Hanuman Jayanti 2024 पर जरूर करें इन मंत्रों का पाठ

Hanuman Jayanti 2024 powerful Mantraa: हनुमान जयंती 23 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी. इस दिन कुछ मंत्रों का पाठ आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.

By Shaurya Punj | April 21, 2024 3:03 PM

Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती का त्योहार इस साल 23 अप्रैल दिन मंगलवार को मनाया जाएगा. मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है और ऐसे में इन दिन हनुमान जयंती के त्योहार को मनाने के कारण भी ये दिन शुभ हो जाता है. हम आपको यहां बताने जा रहे हैं हनुमान जी से संबंधित कुछ ऐसे ही मंत्रों के बारे में जिसके जाप के शुभफल मिलता है

भय दूर भगाने के लिए करें इस मंत्र का जाप

ॐ हं हनुमंते नम:,
ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट.
महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते. हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये..
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा.

शत्रु और रोग दूर करने वाला मंत्र

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रु संहारणाय सर्वरोग हराय सर्व वशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।।

शाबर मंत्र का करें पाठ

हनुमान शाबर मंत्र

पहला साबर मंत्र

ओम गुरुजी को आदेश गुरजी को प्रणाम, धरती माता धरती पिता,धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथमीन का पुत् मुंज का छड़ा लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा, शब्द सांचा पिंड काचास्फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।।
ध्यान रहे, उपरोक्त मंत्र को 7 बार पढ़ कर चाकू से अपने चारों तरफ रक्षा रेखा खींच ले गोलाकार, स्वयं हनुमानजी साधक की रक्षा करते हैं। शर्त यह है कि मंत्र को सिद्ध करने के बाद विधि विधान से पढ़ा गया हो।

दूसरा मंत्र

बिस्तर के आस-पास।
हवेली के आस-पास।
छप्पन सौ यादव।
लंका-सी कोट,
समुद्र-सी खाई।
राजा रामचंद्र की दुहाई।

तीसरा हनुमान साबर मंत्र

ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमो का जती हनुमंत रखवाला।

चौथा साबर मंत्र (श्री हनुमान जंजीरा मंत्र )

ॐ हनुमान पहलवान पहलवान, बरस बारह का जबान,
हाथ में लड्‍डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका के चौगान,
अंजनी का पूत, राम का दूत, छिन में कीलौ
नौ खंड का भू‍त, जाग जाग हड़मान (हनुमान)
हुंकाला, ताती लोहा लंकाला, शीश जटा
डग डेरू उमर गाजे, वज्र की कोठड़ी ब्रज का ताला
आगे अर्जुन पीछे भीम, चोर नार चंपे
ने सींण, अजरा झरे भरया भरे, ई घट
पिंड की रक्षा राजा रामचंद्र जी लक्ष्मण कुंवर हड़मान (हनुमान) करें।

पांचवां साबर मंत्र

ॐ पीर बजरंगी, राम-लखन के संगी, जहां-जहां जाय,
विजय के डंके बजाय, दुहाई माता अंजनी की आन।

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