Cold Moon 2025: अब अगले साल इस दिन नजर आएगा कोल्ड मून, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये खगोलीय घटना
Cold Moon 2025: दिसंबर में कोल्ड मून को दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है. यह चंद्र चक्र में सबसे लंबी पूर्णिमा है.
Cold Moon 2025: कल यानी 15 दिसंबर को मनाई गई पूर्णिमा, जिसे “कोल्ड मून” भी कहा जाता है, इस वर्ष के अंत में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना का प्रतीक है. सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा की खगोलीय स्थिति के कारण, पूरे सप्ताहांत में चंद्रमा रात्रि में पूर्ण रूप से दिखाई देता है, जिससे यह चंद्र चक्र में सबसे लंबी पूर्णिमा की घटना होती है. यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जो हर 19 साल में होता है. इसे कोल्ड मून के नाम से जाना जाता है, यह जेमिनिड उल्का बौछार के साथ मेल खाएगा। यहां हम बताने जा रहे हैं कि अगला कोल्ड मून कब नजर आएगा.
अलग अलग नामों से जाना जाता है इस दिन को
दिसंबर में पूर्णिमा को दुनिया के विभिन्न भागों में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है. इनमें से कुछ हैं यूल या ओक मून, दत्ता या दत्तात्रेय जयंती उत्सव चंद्रमा, कार्तिकई दीपम उत्सव चंद्रमा, आदि. पंचांग ने इसे कोल्ड मून कहा है क्योंकि यह शीतकालीन संक्रांति के करीब होता है, जिससे लंबी और ठंडी सर्दियों की रातें होती हैं.
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कब नजर आएगा अगला कोल्ड मून
अगले साल, ‘कोल्ड मून’ 5 दिसंबर को शाम 4:44 बजे होगा. उल्लेखनीय है कि कोल्ड मून का समय समय क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग होता है और विशिष्ट समय और तिथियाँ स्थानीय समय पर आधारित होती हैं.
दिसंबर के पूर्णिमा को कोल्ड मून क्यों कहा जाता है?
कोल्ड मून शब्द की उत्पत्ति मोहॉक जनजाति से हुई है, जिन्होंने इस दौरान होने वाली ठंडी परिस्थितियों के कारण इसका नाम रखा था. ओल्ड फार्मर्स अल्मनैक के अनुसार, मोहिकन लोगों द्वारा चंद्रमा को “लंबी रात का चंद्रमा” भी कहा जाता था.