Chanakya Niti, Principles, Life Quotes, Success Life, For Avoiding People, On Revenge: महान कूटनीति और अर्थशास्त्र के ज्ञानी आचार्य चाणक्य का मानना है की हमें कुछ लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. कुछ लोग ऐसे होते है जिन्हें हम अपना समझते है लेकिन वे हमारा धन नुकसान के साथ-साथ जीवन को भी तबाह करने की पूरी कोशिश करते है.
दरअसल, चाणक्य अपने एक श्लोक के माध्यम से बताते हैं कि कई लोग ऐसे होते हैं जो आपके अपने बनने का ढोंग करते हैं. लेकिन, वह पीठ पीछे छुरा गोदने का काम करते हैं अर्थात सबसे बड़े दुश्मन आपके वही होते हैं.
परस्परस्य मर्माणि ये भाषन्ते नराधमाः।
त एव विलयं यान्ति वल्मीकोदरसर्पवत्।।
चाणक्य की माने तो ऐसे लोग ना केवल हमारे गुप्त रहस्य या प्राइवेट बातों को सार्वजनिक रूप से उजागर करने का काम करते हैं. बल्कि, धन, जीवन और इज्जत सब बर्बाद करने की पूरी कोशिश करते है. ऐसे लोगों को चाणक्य पतित, अधम या दुष्ट कहते हैं. उनका मानना है कि जिस व्यक्ति को दूसरों को अपमानित करने में मजा आए वैसे व्यक्ति का बांस में फंसे सांप की तरह नाश तय होता है.
गन्धः सुवर्णे फलमिक्षुदण्डे नाकारि पुष्पं खलु चन्दनेषु।
विद्वान् धनाढ्यो न तु दीर्घजीवी धातुः पुरा कोपि न बुद्धिदोभूत।।
चाणक्य के अनुसार जिस तरह गन्ने में फल नहीं लगता, चंदन में फूल नहीं होते या सोने में सुगंध नहीं मिलता ठीक उसी प्रकार न तो विद्वान धनी नहीं बन पाता और न राजा दीर्घायु. ऐसे में हमें सृष्टि के नियमों के अनुसार चलना चाहिए. किसी तरह का लोभ या किसी के बुराई में खुश रहने वालों का नाश होता है.
Posted By: Sumit Kumar Verma