Dhanteras 2021: धनतेरस में यम दीप दान का है विशेष महत्व, राशियों के अनुसार ऐसे करें करे खरीदारी

Dhanteras 2021: धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है. अगर सम्भव न हो तो कोइ बर्तन खरिदे. इसके पीछे यह कारण माना जाता है कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है जो शीतलता प्रदान करता है और मन में संतोष रूपी धन का वास होaता है. संतोष को सबसे बड़ा धन कहा गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2021 8:50 AM
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कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धनवन्तरि अमृत कलश के साथ सागर मंथन से उत्पन्न हुए हैं. इसलिए इस तिथि को धनतेरस के नाम से जाना जाता है.

धन्वन्तरी जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथो में अमृत से भरा कलश था. भगवान धन्वन्तरि कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए ही इस अवसर पर बर्तन खरीदने की परम्परा है. कहीं कहीं लोकमान्यता के अनुसार यह भी कहा जाता है कि इस दिन धन (वस्तु) खरीदने से उसमें 13 गुणा वृद्धि होती है. इस अवसर पर धनिया के बीज खरीद कर भी लोग घर में रखते हैं. दीपावली के बाद इन बीजों को लोग अपने बाग-बगीचों में या खेतों में बोते हैं.

माना जाता है कि साबुत धनिया से हरा भरा स्वस्थ पौधा निकल आता है तो आर्थिक स्थिति उत्तम होती है.

धनिया का पौधा हरा भरा लेकिन पतला है तो सामान्य आय का संकेत होता है. पीला और बीमार पौधा निकलता है या पौधा नहीं निकलता है तो आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है. अगर सम्भव न हो तो कोइ बर्तन खरिदे. इसके पीछे यह कारण माना जाता है कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है जो शीतलता प्रदान करता है और मन में संतोष रूपी धन का वास होता है. संतोष को सबसे बड़ा धन कहा गया है. जिसके पास संतोष है वह स्वस्थ है सुखी है और वही सबसे धनवान है. भगवान धन्वन्तरि जो चिकित्सा के देवता भी हैं उनसे स्वास्थ्य और सेहत की कामना के लिए संतोष रूपी धन से बड़ा कोई धन नहीं है. लोग इस दिन ही दीपावली की रात लक्ष्मी गणेश की पूजा हेतु मूर्ति भी खरीदते हें.

धनतेरस पूजा मुहूर्त

धनत्रयोदशी या धनतेरस के दौरान लक्ष्मी पूजा को प्रदोष काल के दौरान किया जाना चाहिए जो कि सूर्यास्त के बाद प्रारम्भ होता है और लगभग 2 घण्टे 24 मिनट तक रहता है. प्रदोषकाल में दीपदान व लक्ष्मी पूजन करना शुभ रहता है.

प्रदोषकाल पूजन मुहूर्त

  • पटना के आसपास के शहरों में धन तेरस पूजा मुहूर्त 2 नवम्बर सूर्यास्त समय सायं लगभग 05:09 तक रहेगा.

  • प्रदोष काल: सायं 05:19से 08:15 तक रहेगा इस समय अवधि में स्थिर लग्न वृषभ सायं 05:53 से रात 7:50 तक रहेगी. अतः धनतेरस पूजा के लिये श्रेष्ठ मुर्हुत: सायं 06:25 से 08:21तक रहेगा

  • इस मुहूर्त समय में पूजा होने के से घर-परिवार में स्थायी लक्ष्मी की प्राप्ति होती है.

चौघड़िया अनुसार पूजन करने के लिए शुभ मुहूर्त

  • शुभ काल मुहूर्त 14:21 से 15:45 तक

  • अमृत काल मुहूर्त 23:34 से1:11अगले दिन तक

  • लाभ काल मुहूर्त 18:45 से 20:22 तक

उपरोक्त में लाभ समय में पूजन करना लाभों में वृद्धि करता है. शुभ काल मुहूर्त की शुभता से धन, स्वास्थय व आयु में शुभता आती है. सबसे अधिक शुभ अमृत काल में पूजा करने का होता है.

धनतेरस पर खरीददारी के लिये शुभ मुहूर्त

  • चर लग्न सुबह 8:47 बजे से 10.10 बजे तक.

  • त्रिपुष्कर योग सुबह 5:58से 11:31दिन तक

  • अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11.12 बजे से 12.56 बजे तक.

  • वृष लग्न शाम 5:53 बजे से रात 7:50 बजे तक.

इसमें भी अभिजीत मुहूर्त एवं त्रिपुष्कर योग ने खरीददारी करना अत्यंत शुभ माना गया है.

ध्यान रहे दिन 14:21से 15:45 तक राहुकाल रहेगा इस अवधि में खरीददारी ना करें.

राशियों के अनुसार जाने धनतेरस पर क्या खरीदना शुभ होगा

मेष

इस राशि का स्वामी मंगल है. धनतरेस के शुभ मुहूर्त पर मेष राशि के जातकों के लिए ताबें की वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है. इस दिन आप चाहें तो भूमि में भी निवेश कर सकते हैं. अगर आप इस दिन तांबे की कोई वस्तु नहीं खरीदना चाहते तो आप चांदी या इलेक्ट्रॉनिक का भी कोई समान खरीद सकते हैं. वहीं इस राशि के लोगों को शेयर, केमिकल, चमड़े, लोहे से संबंधित काम में निवेश करने से बचना चाहिए.

वृष

वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है. इन राशि के लोग धनतेरस के दिन चांदी का कोई सामान खरीद सकते हैं. इसके अलावा धनतेरस के दिन चावल अवश्य खरीदने चाहिए. इस खास मौके पर अनाज, कपड़ा, चांदी, चीनी, चावल, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, परफ्यूम, दूध और उससे बने पदार्थ, प्लास्टिक, खाद्य तेल, कपड़े, और रत्नों में निवेश करने या खरीदने से लाभ होगा. इससे मां लक्ष्मी हमेशा कृपा बरसाती रहेंगी.


मिथुन

मिथुन राशि के जातकों का स्वामी बुध aहै. बुध व्यापारियों को लाभ देने वाला ग्रह है. मिथुन राशि के जातक धनतेरस पर स्टील के बर्तन खरीद सकते हैं. धनतेरस के दिन आपका वाहन खरीदना या सोने में निवेश करना भी शुभ माना जाता है. इस दिन आप सफेद वस्त्र का दान करें, जिससे आपकी वित्तीय स्थिति बेहतर हो जाएगी. इसके अलावा धनतेरस के दिन कागज, लकड़ी, पीतल, गेहूं, दालें, कपड़ा, स्टील, प्लास्टिक, तेल, सौदर्य सामग्री, सीमेंट, खनिज पदार्थ आदि का व्यापार करने वाले और खरीदने वाले को लाभ मिलेगा.

कर्क

कर्क राशि का स्वामी चंद्र है. धनतेरस के दिन आपका कंपनियों के शेयर और फाइनेंस कंपनियों में निवेश करना लाभदायी होगा. कर्क राशि के लोग धनतेरस के दिन चांदी की वस्तुएं खरीद सकते हैं. इसके अलावा चाहें तो आप स्टील के बर्तन भी खरीद सकते हैं. इस दिन इलेक्ट्रॉनिक का आइटम खरीदना आपके लिए शुभ होगा, यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके घर में मां लक्ष्मी का वास हमेशा बना रहेगा.

सिंह

सिंह राशि का स्वामी सूर्य है. इन राशि के जातकों को नौकरी पसंद नहीं होती है ये केवल व्यापार करने में विश्वास रखते हैं. धनतेरस के दिन आप शेयर या जमीन-जायदाद में निवेश कर सकते हैं. इस दिन सिंह राशि के जातक तांबे या कांसे की वस्तुओं को खरीद सकते हैं. आप चाहें तो इस खास मौके पर सोने मे निवेश कर सकते हैं या इलेक्ट्रॉनिक का कोई आइटम खरीद सकते हैं. इस दिन आप नए कपड़े भी खरीद सकते हैं ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद आप पर हमेशा बना रहेगा.

कन्या

कन्या राशि का स्वामी बुध है, जिसे चंद्रमा का शत्रु माना जाता है. इन राशि के लोगों के लिए धनतेरस के दिन तांबे के गणेश जी खरीदना शुभ माना जाता है. वहीं इस खास मौके पर आप रसोई के लिए कोई आइटम भी खरीद सकते हैं. इस खास मौके पर अगर आप चाहें तो कांसे या हाथी के दांत से बनी चीजें भी खरीद सकते हैं.

तुला

तुला राशि का स्वामी शुक्र है. इस ऱाशि वालों को इलेक्ट्रॉनिक सामान और तेल में निवेश करना शुभ माना जाता है. तुला राशि के जातक धनतेरस के दिन चांदी या स्टील से बनी कोई भी चीजें खरीद सकते हैं. इसके अलावा आप कोई ब्यूटी प्रोडक्ट्स या घर को सजाने वाली किसी वस्तु को खरीद सकते हैं. ऐसा करने से आपको ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है.

वृश्चिक

इस राशि के जातकों का स्वामी मंगल है. इस राशि वाले लोगों को धनतेरस के दिन जमीन, मकान, दुकान और वस्त्रों में निवेश करना चाहिए. इस खास मौके पर सोने की वस्तु को खरीदना काफी शुभ माना जाता है. यदि आप चाहें तो इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं भी खरीद सकते हैं. यदि आप इन वस्तुओं को खरीदते हैं तो आपको धनलाभ के कई योग बनेंगे.

धनु

इस राशि के लोगों का स्वामी गुरु है. गुरु व्यापारियों को लाभ प्रदान कराने वाला ग्रह है. धनतेरस के दिन सोने का आइटम और अनाज खरीदना शुभ माना जाता है. इसके अलावा आप इस दिन आभूषण, रत्न, अनाज, चांदी और ब्यूटी प्रोडक्टस भी खरीद सकते हैं. यदि आप इस दिन कोई पीली वस्तु खरीद लें तो आपके ऊपर लक्ष्मी के साथ-साथ बृहस्पति देव का भी आशीर्वाद बना रहेगा.

मकर

मकर राशि का स्वामी शनि है. धनतेरस के दिन इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन, इत्र, स्टील और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में निवेश से लाभ प्राप्त होता है. मकर राशि के लोग धनतेरस के दिन वाहन खरीद सकते हैं क्योंकि उनके लिए यह दिन काफी शुभ है. इसके अलावा आप मां लक्ष्मी के पूजन के लिए वस्त्र और चांदी का सिक्का भी खरीद सकते हैं. इस पावन अवसर पर यह सब चीजें खरीदने से आपके घर में समृद्धि का वास होगा.

कुंभ

इस राशि के जातकों का स्वामी शनि है. धनतेरस के दिन लोहे, इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन, इत्र, स्टील आदि वस्तुएं खऱीद सकते हैं. इस दिन आप चाहें तो नीलम रत्न भी खरीद सकते हैं. यह काफी शुभ माना जाता है. यदि आप चाहें तो इस दिन भगवान गणेश और धन की देवी लक्ष्मी के चित्र वाला सोने का सिक्का भी खरीद सकते हैं. ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी.

मीन

मीन राशि वालों का स्वामी गुरु है. चंद्रमा का घनिष्ठ मित्र माना जाता है. धनतेरस के दिन सोना, चांदी, रत्न, आभूषण आदि सामग्रियों को खरीदना शुभ माना जाता है. इसके अलावा आप इस दिन चांदी के बर्तन भी खरीद सकते हैं. अगर आप चाहें तो कोई इलेक्ट्रॉनिक आइटम भी खरीद सकते हैं. ये सब खरीदते हैं तो आप पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है.

कुछ अन्य उपाय टोटके

धन तेरस पर धन प्राप्ति के अनेक उपाय बताए जाते हैं लेकिन सभी उपायों से बढ़कर है धन और आरोग्य के देवता धन्वं‍तरि का पावन स्तोत्र.

धन्वं‍तरि स्तो‍त्र

ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः.

सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम॥

कालाम्भोदोज्ज्वलांगं कटितटविलसच्चारूपीतांबराढ्यम.

वन्दे धन्वंतरिं तं निखिलगदवनप्रौढदावाग्निलीलम॥

ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:

अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय

त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप

श्री धन्वं‍तरि स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥

इस स्तो‍त्र को कम से कम 11 बार पढ़ें.

पूर्ण भाव से भगवान धन्वंतरि जी का पूजन करें.

घर में नयी झाडू और सूपड़ा खरीद कर लाये और विधि से पूजन करें.

सायंकाल दीपक प्रज्वलित कर अपने मकान , दुकान आदि को सुन्दर सजाये.

माँ लक्ष्मी को गुलाब के पुष्पों की माला पहनाये और उन्हें सफेद मिठाई का भोग लगाये.

अपनी सामर्थ्य अनुसार तांबे, पीतल, चांदी के गृह-उपयोगी नवीन बर्तन व आभूषण क्रय करते हैं.

हल जुती मिट्टी को दूध में भिगोकर उसमें सेमर की शाखा डालकर तीन बार अपने शरीर पर फेरें.

धनतेरस के दिन सूखे धनिया के बीज खरीद कर घर में रखने से परिवार की धन संपदा में वृ्द्धि होती है.

कुबेर देवता का पूजन करें. शुभ मुहूर्त में अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान में नई गड़ी बिछाएं.

सायंकाल पश्चात १३ दीपक जलाकर तिजोरी में भगवान कुबेर धन के देवता का पूजन करें.

मृत्यु के देवता यमराज के निमित्त दीपदान करें.

तेरस के सायंकाल किसी पात्र में तिल के तेल से युक्त दीपक प्रज्वलित करें. पश्चात गंध, पुष्प, अक्षत से पूजन कर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके यम से निम्न प्रार्थना करें-

‘मृत्युना दंडपाशाभ्याम्‌ कालेन श्यामया सह.

त्रयोदश्यां दीपदानात्‌ सूर्यजः प्रयतां मम.

अब उन दीपकों से यम की प्रसन्नता के लिए सार्वजनिक स्थलों को प्रकाशित करें.

संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ

8080426594/9545290847

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