Chhath Puja 2024 Sarees: दिवाली के 6 दिनों के पश्चात, इस वर्ष छठ पूजा 2024 का पर्व मनाया जाएगा. यह महापर्व विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. छठ पूजा एक ऐसा उत्सव है, जिसमें अधिकांश महिलाएं पारंपरिक परिधान को अपनाना पसंद करती हैं. आइए जानें छठ के अवसर पर किस तरह की साड़ी पहनना शुभ माना जाता है
Chhath Puja 2024: इसलिए मनाया जाता है छठ महापर्व, जानें क्या है इसका धार्मिक महत्व
छठ महपर्व में व्रती किस तरह की साड़ी पहनें ?
चार दिवसीय महापर्व में व्रति महिलाएं और पुरुष 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं और सूर्य देवता तथा छठी मईया की पूजा करते हैं. छठ पूजा के समय महिलाएं साड़ी और पुरुष धोती पहनकर पूजा करते हैं. साड़ी खरीदते समय महिलाएं विशेष ध्यान देती हैं कि वे सिलाई की हुई साड़ी न पहनें. ऐसी परंपरा चली आ रही है कि छठ में व्रती सूती साड़ी पहनती है.
छठ में किस तरह की साड़ी पहनने की होती है मनाही ?
छठ महापर्व में व्रती द्वारा अपने लिए साड़ी खरीदने से पहले ये बात जान लेनी चाहिए कि साड़ी में काले रंग का प्रयोग ना हो, ना ही साड़ी में काले रंग का कोई दाग हो, छठ के दौरान काले रंग के वस्त्र पहनने अशुभ माना जाता है.
छठ पूजा में व्रती द्वारा सिलाई किए हुए कपड़े नहीं पहने जाते
छठ पूजा के दौरान व्रती महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखती है. इस अवसर पर सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं, लेकिन महिलाएं बिना सिलाई के कपड़े पहनने का चयन करती हैं. इस परंपरा के अनुसार, वे सूती साड़ी पहनती हैं, जो सदियों से चली आ रही है. इसी कारण, पूजा के समय महिलाएं साड़ी के साथ ब्लाउज नहीं पहनती हैं.