Coral Gemstorne Benefits: परिवारिक कलेश तथा भाग्य में वृद्धि के लिए धारण करे मूंगा रत्न
Coral Gemstorne Benefits: मूंगा का इतिहास बहुत पुराना है प्राचीन ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मूंगा वनस्पति पदार्थ है इसको देखने में लता की शाखा की तरह होता है .
Coral Gemstorne Benefits: ज्योतिष शास्त्र में मूंगा रत्न को धारण करने से वयोक्ति के जीवन में भूमि भवन सम्बंधित विवाद चल रहा है ,पारिवारिक सुख में कमी दिखाई दे ऐसी स्थिति में मूंगा रत्न धारण करने से सभी सुख भरपूर मिलता है.मूंगा मंगल का रत्न है अर्थात इसका स्वामी मंगल है ज्योतिष शास्त्र में मंगल उर्जा के कारक माना जाता है मूंगा रतन धारण करने से आपके जीवन में कई तरह से बाधा बना हुआ है उसमे लाभ मिलता साथ ही दुश्मन का प्रभाव भी कम हो जाता है मूंगा का इतिहास बहुत पुराना है प्राचीन ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मूंगा वनस्पति पदार्थ है इसको देखने में लता की शाखा की तरह होता है .समुन्द्र के अन्दर पाए जाते है मूंगा रत्न स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी है इसको धारण करने से वयोक्ति के मांगलिक दोष बना हुआ है वह दूर होता है इसके आलावा वैवाहिक जीवन में परेशानी बनी हुई है वह दूर होता है .
मूंगा के गुण
यह रत्न चमकदार होता है वजन में हल्का होता है ,बहुत ही चिकना होता है ,यह कई रंग में पाए जाते है .बार -बार गर्भपात हो रहा हो इसको धारण करने से गर्भपात नहीं होता है.
मूंगा रत्न को कौन धारण कर सकता है
जन्म कुंडली में मंगल राहू या शनि किसी भाव में एक साथ में बैठा हो मूंगा पहनना बहुत ही लाभकारी होता है.
यदि जन्मकुंडली में मंगल प्रथम भाव में हो मूंगा पहनना बहुत ही लाभकारी होता है .
यदि जन्म कुंडली में मंगल चौथे भाव में मंगल है तब मूंगा पहनना बहुत ही लाभकारी होता है इससे आपके स्वास्थ्य ठीक रहेगा तथा पारिवारिक सुख प्राप्त होगा .
यदि कुंडली में मंगल धनेश नवम भाव में हो, चौथे भाव का मंगल एकादश भाव में हो या पंचम भाव के स्वामी मंगल द्वादश भाव हो मूंगा पहनने से लाभ मिलता है .
यदि आपके कुंडली में मंगल कही पर हो उनका दृष्टि सप्तम भाव दशम भाव पर हो मूंगा रतन धारण करना अत्यंत ही महतवपूर्ण होता है .
यदि मंगल छठे भाव , आठवें भाव, तथा द्वादश भाव में स्थिर हो मूंगा पहनना बहुत ही लाभकारी होता है .
यदि कुंडली में मंगल वक्री,अस्त या प्रथम भाव में हो इस समय मूंगा रत्न धारण करके लाभ ले सकते है .
यदि आपके कुंडली चंद्रमा मंगल के साथ किसी भाव में हो मूंगा रत्न पहन सकते है .
जाने जन्मकुंडली के अनुसार कौन कौन से लगन के लोग मूंगा धारण कर सकते है
मेष लगन
मेष लगन का स्वामी मंगल होता है इस लगन के लोग मूंगा धारण करना चाहिए इससे स्वास्थ्य ठीक रहता है मान -सम्मान खूब मिलता है.सभी तरह से सम्पन्न होते है.
कर्क लगन
कर्क लगन में नवम तथा दशम भाव के स्वामी मंगल होते है यह बहुत ही उत्तम योग होता है मूंगा धारण करने से लाभ होता है.
सिंह लगन
सिंह लगन में मंगल चतुर्थ भाव तथा नवम भाव का स्वामी होते है इस लगन वाले अगर मूंगा रत्न धारण करे तो मानसिक शक्ति ,पारिवारिक सुख ,भूमि भवन का लाभ होता है
यश कृति का लाभ मिलता है.
वृश्चिक लगन
इस लगन वाले वयोक्ति को मूंगा रत्न धरण करने से उत्तम लाभ मिलता है .
धनु लगन
मंगल पंचम भाव ,त्रिकोण और और द्वादश भाव के स्वामी होते है धनु लगन में मंगल शुभ होता है मूंगा धारण करने से संतान का सुख,मान -सम्मान वृध्दि तथा भाग्योदय होता है.
मकर लगन
मकर लगन में मंगल चौथे भाव का स्वामी होता है यदि इस लगन के स्वामी चतुर्थ भाव में हो मूंगा पहनना बहुत ही शुभकारी होता है .
मीन लगन
मीन लगन में मंगल दुसरे तथा नवम भाव का स्वामी है मंगल इस लगन के लिए शुभ ग्रह माना जाता है एस लगन के वयोक्ति को मूंगा रत्न धारण करना लाभप्रद होता है.
मूंगा रतन का प्रयोग कैसे करें
मूंगा रत्न संभव हो तो सोना में बनाए सोना खरीदना संभव नहीं हो चांदी या या तांबे की अंगूठी में बनवाए,मूंगा का वजन लगभग 6 रति से कम नहीं होना चाहिए मूंगा धारण करने का शुभ दिन मंगलवार को सूर्योदय से एक घंटा बाद दाए हाथ की अनामिका उंगली में धारण करें.
जन्मकुंडली से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847