औरंगाबाद : सारनाथ जाने के दौरान मनोरा में ठहरे थे बुद्ध

बिहार के औरंगाबाद जिले में बुद्ध की छह फुट ऊंची प्रतिमा है. बताया जाता है कि सारनाथ जाने के दौरान भगवान बुद्ध यहां ठहरे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2024 7:49 PM
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ब्रजेश कुमार द्विवेदी, ओबरा (औरंगाबाद)

औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड स्थित मनोरा में बुद्ध की छह फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित है. हालांकि यहां का बुद्ध मंदिर उपेक्षा का शिकार है और लगातार इस ओर पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया जा रहा है. मनोरा में गांधार शैली में बुद्ध की प्रतिमा स्थापित है. बताया जाता है कि बोधगया से ज्ञान प्राप्त कर सारनाथ जाने के दौरान बुद्ध ओबरा के मनोरा में ठहरे थे. उन्होंने इसी जगह पर अपना पड़ाव बनाया था. इसी की स्मृति में यहां छह फुट ऊंची बुद्ध प्रतिमा स्थापित की गयी थी.

बोधगया में स्थापित है भगवान बुद्ध की ऊंची प्रतिमा.

हालांकि, वर्षों तक स्थानीय लोग इसे किसी हिंदू देवता की प्रतिमा समझ कर पूजा-पाठ करते रहे. फिर काफी दिनों बाद इनकी पहचान गांधार शैली में बनी बुद्ध प्रतिमा के रूप में की गयी. वैसे अभी भी इस प्रतिमा के बारे में विशेष अध्ययन नहीं किया गया है. स्थानीय ग्रामीण इस स्थल को प्रस्तावित बुद्ध पर्यटन सर्किट से जोड़ने की मांग काफी अरसे से करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में किसी भी स्तर पर पहल नहीं की गयी है.

स्थानीय लोगों की माने, तो इस स्थान पर विदेश से भी पर्यटक पहुंचते हैं. बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर विशेष रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर-दराज इलाके के साथ-साथ दूसरे प्रदेश व जिले के लोग भी शामिल होते हैं. स्थानीय पदाधिकारी द्वारा कई बार इसका सर्वेक्षण कर संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजी गयी है, बावजूद मनोरा बुद्ध मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं मिल सका.

क्या मनोरा में विदेशी पर्यटक आते हैं?

हाँ, स्थानीय लोगों के अनुसार, मनोरा में विदेश से भी पर्यटक आते हैं, विशेष रूप से बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर यहां विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.

मनोरा, ओबरा में बुद्ध की प्रतिमा कितनी ऊंची है और यह किस शैली में है?

मनोरा में स्थित बुद्ध की प्रतिमा 6 फुट ऊंची है और इसे गांधार शैली में बनाया गया है.

मनोरा में बुद्ध की प्रतिमा क्यों स्थापित की गई थी?

ऐसा कहा जाता है कि भगवान बुद्ध बोधगया से ज्ञान प्राप्त कर सारनाथ जाने के दौरान ओबरा के मनोरा में ठहरे थे. इस ऐतिहासिक घटना की स्मृति में वहां बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की गई थी.

क्या बुद्ध प्रतिमा को पहले से बुद्ध की प्रतिमा के रूप में पहचाना गया था?

नहीं, वर्षों तक स्थानीय लोग इसे किसी हिंदू देवता की प्रतिमा समझकर पूजा करते रहे। बाद में इसे गांधार शैली में बनी बुद्ध की प्रतिमा के रूप में पहचाना गया.

क्या मनोरा बुद्ध मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा प्राप्त है?

नहीं, अभी तक मनोरा बुद्ध मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं मिला है, हालांकि स्थानीय ग्रामीण इसे बुद्ध पर्यटन सर्किट से जोड़ने की मांग कर रहे हैं.

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