Ganesh Chaturthi 2024: आज शुभ योग में गणेश चतुर्थी का पूजन होगा, जाने क्या है पूजन का शुभ मुहूर्त
Ganesh Chaturthi 2024: आज 7 सितंबर 2024 को गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है. आइए जानें किस मुहूर्त में करें गणपति बप्पा की पूजा.
Ganesh Chaturthi 2024: भगवान गणेश की पूजा सबसे पहले किया जाता है इनके पूजन से सभी विपती दूर होता है. इन्हे अलग अलग नाम से भी पूजा किया जाता है. भगवान गणेश कष्ट को हरनेवाला, जिनका पेट उदर के सामान हो, कार्य में विघ्न को हरने वाला,माता के आज्ञाकारी भगवान गणेश का पूजन यानी गणेश चतुर्थी का त्योहार पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष चतुर्थी को यह त्योहार मनाया जाता है इन्हे गणेश उत्सव के नाम से भी जाना जाता है.
भाद्रपद माह की चतुर्थी का विशेष महत्व
वर्ष में 12 चतुर्थी मनाया जाता है लेकिन भाद्रपद माह की चतुर्थी का विशेष महत्व है. इसे वैनायकी गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है.
गणेश जी की पूजन से होते हैं क्या फायदे ?
संतान प्राप्ति में विलंब हो रहा हो या पुत्र जन्म के बाद उनके स्वास्थ्य ठीक नहीं रहे,परिवार में विवाद बन रहा है.शत्रु से परेशान है.कार्य में बाधा उत्पन हो रहा है. इस अवस्था में गणेश जी का पूजन करने से सभी कष्ट दूर होते है. जन्मकुंडली में बुध कमजोर है या नीच भाव में है गणेश पूजन से सब ठीक हो जाता है.गणेश जी का जन्म मध्याह्न काल में हुआ है इसलिए गणेश जी का पूजा दोपहर में करने से सुख सम्पत्ति का लाभ होता है.
कब है गणेश चतुर्थी ?
07 सितम्बर 2024 दिन शनिवार को मनाया जायेगा.
गणेश पूजन का मुहूर्त क्या है ?
चतुर्थी तिथि का आरम्भ 06 सितम्बर 2024 दोपहर 12:08 मिनट से आरम्भ होगा.
चतुर्थी तिथि का समाप्त 07 सितम्बर 2024 दोपहर 02 बजकर 05 मिनट पर होगा.
सुबह 10:32 से दोपहर 01:02 मिनट तक भगवन गणेश का स्थापना करे.
सर्वार्थ सिद्धि योग
07 सितंबर 2024 आरंभ 12: 34 दोपहर से 05:33 सुबह (08 सितंबर 2024 तक )
रवियोग
07 सितंबर 2024 आरंभ सुबह 05: 32 से 12:34 मिनट दोपहर तक
गणेश चतुर्थी की पूजा कैसे करें ?
पूजनकर्ता नित्य क्रिया से निर्वित होकर भगवान को आसन पर बैठाए.पंचामृत से स्नान कराए, वस्त्र चढ़ाए,उनको हार फुल चढ़ाए.वस्त्र चढ़ाए,चन्दन, कुमकुम, हल्दी लगाए,दूर्वा गणेश जी का प्रिय है. इसलिए दुर्वा चढ़ाना अनिवार्य है.प्रसाद में मोदक का भोग लगाए .
गणेश चतुर्थी को लेकर क्या है मान्यता ?
यह त्योहार भारत के सभी राज्यों में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है.लेकिन विशेषकर दक्षिण के राज्यों में विशेष तौर पर मनाया जाता है. गणेश उत्सव 11 दिन तक चलता है.उसके बाद विसर्जन किया जाता है. इस दिन चंद्रमा का दर्शन नहीं करे चन्द्रदोष लगता है आपके ऊपर झूठा आरोप लगता है.समाज में कलंकित होना पड़ता है. इसलिए जब चंद्रमा का दर्शन हो तब भगवान गणेश का पूजन करे दोष दूर होता है.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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