Ganesh Visarjan Vidhi, Ganesh Visarjan Ka Shubh Muhurat: गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को स्थापित किया जाता है. लोग अपने-अपने सामर्थ्य के अनुसार भगवान गणेश को स्थापित करते हैं. कोई 3 दिन, कोई 5 दिन, कोई 7 दिन और कोई 10 दिन के लिए भगवान गणेश को अपने घरों में स्थापित कर उन्हें पूजा-अर्चना करते है.
जिस प्रकार श्रद्धा-भक्ति और विधि विधान से भगवान गणेश की स्थापना की जाती है. ठीक उसी प्रकार भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाता है. गणेश विसर्जन भी विधि विधान के साथ किया जाता है. आमतौर पर भगवान गणेश का विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है. उत्तर प्रदेश और बिहार में अनंत चतुर्दशी आज मनाया जा रहा है. इस बार घटती-बढ़ती तिथि के कारण कुछ पंचांग के अनुसार कल भी मनाया जाएगा. गणेश जी के विसर्जन के लिए इस दिन को शुभ माना जाता है. इस साल गणेश विसर्जन कुछ पंचांग के अनुसार 31 अगस्त दिन सोमवार तो कुछ पंचांग के अनुसार 1 सितंबर, मंगलवार को किया जाएगा.
अनंत चतुर्दशी के दिन सवेरे उठकर स्नान आदि कर पवित्र हो जाएं. इसके बाद साफ वस्त्र पहनें. जिस प्रकार 10 दिन तक भगवान गणेश का पूजन किया जाता है. ठीक उसी प्रकार पूजा करें. एक चौकी पर लाल, पीला या नारंगी वस्त्र बिछाएं. उस पर कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं. स्वास्तिक पर चावल और फूल डालकर नमन करें. चौकी के कपड़े के चारों कोनों में सुपारी बांधें. स्थापित गणेश प्रतिमा को उठाकर चौकी पर बैठाएं.
भगवान गणेश के जयकारों के साथ उन्हें विसर्जन स्थल पर लेकर जाएं. विसर्जन स्थल पर पहुंचकर भगवान गणेश की प्रतिमा का एक बार फिर से पूजन करें. उन्हें कुमकुम का तिलक लगाएं. अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगते हुए दोबारा अगले साल लौट के आने की विनती करें. साथ ही यह कामना करें कि अगली गणेश चतुर्थी तक भगवान गणेश की कृपा उन पर बनी रहे और सब मंगल ही मंगल हो.
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ 31 अगस्त 2020 को 08 बजकर 48 मिनट पर
चतुर्दशी तिथि समाप्त 01 सितम्बर 2020 को 09 बजकर 38 मिनट पर
सुबह का मुहूर्त 09 बजकर 10 मिनट से लेकर 01 बजकर 56 मिनट तक
दोपहर का मुहूर्त 03 बजकर 32 मिनट से शाम 05 बजकर 07 मिनट तक
शाम का मुहूर्त 08 बजकर 07 मिनट से 09 बजकर 32 मिनट तक
रात का मुहूर्त 10 बजकर 56 मिनट से 03 बजकर 10 मिनट तक
News posted by : Radheshyam kushwaha