Dhanteras 2024: दीपावली का उत्सव 5 दिनों तक चलता है, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और इसका समापन भाई दूज पर होता है. धनतेरस का पर्व हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन आयुर्वेदिक चिकित्सा के संस्थापक भगवान धन्वंतरि के साथ माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है. इसके अगले दिन छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है. आइए जानते हैं धनतेरस परक्या सोना-चांदी खरीदने की परंपरा कब शुरू हुई. यहां देखें इस साल सोना चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त
सोने और चांदी की खरीदारी ऐसे शुरू हुई
प्राचीन कथाओं के अनुसार, भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के समय प्रकट हुए थे. उन्हें देवताओं के चिकित्सक के रूप में भी जाना जाता है. जब भगवान धन्वंतरि प्रकट हुए, तब उनके हाथ में एक कलश था. इसीलिए हर वर्ष धनतेरस के अवसर पर चांदी के लक्ष्मी, गणेश, बर्तन और आभूषण खरीदे जाते हैं. इसके साथ ही, सोने की खरीद भी शुभ मानी जाती है. यह मान्यता है कि धन्वंतरि जी को पीतल की धातु पसंद है, इसलिए इस दिन पीतल से बनी वस्तुओं की भी खरीदारी की जाती है.
धनतेरस की तिथि – 29 अक्टूबर 2024
धनतेरस के अवसर पर खरीदारी के लिए पूरा दिन शुभ माना जाता है. इस दिन, 29 अक्टूबर को सुबह 10:31 से लेकर 30 अक्टूबर को दोपहर 01:15 तक खरीदारी का विशेष मुहूर्त है. जो लोग चौघड़िया के अनुसार धनतेरस पर वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए मुहूर्त निम्नलिखित हैं –
चर (सामान्य) – सुबह 09:18 से सुबह 10:41 तक
लाभ (उन्नति) – सुबह 10:41 से दोपहर 12:05 तक
अमृत (सर्वोत्तम) – दोपहर 12:05 से दोपहर 01:28 तक
लाभ (उन्नति) – रात 07:15 से रात 08:51 तक
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ समय
पहला खरीदारी का समय – धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है, जो खरीदारी के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. यह योग सुबह 6:31 बजे से प्रारंभ होकर अगले दिन 10:31 बजे तक रहेगा. इस योग में की गई खरीदारी से वस्तुओं में तीन गुना वृद्धि होती है.