Chanakya Niti: सफलता पाने के लिए आप इस आदत से बना लें दूरी, जानें क्या कहते है आचार्य चाणक्य…
Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्य एक कुशल और महान रणनीतिकार थे. उन्होंने अपनी चाणक्य नीति में उनकी बताई गई नीतियां बेहद कारगर और प्रासंगिक हैं. यदि कोई व्यक्ति इन नीतियों को अपने वास्तविक जीवन पर अमल करता है तो उस व्यक्ति को सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता है. चाणक्य नीति के अनुसार, जो किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले इन पांच बातों का पालन अपने जीवन में करता है तो वह व्यक्ति सदा सफल होता है.
Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्य एक कुशल और महान रणनीतिकार थे. उन्होंने अपनी चाणक्य नीति में उनकी बताई गई नीतियां बेहद कारगर और प्रासंगिक हैं. यदि कोई व्यक्ति इन नीतियों को अपने वास्तविक जीवन पर अमल करता है तो उस व्यक्ति को सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता है. चाणक्य नीति के अनुसार, जो किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले इन पांच बातों का पालन अपने जीवन में करता है तो वह व्यक्ति सदा सफल होता है.
विश्व भर में आचार्य चाणक्य को महान राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ का दर्जा दिया गया है राजकाज के अलावा, आचार्य ने अपनी चाणक्य नीति पुस्तक में सफलता के सूत्रों के बारे में बताया है, जिसके माध्यम से आप अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. चाणक्य कहते हैं कि काम छोटा हो या फिर बड़ा व्यक्ति को उसे मेहनत और पूरी लगन से करना चाहिए. सफलता के लिए शुरू से ही व्यक्ति को पूरी शक्ति लगानी चाहिए, ताकि आगे की राह आसान हो जाए. चाणक्य के अनुसार शेर भी पूरी शक्ति से अपने शिकार पर झपटता है और शिकार को भागने का बिल्कुल भी मौका नहीं मिल पाता.
योग्य शिक्षक माने जाने वाले चाणक्य ने युवाओं से संबंधित कई बातों का जिक्र किया जो उनको सफल बनाने में काम आएंगे. आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ में जिक्र किया है कि जीवन में वही इंसान सफल हो सकता है, जो अपने अंदर मौजूद गलत आदतों को पहचानकर उन्हें दूर कर सके. चाणक्य के अनुसार व्यक्ति अगर सफलता प्राप्त करना चाहता है तो उसे इस एक अवगुण से खुद को हर कीमत पर दूर रखना चाहिए. आइए जानते हैं कि आचार्य चाणक्य ने गलत आदत के बारे में क्या कहते है …
झूठ बोलना सबसे बड़ा अवगुण है
चाणक्य के अनुसार लोगों को कभी भी किसी भी कार्य को करने में झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए. उनके अनुसार झूठ बोलना सबसे बड़ा अवगुण है. उनके मुताबिक झूठ बोलना एक ऐसी आदत है जिससे किसी का भी अच्छा नहीं हो सकता. संभव है कि क्षणिक मुनाफा या खुशी झूठ बोलकर कमाई जा सकती है. पर सच के सामने आने पर न केवल धन-धान्य बल्कि मान-सम्मान भी चला जाएगा. चाणक्य का मानना है कि झूठ कुछ समय तक ऊपर उठ सकता है, पर इसकी उम्र ज्यादा नहीं होती है. एक न एक दिन झूठ पर पर्दा उठ जाता है और सच सबके समक्ष आ जाता है.
आत्मविश्वास होता है कम
आचार्य कहते हैं कि सफलता तभी प्राप्त की जा सकती है जब व्यक्ति को खुद पर आत्मविश्वास बना रहेगा, जिस इंसान में इसकी कमी होती है, वो हमेशा ही खुद को दूसरों की तुलना में कमतर ही आंकेगा. उनके मुताबिक जो इंसान झूठ बोलने लगता है, उसमें धीरे-धीरे आत्मविश्वास की कमी हो जाती है.
इस बात का भी रखें ध्यान
लोगों को अपने लक्ष्य के बारे में युवावस्था से ही सोचना शुरू कर देना चाहिए. चाणक्य की मानें तो इस उम्र में हुई जरा सी भी लापरवाही लोगों को पूरी जिंदगी कचोटती रहती है. इसलिए युवावस्था में व्यक्ति को सजग और सावधान रहना चाहिए. इस दौरान संगत का भी बहुत असर पड़ता है. ऐसे में जरूरी है कि आप वैसे दोस्त बनाएं जो आपको जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित कर सकें.
News posted by : Radheshyam kushwaha