Chanakya Niti : कोशिशों के बाद भी नही मिल रही सफलता तो अमल करें चाणक्य का ये सुझाव
आज जहां सफलता को लेकर लोग काफी ज्यादा चिंतित रहते हैं और बेवजह डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं उन्हे भी चाणक्य chanakya की इन सलाहों को जरुर अमल करनी चाहिए.आइये जानते हैं आचार्य चाणक्य chanakya की उन सलाहों को जो विशेसकर आज के युवा वर्गों को जरुर जाननी चाहिए. ये नीतियां chanakya niti आपको भी जीवन में सफलता दिला सकती हैं.
वेद और शास्त्र के प्रचण्ड विद्वान चाणक्य chanakya ,जिनकी नीतियों ने भारत के इतिहास में बड़े और दुस्साहसी उलटफेर करने में अहम भूमिका निभाई है. उनकी बातें आज भी उतना ही मायने रखती हैं.आज जहां सफलता को लेकर लोग काफी ज्यादा चिंतित रहते हैं और बेवजह डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं उन्हे भी चाणक्य की इन सलाहों को जरुर अमल करनी चाहिए.आइये जानते हैं आचार्य चाणक्य chanakya की उन सलाहों को जो विशेसकर आज के युवा वर्गों को जरुर जाननी चाहिए. ये नीतियां chanakya niti आपको भी जीवन में सफलता दिला सकती हैं.
आचार्य चाणक्य एक श्लोक के माध्यम से कहते हैं-
प्रभूतंकार्यमल्पंवातन्नरः कर्तुमिच्छति।
सर्वारंभेणतत्कार्यं सिंहादेकंप्रचक्षते॥
भावार्थ –
“जिस प्रकार कोई शेर एकाग्रता के साथ झपट्टा मारकर पूरी ताकत के साथ अपना शिकार करता है और उसकी सफलता निश्चित होती है.ठीक उसी प्रकार हमें अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर पूरी मेहनत के साथ प्रयत्न करना चाहिए. काम चाहे छोटा हो या बड़ा हो, हमें पूरी ताकत लगाकर ही करना चाहिए, तभी कामयाबी पक्की हो जाती है”.
वहीं चाणक्य सफलता को लेकर कुछ और महत्वपूर्ण सलाह देते हुए कहते हैं
1. दूसरों की गलतियों से ही सीखो. खुद पर प्रयोग करके सीखोगे तो तुम्हारी आयु कम पड़ जाएगी.
2. हमें पहले की गई गलतियां या कुछ मनोनुकूल न रहे हुए चीजों को सोच समय बर्बाद करने के बदले भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए.विवेकवान व्यक्ति ही हमेशा वर्तमान में जीते हैं
3. कुछ लोग हालात बदलने का प्रयास नहीं करते. जीवन जैसे चल रहा है, बस जीते चले जाते हैं. पर जो प्रगति करना चाहते हैं, ऊपर उठना चाहते हैं , वे अपना सब कुछ दांव पर लगाने से नहीं डरते. भले ही उनके हारने की संभावना उन्हे दिख रही हो लेकिन उनका जो कुछ कर दिखाने का प्रयास होता है ,यही उन्हें औरों से अलग बनाता है.
4. कोई काम शुरू करने से पहले, स्वयं से तीन सवाल जरूर कीजिये – मैं ये क्यों कर रहा हूं, इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और क्या मैं सफल हो पाऊंगा? और जब गहराई से सोचने पर इन सवालों के संतोषजनक जवाब मिल जाएं, तभी उस काम में आगे बढ़ें. दृढ़ संकल्पित बनें.
5. कोई व्यक्ति अपने कर्मों से ही महान बनता है, अपने जन्म से नहीं.
6. भय को नजदीक न आने दो. अगर यह नजदीक आए तो इस पर हमला कर दो यानी भय से भागो मत इसका सामना करो.
7. एक बार जब आप कोई काम शुरु करते हैं, तो असफलता से डरे नहीं और ना ही उसे त्यागें. ईमानदारी से काम करने वाले लोग खुश रहते हैं.
8. ऐसे व्यक्ति जो आपके स्तर से ऊपर या नीचे के हैं, उन्हें दोस्त नही बनाना चाहिए. वे तुम्हारे कष्ट का कारण बनेगे. समान स्तर के मित्र ही जीवन में साथ देते हैं.
9. शिक्षा सबसे बेहतर मित्र है. शिक्षित व्यक्ति सदैव सम्मान पाता है. शिक्षा की शक्ति के आगे बांकि सबकुछ कमजोर हैं.
10 हमें पहले से ही निराशावादी नहीं होना चाहिए.
11. किसी कार्य की शुरुआत में ही अगर हम किसी प्रकार का ढीलापन करते हैं तो कामयाबी बहुत दूर चली जाती है और हमें उसके लिए दो गुना प्रयत्न करना पड़ता है.
12. जो लोग स्वभाव से ढीले होते हैं वे कभी सफलता प्राप्त नहीं कर सकते।