आज 08 अप्रैल 2020 दिन बुधवार को हनुमान जयंती मनाई जा रही है.यह जयंती हर वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को ही मनाई जाती है.मान्यताओं के अनुसार,चैत्र पूर्णिमा के दिन ही श्री राम के भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था.पवनपुत्र के नाम से प्रसिद्ध हनुमान जी की माता अंजनी और पिता वानरराज केसरी थे. हनुमान जी को बजरंगबली, केसरीनंदन और आंजनाय के नाम से भी पुकारा जाता है. वास्तव में हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार कहे गए हैं,जिन्होंने त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम की भक्ति और सेवा के लिए जन्म लिया.संकटों का नाश करने वाले हनुमान जी को संकटमोचन भी कहते हैं.आइये आज हनुमान जयंती पर जानते हैं बजरंगबली के जन्म से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें…
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संकटमोचन हनुमान जी का जन्म स्थान कहां है इस बात को लेकर तरह-तरह की मान्यताएं हैं. आइये जानते हैं किन जगहों को हनुमान की जन्मस्थली बताकर किए जाते हैं दावे-
हरियाणा के कैथल में जन्मे थे हनुमान जी – ऐसी मान्यता है कि हुनमान जी के पिता वानरराज केसरी कपि क्षेत्र के राजा थे. हरियाणा का कैथल पहले कपिस्थल हुआ करता था. कुछ लोग इसे ही हनुमान जी की जन्म स्थली मानते हैं.
मतंग ऋषि के आश्रम में जन्मे हुनमान- एक यह भी मान्यता है कि कर्नाटक के हंपी में ऋष्यमूक के राम मंदिर के पास मतंग पर्वत है. वहां मतंग ऋषि के आश्रम में ही हनुमान जी का जन्म हुआ था. हंपी का प्राचीन नाम पंपा था. कहा जाता है कि पंपा में ही प्रभु श्रीराम की की पहली मुलाकात हनुमान जी से हुई थी.
गुजरात के अंजनी गुफा में जन्मे संकटमोचन हनुमान – गुजरात के डांग जिले के आदिवासियों का मानना है कि यहां अंजना पर्वत के अंजनी गुफा में हनुमान जी का जन्म हुआ था.
झारखंड के आंजन गांव की गुफा में जन्मे बजरंगबली – कुछ लोग यह भी मानते हैं कि झारखंड के गुमला जिले के आंजन गांव में हनुमान जी का जन्म हुआ था. वहां एक गुफा है, उसे ही हनुमान जी जन्म स्थली बताई जाती है.