इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रही है. इस दौरान पूरा विश्व यही जानने के लिये परेशान है कि कोरोना वायरस का अंत कब तक हो पायेगा. कोरोना वायरस से लगातार देश में संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए विश्व के वैज्ञानिक लगे हुए है. वहीं, अब लोग धर्म शास्त्र में इस महामारी से निपटने का उपाय खोज रहे है. ज्योतिषियों का दावा है कि हमारे हिंदू पंचांग में साफ-साफ लिखा है कि 2020 में किसी विषाणु जनित महामारी का प्रकोप होगा और वह सच भी साबित हो गया है. अब कोरोना वायरस गांवों तक तेजी से अपना पैर पसार रहा है.
ग्रामीण कोरोना वायरस से अपने आप को बचाने के लिए अपने-अपने घरों में पूजन-हवन कर रहे है. ज्योतिष के अनुसार इसकी शुरुआत दिसंबर 2019 में सूर्य ग्रहण लगने के बाद से हुआ है. वहीं, इसका प्रकोप 21 जून 2020 तक जो कि 2020 का पहला सूर्य ग्रहण पड़ेगा तब तक जारी रहेगा. वहीं, धर्म शास्त्र के अनुसार 21 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण के बाद इसका स्तर घटने लगेगा. वहीं, इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 12 दिसंबर 2020 को लग रहा है. ज्योतिष के अनुसार 12 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगने के बाद कोरोना वायरस का अंत माना जा रहा है.
01 मई से शनि वक्री हो गये है. वहीं, 13 मई से शुक्र और 14 मई से गुरु उल्टी चाल चल रहे है. ज्योतिष के अनुसार कोरोना वायरस को देश में प्रभावहीन करने में शनि व सूर्य ग्रहण की भूमिका प्रमुख रूप से रहेगी. कोरोना महामारी का कहर इस समय चरम पर है. पूरे विश्व में रोज संक्रमितों और मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है. ज्योतिष के अनुसार आने वाले दिनों में कब और कैसे कोरोना संक्रमण खत्म होगा, इसका संकेत दिसंबर में सूर्य ग्रहण लगने के बाद मिल रहा है. ज्योतिषों की मानें तो इस ग्रहण के बाद ऐसे योग निर्मित होंगे, जिससे कोरोना का संक्रमण खत्म होना शुरू होगा और इसके बाद सितंबर तक यह पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा.
21 जून, 2020 को जो सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, वह कंकणाकृति का है. इसका अर्थ यह है कि इससे कोरोना का रोग नियंत्रण में आना शुरू हो जाएगा. यह ग्रहण भारत में खंडग्रास रूप में दिखाई देगा. भारतीय मानक समय अनुसार ग्रहण का आरंभ दिन में 10 बजकर 42 मिनट पर होगा. ग्रहण का मध्य 12 बजकर 29 मिनट दोपहर पर होगा एवं इसका मोक्ष दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर होगा. ग्रहण की अवधि 3 घंटे की रहेगी. यह अधिकांश भू-मंडल पर दिखाई देगा.