Chanakya Niti: समाज में सिर्फ इन लोगों को ही मिलता है मान सम्मान, जानिए क्या कहते है आचार्य चाणक्य…

Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्य एक श्रेष्ठ विद्वान थे. चाणक्य एक शिक्षक होने के साथ एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य ने हर विषय पर गहनता से अध्ययन किया था. आचार्य चाणक्य अपने ज्ञान, विवेक और कूटनीति के कारण महान व्यक्ति बनें. उनके पास रंक को राजा बनाने की कला थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2020 9:16 AM
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Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्य एक श्रेष्ठ विद्वान थे. चाणक्य एक शिक्षक होने के साथ एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य ने हर विषय पर गहनता से अध्ययन किया था. आचार्य चाणक्य अपने ज्ञान, विवेक और कूटनीति के कारण महान व्यक्ति बनें. उनके पास रंक को राजा बनाने की कला थी. आचार्य चाणक्य ने अपने अनुभव, ज्ञान और बौद्धिक कौशल से जीवन में सफलता प्राप्त करने की कई नीतियां बनाई थीं उन सभी नीतियों का संग्रह चाणक्य नीति शास्त्र में है. चाणक्य के अनुसार धन और पद से किसी भी व्यक्ति को सफल नहीं माना जाता है. सफल वही है जो समाज में अनुकरणीय और पुज्यनीय हो. आइये जानते है चाणक्य नीति के कुछ अहम बातें…

हर व्यक्ति की चाहता है कि लोग उसे सम्मान करें, उसकी प्रशंसा भी करें. लेकिन ये इतना आसान नहीं है. प्रंशसा और सम्मान विरले लोगों को ही मिलता है. चाणक्स के अनुसार असली प्रशंसा वही है जो आपके शत्रु को भी तारीफ करने के लिए मजबूर कर दे. जब व्यक्ति में ये गुण होते हैं तो उसे समाज में सम्मान भी मिलता है और प्रशंसा भी की जाती है.

सम्मान उसी व्यक्ति को मिलता है जो दूसरे को भी सम्मान करता है. जो लोग दूसरों को सम्मान देते हैं वे ही समाज में सम्मान के हकदार होते हैं. जो दूसरों को लज्जित करने में गौरव महसूस करता है उसे जीवन में कभी सम्मान प्राप्त नहीं होता है.

व्यक्ति महान अपने गुणों और कर्मों से बनता है. जो व्यक्ति दी गई जिम्मेदारियों पर खरा उतरता है. पूरी ईमानदारी से जिम्मेदारियों को पूरा करता है. वह व्यक्ति हर जगह सम्मान का पात्र होता है.

ज्ञान का प्रयोग जो लोग समाजहित में करते हैं, वे समाज में अनुकरणीय होते हैं. ऐसे लोगों की समाज में विशेष सम्मान प्रदान किया जाता है. ज्ञान का असली अर्थ लोगों को जागरूक करना है. जो सही और गलत का भेद बताए वही ज्ञान है.

जो व्यक्ति जीवन में सत्य का मार्ग अपनाता है उसे सम्मान मिलता है. सत्य का मार्ग कठिन है. इस पर चलना आसान नहीं है. लेकिन जब व्यक्ति इस रास्ते पर निकल पड़ता है तो कुछ समय बाद वे लोग भी सराहना करने लगते हैं जो कल तक उसकी आलोचना करते थे. सत्य का मार्ग ही व्यक्ति को सर्वोच्चता के शिखर पर पहंचाता है.

News Posted by : Radheshyam kushwaha

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