कोरोना वायरस (Corona Virus) ने दुनिया भर में जहां महामारी का विकराल रूप ले लिया है वहीं भारत मे भी इसको लेकर सतर्कता हर स्तर पर जारी है.रेलवे स्टेशन हो या एयरपोर्ट. स्कूल हों या कॉलेज, हर जगह प्रशासन कोरोना को लेकर हाई एलर्ट पर है.
इसका असर भारत के धार्मिक संस्थानों में भी लगातार देखने को मिल रहा है.जहां हाल में वृंदावन में विदेशी सैलानियों के आने पर अगले दो महीने की रोक लगा दी गई थी वहीं अब तिरुपति (Tirupati ) में तिरुमाला देवस्थानम (TTD) ने तिरुपति के प्रसिद्ध मंदिर में भगवान बालाजी के दर्शन को नए नियमों से बांध दिया है. तिरुमाला देवस्थानम तिरुपति के भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन देखने वाली संस्था है.
17 मार्च 2020 को जारी किए गए दिशा निर्देशों के अनुसार तिरुपति बालाजी (Tirupati Balaji ) के दर्शन के लिए अब लाइन लगने वाली व्यवस्था को फिलहाल बंद कर दिया है.दर्शन करने वाले भक्तों को अब टाइम स्लॉट के हिसाब से कुछ समय पहले टोकन जारी कर दिए जाएंगे और उन्हें उसी समय आकर दर्शन कर लेना होगा.समाचार एजेंसी PTI के अनुसार , TTD के कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल ने PTI को बताया कि यह कदम आंध्र प्रदेश सरकार के उस आदेश के तहत लिया गया है जिसमे कोरोना के रोकथाम के लिए हर संभव कदम उठाने की बात सरकार के द्वारा कही गयी है.श्रद्धालुओं को अब फोटो युक्त पहचान पत्र साथ रखने होंगे. मंदिर में विशेष टोकन काउंटर बनाए जाएंगे जो श्रद्धालुओं के लिए मददगार साबित होगा.
श्रद्धालुओं की संख्या में कमी –
तिरुपति मंदिर में लाखों की संख्यां में श्रद्धालु रोजाना आकर बालाजी के दर्शन करते हैं लेकिन कोरोना वायरस के कहर से पिछले कुछ दिनों से दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी देखी जा रही है. वहीं अब सरकार के आदेश और मंदिर प्रशासन की गंभीरता के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में और अधिक कमी हो सकती है.
चढ़ावा राशि पर भी पड़ा असर-
वहीं कोरोना का असर तिरुपति मंदिर के रेवेन्यू पर भी पड़ा है. जहां केवल जनवरी के माह की ही चढ़ावा राशि लगभग 04 करोड़ रोजाना थी वो अब घटकर 02 करोड़ के आस-पास हो गयी है. वहीं विदेशों से आने वाले भक्तों के लिए तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD ) ने एक परामर्श जारी करते हुए कहा है कि वे अभी अगले एक महीने के लिए तिरुपति मंदिर न आएं.