज और कल शाम में सूर्य ढलने के बाद आप नंगी आंखों से देख सकते है. इसे देखने के लिए आपको थोड़ा अलर्ट रहने की जरूरत है.
क्योंकि थोड़ी ही देर में ये आसमान की ऊंचाइयों में गायब हो जाएगा. बुध ग्रह आसमान में पश्चिमी दिशा में करीब 15 डिग्री के कोण पर दिखाई देगा. लेकिन ये कोण आपकी लोकेशन के आधार पर थोड़ा बदल भी सकता है. वहीं शाम के समय सूर्य के ढलने के ठीक 30 मिनट बाद पश्चिम दिशा की तरफ दिखाई देगा.
बुध ग्रह को देखने के लिए उत्तर दिशा की ओर आसमान के अंत में नजर रखना होगा. आपको बुध ग्रह दिखाई देगा. इसके लिए आसमान साफ होना जरूरी है. अब ये जानना जरूरी है कि ग्रेटेस्ट ईस्टर्न इलॉन्गेशन क्या चीज है. बतादें कि बुध ग्रह अपनी कक्षा में सूर्य से दूर जाता है तो इसे ग्रेटेस्ट इलॉन्गेशन कहते हैं.
इस बार पूर्व दिशा यानी ग्रेटेस्ट ईस्टर्न इलॉन्गेशन है. इसलिए ये हमें शाम के समय सूर्य के ढलने के 30 मिनट बाद आसमान में पश्चिम दिशा में दिखाई देगा. जब वेस्टरन इलॉन्गेशन होता है तब ये सूरज उगने से 30 मिनट पहले पूर्व दिशा में दिखाई देता है.