Chandra ko majboot karne ke upay: ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहता है, इन्हें मन का कारक माना जाता है. इनकी गति बहुत ही तेज है. सूर्य के समान ही चंद्रमा ग्रह भी बहुत ही विशिष्ट ग्रह है. आकाश में दिखाई देने वाला सूर्य के बाद चंद्रमा एक ऐसा ग्रह है जो सबसे बड़ा दृष्टिगोचर होता है. कुंडली में चंद्रमा का ठीक होना बहुत ही जरुरी होता है. जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर होना बहुत ही कष्टकारी होता है जिनकी कुंडली में चंद्रमा ठीक नहीं होता है उनको कई तरह से परेशानी होती है. इनकी गति बहुत ही तेज होती है. एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में सवा दो से ढाई दिन लगता है चंद्रमा कर्क राशि के स्वामी है तथा रोहिणी, हस्त और श्रवण नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा होते हैं.चंद्रमा को पाताल लोक के स्वामी माना गया है, चंद्रमा स्त्री कारक ग्रह है. चंद्रमा का मित्र ग्रह सूर्य तथा बुध है इनके सम ग्रह शनि, शुक्र, गुरु और मंगल हैं. राहु और केतु इनके शत्रु ग्रह होते हैं. चंद्रमा का उच्च राशि वृष राशि है और इनका नीच का राशि वृश्चिक है. यह कुंडली में चौथे भाव का स्वामी होते हैं.
चंद्रमा शीतल एवं शांत ग्रह है इसलिए इसे मन का कारक ग्रह कहा जाता है. इनमें मातृत्व तथा प्रेम -प्यार समझने की शक्ति, देख-रेख का दायित्व करते हैं. यह कफकारी और वायु विकार प्राकृतिक वाला ग्रह है.
(1) चंद्रमा कमजोर होने पर व्यक्ति मानसिक रूप से बहुत ही कमजोर हो जाता है.
(2) गलत भावना में गलत निर्णय ले लेते हैं जिसके कारण कई तरह से तकलीफ होता है.
(3) स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है मानसिक बीमारी से परेशान रहते हैं.
(4) नींद काम लगता है. आस्थमा जुकाम, जल से भय बना रहता है. आत्महत्या करने की कोशिश करता हैकुं
(1) भगवान शिव की उपासना तथा आराधना करने से चन्द्र पीड़ा दूर होती है.
(2) सोमवार को व्रत रखने से भी चन्द्र दोष दूर होते हैं.
(3) पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करें या अन्य कोई नदी में स्नान करें.
(4) पानी की टंकी की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
(5) माता- पिता तथा बुजुर्ग, साधू व ब्राह्मण की सेवा करने से चन्द्र पीड़ा से निवारण होता है.
चन्द्र दोष से पीड़ित व्यक्ति को श्वेत मोती तथा श्वेत पुखराज का दान करना चाहिए. सफेद रंग के वस्त्र बांटने तथा सफेद वस्त्र धारण करने से चन्द्रजनित पीड़ा का निवारण होता है.
चांदी की अंगूठी में पांच रती का मोती जड़वा कर दाहिने हाथ की कनिष्ठा उंगली में धारण करें लाभ होगा.
चन्द्र ग्रह से सम्बंधित दान सोमवार या चन्द्र के नक्षत्र रोहिणी, हस्त या श्रवण नक्षत्र में दान करना चाहिए. दान अपने वजन के बराबर चावल, सफेद वस्त्र, कपूर, चांदी, सफेद चन्दन, चीनी, मोती, दही दक्षिणा सहित ब्राह्मण को शिव मंदिर में दान करना चाहिए.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847
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