Chanakya Niti : घर बनाकर भी परेशान रहने से बचा सकती है चाणक्य की ये सलाह…

एक अपना घर का होना हमारे जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है और उसके बिना हर एक इंसान बेचैन महसूस करता है.लेकिन आज कई लोग अपना घर बनाकर भी मुश्किलों में घिरे रहते हैं.क्योंकि वो घर बनाते समय या घर बनाने के लिए स्थान निर्धारित करते समय कुछ खास चीजों का ध्यान नही रखते.वो अक्सर किसी न किसी परेशानी से घिरे ही दिखते हैं और फिर अपने उस निर्णय को कोसते है जिसमे उन्होंने उस घर को बनाने का फैसला लिया था।लेकिन आचार्य चाणक्य acharya chanakya ने अपनी चाणक्य नीति chanakya niti में श्लोक के जरिए उन पांच बातों का जिक्र किया है जिसका ध्यान अपना घर खरीदते समय जरूर रखना चाहिए और ऐसा करने से अनेकों तरह के परेशानियों से बचा जा सकता है.वेद और शास्त्रों के ज्ञाता रहे आचार्य चाणक्य chanakya ने चाणक्य नीति chanakya niti में इस बात का उल्लेख किया है कि मनुष्य को कैसी जगह पर घर बनाना चाहिए...

By ThakurShaktilochan Sandilya | March 29, 2020 1:53 PM
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एक अपना घर का होना हमारे जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है और उसके बिना हर एक इंसान बेचैन महसूस करता है.लेकिन आज कई लोग अपना घर बनाकर भी मुश्किलों में घिरे रहते हैं.क्योंकि वो घर बनाते समय या घर बनाने के लिए स्थान निर्धारित करते समय कुछ खास चीजों का ध्यान नही रखते.वो अक्सर किसी न किसी परेशानी से घिरे ही दिखते हैं और फिर अपने उस निर्णय को कोसते है जिसमे उन्होंने उस घर को बनाने का फैसला लिया था।लेकिन आचार्य चाणक्य acharya chanakya ने अपनी चाणक्य नीति chanakya niti में श्लोक के जरिए उन पांच बातों का जिक्र किया है जिसका ध्यान अपना घर खरीदते समय जरूर रखना चाहिए और ऐसा करने से अनेकों तरह के परेशानियों से बचा जा सकता है.वेद और शास्त्रों के ज्ञाता रहे आचार्य चाणक्य chanakya ने चाणक्य नीति chanakya niti में इस बात का उल्लेख किया है कि मनुष्य को कैसी जगह पर घर बनाना चाहिए…

श्लोक :

धनिक: श्रोतियो राजा नदी वैद्यस्तु पंचम:।

पंच यत्र न विद्यन्ते तत्र दिवसं न वसेत्।।

इस श्लोक के माध्यम से आचार्य चाणक्य घर बनाने या खरीदने के समय 5 बातों का ध्यान रखने को कहते है.

1) धनवान यानी संपन्न : आचार्य चाणक्य के मुताबिक हमें ऐसी जगह पर घर बनाना या खरीदना चाहिए जहां आपका पड़ोसी धनवान यानी संपन्न हो. क्योंकि धनवान व्यक्ति के रहने की जगह पर व्यवसाय स्थिति सकारात्मक होती है.वहां के लोगो के लिए बेहतर रोजगार की संभावनाएं हमेसा रहती हैं.

2) श्रोत्रिय यानी विद्वान : विद्वान पड़ोसी का होना भी सुखी जीवन का कारण बनता है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि बुद्धिमानी लोगों का पड़ृोसी बनना सुखद होता है क्योंकि उनका आचरण मूर्खों के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर होता है और आपके बच्चों के संस्कारों पर इसका सीधा प्रभाव पडता है.

3) राजा यानी शासक अथवा नेतृत्व क्षमता वाला : अच्छी शासकीय व्यवस्था यानी सरकार की ओर से अच्छी व्यवस्था वाली जगह पर घर का होना अच्छा होता है. यहां तमाम सुविधाएं आसानी से पहुंच जाती है और सुरक्षा के भी इंतजाम रहते हैं.

4) नदी अथवा जल स्त्रोत : पानी की समस्या आज के समय मुख्य समस्याओं में एक बन गई है लेकिन चाणक्य ने यह भी सलाह दिया हुआ है कि घर ऐसे जगह पर होना चाहिए जहां पानी व्यवस्था सही हो, यानी जहां आसानी से पानी की उपलब्ध हो. यह जीवन के लिए काफी जरूरी है.

5) वैद्य यानि डॉक्टर : घर बनाते समय इस बात का भी ध्यान जरूर रखना चाहिए कि वो जगह अस्पताल के करीब हो या ड़ॉक्टर वहां आस-पास उपलब्ध हों ताकि बीमार होने पर तुरंत स्वास्थ्य सेवा का लाभ लिया जा सके.

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