Budh Gochar 2023: ग्रहों के राजा सूर्य 18 अक्टूबर दिन बुधवार को तुला राशि में प्रवेश कर चुके है. इसके बाद ग्रहों का राजकुमार बुध 19 अक्टूबर दिन गुरुवार को तुला राशि में गोचर करेंगे. बुध ग्रह के तुला राशि में प्रवेश करने से चतुर्ग्रही योग का निर्माण होगा. जिससे कई राशि के जातक मालामाल हो जाएंगे. तुला राशि में बुध ग्रह के प्रवेश करने से बुध किस तरह से चतुर्ग्रही योग बना रहे है, किन-किन राशि के जातकों को फायदा होगा, आइए ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री से जानते है.
वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि का कारक ग्रह माना गया है. बुध ग्रह जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो मेष से लेकर मीन राशि पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव अवश्य होता है. बुध ग्रह का गोचर 19 अक्टूबर 2023 दिन गुरुवार को 01 बजकर 06 मिनट पर होने जा रहा है. ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री के अनुसार बुध का गोचर तुला, सिंह, कन्या और वृश्चिक राशि वाले जातक के लिए शुभ रहेगा. वहीं मीन राशि वालों पर इसका ज्यादा अशुभ प्रभाव पड़ेगा.
ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों में बुध को बहुत ही बुद्धिमान ग्रह माना गया है. बुध ग्रह 19 अक्टूबर 2023 दिन गुरुवार को तुला राशि में प्रवेश करने जा रहे है. तुला राशि में सूर्य, मंगल, बुध यह तीन ग्रह प्रवेश कर रहे हैं और केतु तुला राशि में पहले से ही बैठा हुआ है. सूर्य, मंगल, बुध और केतु एक साथ तुला राशि में बैठ रहे हैं. जिससे चतुर्ग्रही योग बना रहे हैं. चतुर्ग्रही योग का मतलब होता है कि ब्रह्मा जी का चतुर्भुज. ब्रह्मा जी ही संसार की रचना करने वाले हैं, तो ब्रह्मा जी की विशेष कृपा मिलेगी.
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बुध के गोचर होने के बाद तुला राशि में चतुर्ग्रही योग बनेगा. बुध के गोचर से तुला राशि के जितने भी जातक हैं, इनके अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे. तुला राशि के जो भी जातक हैं, उसमें सूर्य भी उत्तम रहेगा, स्वास्थ्य की दृष्टि से उत्तम रहेगा. बुध धन देगा, केतु अन्य ग्रहों का समाधान करेगे और मंगल पराक्रमी बनाएगा. यानी चार-चार ग्रह का योग होने से तुला राशि वाले जातकों के लिए बहुत ही अच्छा समय है. धन धान्य भरपूर मिलेगा. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. मान सम्मान मिलेगा, ऐसा चार चार ग्रहों के तुला राशि में बैठने के कारण हो रहा है.
बुध ग्रह के तुला राशि में गोचर से सिंह राशि वाले जातक भाग्या का साथ मिलेगा. चतुर्ग्रही योग बनने से सिंह राशि वाले लोगों का उत्तम समय शुरू हो जाएगा. इस दौरान स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, राजनीतिक क्षेत्र में फायदा होगा, व्यापारी वर्ग को लाभ होगा, व्यापारियों को कम लागत में दो गुना लाभ मिलेगा. विद्यार्थियों के लिए और सुनहरा अवसर है, यदि किसी प्रतियोगी परीक्षा में बैठते हैं, तो निश्चित ही सफल होने के योग बन रहे हैं.
कन्या राशि में भी बुद्ध का अच्छा प्रभाव पड़ रहा है. कन्या राशि का स्वामी बुध है और चतुर ग्रह योग भी बन रहा है. चतुर्ग्रही योग होने के कारण बुद्ध भी बढ़िया फल देगा. धन धान्य से भर देगा. स्वस्थ रखेगा और कोई भी घटना बीमारी आदि का योग नहीं बनेगा. बुध के तुला राशि में गोचर करने के बाद सूर्य का शुभ फल भी मिलने लगेगा. जिसके कारण कन्या राशि वाले जातक का आने वाला समय उत्तम रहेगा.
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वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है, लेकिन मंगल तुला राशि में देखेगा. बुध के तुला राशि में गोचर के बाद सूर्य और मंगल की छाया पड़ने के कारण वृश्चिक राशि के जितने भी जातक हैं, उनका भी उत्तम समय रहेगा. वो मालामाल होंगे और कहीं भी किसी तरह का पैसा फंसाते हैं, तो उद्योग धंधे में उन्हें बहुत अच्छा लाभ मिलेगा, शरीर स्वस्थ रहेगा. बुध के गोचर से इनका शुभ समय की शुरुआत हो जाएगी.
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी है और तुला राशि में बुध के गोचर के दौरान मीन राशि वालों के आठवें घर में स्थित हो जाएंगे. बुध का तुला राशि में गोचर अवधि के दौरान तनाव और दबाव के चलते जीवन से सुख सुविधाओं में कमी होगी. रिश्तों में तनाव उत्पन्न होगा. परिवार में विवाद होने का योग बनेगा. वैवाहित जीवन में तनाव बढ़ेगा. वहीं नौकरी में प्रमोशन हो सकता है, जिसके कारण काम का दबाव बढ़ेगा. धन हानि होने की भी प्रबल आशंका बन रही है.