26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Somvati Amavasya 2024: कब है चैत्र मास की अमावस्या? नोट कर लें सही डेट, स्नान-दान का शुभ मुहूर्त और महत्व

Somvati Amavasya 2024: अमावस्या का दिन बहुत शक्तिशाली होता है. यह दिन चंद्रमा की पूजा के लिए समर्पित है. सोमवती अमावस्या पर स्नान और दान करने से पितर खुश होते हैं. इसके साथ ही पिंडदान और तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

Somvati Amavasya 2024: चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि बेहद खास है. इस साल चैत्र मास की अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ रही है. जिसके कारण यह अमावस्या सोमवती अमावस्या होगी. इस दिन सुहागन महिलाएं सोमवती अमावस्या का व्रत रखकर शिव और गौरी की पूजा करती हैं. अमावस्या का दिन पूरी तरह से पितरों की पूजा के लिए समर्पित है. इस दिन किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. हालांकि यह दिन गंगा नदी में पवित्र स्नान, पितृ तर्पण, पितृ पूजा, पिंड दान, और ब्राह्मणों को भोजन आदि कराने के लिए शुभ माना जाता है.

कब है सोमवती अमावस्या 2024

चैत्र मास की अमावस्या 8 अप्रैल दिन सोमवार को है. इसलिए उस दिन सोमवती अमावस्या है. चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 8 अप्रैल को तड़के 03 बजकर 11 मिनट से शुरू होगी और यह तिथि उस दिन ही रात 11 बजकर 50 मिनट पर खत्म होगी. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल को है. इस दिन स्नान दान के लिए शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त 04 बजकर 32 मिनट से 05 बजकर 18 मिनट तक है. ब्रह्म मुहूर्त से आप सोमवती अमावस्या का स्नान और दान कर सकते हैं, इस दिन अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 06 बजकर 03 मिनट से सुबह 07 बजकर 38 मिनट तक है.

सोमवती अमावस्या पर बन रहा इंद्र योग

सोमवती अमावस्या के दिन इंद्र योग और उत्तरभाद्रपद नक्षत्र है. इंद्र योग 8 अप्रैल को सुबह से लेकर शाम 06 बजकर 14 मिनट तक है. वहीं उत्तर भाद्रपद नक्षत्र सुबह से लेकर 10 बजकर 12 मिनट तक है, उसके बाद से रेवती नक्षत्र शुरू होगा. इंद्र योग को शुभ और सुख-सुविधाओं में वृद्धि वाला माना जाता है.

Surya Grahan 2024: कब लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें सही समय, सूतक काल और पूरी डिटेल्स

सोमवती अमावस्या का महत्व

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अमावस्या का दिन बहुत शक्तिशाली होता है. यह दिन चंद्रमा की पूजा के लिए समर्पित है. इस दिन चंद्रमा अपने अस्त काल में होता है. यदि आपकी जन्म कुंडली में चंद्रमा खराब स्थिति में है, तो यह निश्चित रूप से आपकी भावनाओं और संवेदनाओं को प्रभावित करता है. अमावस्या के दिन चंद्रमा को जल चढ़ाने और भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखकर शिव और पार्वती की पूजा करने से सभी संकट दूर होते हैं और पाप से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं. सोमवती अमावस्या पर स्नान और दान करने से पितर खुश होते हैं. तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

ज्योतिष संबंधित चुनिंदा सवालों के जवाब प्रकाशित किए जाएंगे
यदि आपकी कोई ज्योतिषीय, आध्यात्मिक या गूढ़ जिज्ञासा हो, तो अपनी जन्म तिथि, जन्म समय व जन्म स्थान के साथ कम शब्दों में अपना प्रश्न radheshyam.kushwaha@prabhatkhabar.in या WhatsApp No- 8109683217 पर भेजें. सब्जेक्ट लाइन में ‘प्रभात खबर डिजीटल’ जरूर लिखें. चुनिंदा सवालों के जवाब प्रभात खबर डिजीटल के धर्म सेक्शन में प्रकाशित किये जाएंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें