Diwali 2022: दिवाली का त्योहार इस बार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी का पूजन के बाद दिए जलाए जाते हैं. वहीं लोगों में इस बार धनतेरस और छोटी दिवाली को लेकर भी थोड़ा कंफ्यूजन है. आज हम इसी बात पर चर्चा करेंगे की धनतेरस, दिवाली और भाई दूज कब मनाया जाएगा.
बताएं आपको कि छोटी दिवाली जहां कई जगह 24 को और धनतेरस 23 को मनाई जा रही हैं, वहीं कई जगह 22 को धनतेरस, 23 को छोटी दिवाली और 24 को बड़ी दिवाली मनाई जा रही है. दिवाली के दिन दीप जलाकर मां लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है. दिवाली का त्योहार धनतेरस से शुरू हो जाता है. वहीं, धनतेरस पर भी घर में मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर का स्वागत किया जाता है, इसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, इस दिन नई धातु घर में लाने की परंपरा है.
धनतेरस की बात करें तो इस दिन घर के मुख्य द्वार पर 13 दीप जलाने चाहिए, इसके अलावा घर के मुख्य द्वार पर या नाली या कूड़े के पास यम का दीपक जलाया जाता है. यम का दीप आटे का बनाया जाता है और इसे नाली के पास रखा जाता है.
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नरक चतुदर्शी के दिन 14 दीपक जलाए जलाने चाहिए. वहीं दिवाली के दिन एक तेल का दीपक और एक घी का बड़ा दीपक भी जलाना शुभ होता हैं, ऐसा कहा जाता है कि एक दीपक मां लक्ष्मी के लिए यह रात भर जलाया जाता है. इसके अलावा आपकी हर संपत्ति के पास एक दीपक होना जरूरी है. इसमें एक दीपक तुलसी पूजा, एक दीपक जल के स्थान की जगह, एक आपके वाहन के पास, एक दीपक वॉशरुम में, एक रसोई घर में, एक दीपक पिचरों के नाम का और एक दीपक यम के नाम का जलाया जाता है.
लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त -शाम 06 बजकर 54 मिनट से 08 बजकर 16 मिनट तक
लक्ष्मी पूजन की अवधि-1 घंटा 21 मिनट
प्रदोष काल – शाम 05 बजकर 42 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक
वृषभ काल – शाम 06 बजकर 54 मिनट से रात 08 बजकर 50 मिनट तक
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त – रात 11 बजकर 40 मिनट से लेकर 12 बजकर 31 मिनट तक
अवधि – 50 मिनट तक
सायंकाल मुहूर्त्त (अमृत,चल):17:29 से 19:18 मिनट तक
रात्रि मुहूर्त्त (लाभ) :22:29 से 24:05 मिनट तक
रात्रि मुहूर्त्त (शुभ,अमृत,चल):25:41 से 30:27 मिनट तक