नरक चतुर्दशी के दिन सूर्यास्त के बाद अपने घर और व्यावसायिक स्थल पर तेल के दीप जलाएं. तेल की दीपक जलाने से घर-मकान और दुकान में मां लक्ष्मी का स्थायी निवास होता है. धन की कभी कमी नहीं होती. व्यवसाय फलता-फुलता है. साथ ही इस दिन पूजा-पाठ के अलावा कुछ और उपाय भी करें जिससे स्थिर धन की प्राप्ति हो.
नरक चतुर्दशी के दिन करें यह अचूक उपाय
– इस दिन यमराज के नाम से तेल का दीया घर के मुख्य द्वार से बाहर की ओर जलाएं. दीए का मुख दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए.
– नरक चतुर्दशी के दिन शाम के समय सभी देवी- देवताओं की पूजा के बाद तेल के दीपक जलाकर घर की चौखट के दोनों ओर, घर के बाहर और कार्य स्थल के प्रवेश द्वार पर रखें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी सदैव घर में निवास करती हैं.
– नरक चतुर्दशी के दिन को रूप चतुर्दशी या रूप चौदस भी कहते हैं. इस दिन सौंदर्य की प्राप्ति के लिए भगवान कृष्ण की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है.
– मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के अगले दिन दीपावली पर लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं, इसलिए दरिद्रय यानि गंदगी को घर से निकाल देना चाहिए.
– इस दिन गंदगी को घर से निकालने की परंपरा भी है. इसलिए निशीथ काल यानी अर्धरात्रि के समय घर से बेकार के सामान फेंक देना चाहिए. इस परंपरा को दारिद्रय नि: सारण कहा जाता है.
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– नरक चतुर्दशी के दिन सबसे पहले लाल चंदन, गुलाब के फूल और रोली के पैकेट की पूजा की जाती है. इसके बाद उन्हें एक लाल कपड़ें में बांधकर तिजोरी में रखने से धन की प्राप्ति होती है . साथ ही स्थिर धन मिलता है.
– लिंग पुराण की मानें तो इस दिन उड़द के पत्तों के साग से युक्त भोजन करने से व्यक्ति के सभी पाप दूर हो जाते हैं.
चतुर्दशी शुभ समय
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ: बुधवार, 3 नवंबर 2021 को प्रातः 09:02 बजे से
चतुर्दशी तिथि समापन: गुरुवार, 4 नवंबर 2021 को प्रातः 06:03 बजे तक
चतुर्दशी दीप दान के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि में यम दीपदान और पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 06:15 से रात 9:05 बजे तक है. यम दीपदान के लिये 4 बत्ती वाला मिट्टी का दीपक घर के मुख्य द्वार पर रखना शुभ होता है.