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महाशिवरात्रि पर करें शनि के उपाय
शिव पुराण के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन प्रदोष काल में शिवलिंग पर एक मुठ्ठी काले तिल चढ़ा दें. धार्मिक मान्यता है इससे रोगों का नाश होता है. शनि के दुष्प्रभाव में कमी आती है.
आज इन तीन अद्भुत योग में करें भगवान शिव की पूजा
आज महाशिवरात्रि पर तीन शुभ योग बन रहा है. आज भगवान शिव की पूजा करने के लिए शिव योग, सिद्ध योग और सर्वार्थसिद्ध योग मिल रहा है. शिवयोग में भोलेनाथ की पूजा बहुत ही शुभ मानी जाती है, इस योग में भगवान शिव का नाम जपने पर हर क्षेत्र में सफलता मिलती हैं.
प्रदोष काल में कैसे पूजा करें?
प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल यानी गोधूलि बेला में करने का विधान है. ऐसे में इस दौरान भगवान भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करना चाहिए, इसके बाद शिव जी को बिल्वपत्र, शमी के फूल और धतूरा आदि अर्पित करें. इस दिन शिव जी के साथ-साथ माता पार्वती और भगवान गणेश की भी पूजा करें.
आज शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीजें
आज फल, फूल, चंदन, बिल्व पत्र, धतूरा, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अलग-अलग तथा सबको एक साथ मिलाकर पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराकर जल से अभिषेक करना चाहिए.
महाशिवरात्रि पर पहले पहर की पूजा
चार पहर पूजन से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष, सब प्राप्त हो जाते हैं. यह पूजा प्रदोषकाल में की जाती है, इस पूजा में शिवजी को दूध अर्पित करते हैं. जल की धारा से उनका अभिषेक किया जाता है, इस पहर की पूजा में शिव मंत्र का जप कर सकते हैं.
विवाह में हो रही देरी तो जरूर करें ये उपाय
आज महाशिवरात्रि है. आज विवाह संबंधित उपाय करने पर शादी में आ रही अड़चनें दूर होती है. महाशिवरात्रि के दिन से शुरू करके रोज शिवलिंग पर केसर मिला हुआ दूध चढ़ाएं, इससे जल्दी ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं. इसके अलावा शिवलिंग पर लगातार कुछ दिनों तक इत्र अर्पित करें, ऐसा करने से भी जल्दी विवाह के योग बनेंगे.
आज के दिन जरूर पढ़ें शिव पुराण
आज महाशिवरात्रि पर शिव पुराण का पाठ करना या सुनना बहुत फलदायी माना जाता है, इस दिन शिव पुराण की कथा को पढ़ने से समस्त दुख दूर होते हैं और पूरे परिवार पर शिवजी का आशीर्वाद बना रहता है. धार्मिक मान्यता है कि आज के दिन शिव पुराण को महज सुनने मात्र से ही व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं.
पतली जलधारा बनाकर शिवलिंग पर करें अर्पित
आज महाशिवरात्र पर पतली जल की धारा बनाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चहिए, इसके साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. कभी भी एक साथ पूरा जल नहीं चढ़ाना चाहिए.
आज महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को जरूर करें ये चीजें अर्पित
जल- शिवलिंग पर एक लौटा जल चढ़ाएं.
बेलपत्र- आज शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने पर जीवन के कष्ट दूर होते है.
भांग- भांग भोलेनाथ को अर्पित करने से हमारी बुराइयां दूर होती हैं.
कच्चा दूध- महाशिवरात्रि की पूजा में शिव को दूध चढ़ाने पर उत्तम स्वास्थ लाभ मिलता है.
शहद- भोलेनाथ को शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है.
चंदन- शिवजी को चंदन चढ़ाने से समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है
घी- शिवलिंग पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है.
दही- महाशिवरात्रि पर शिवलिंग को दही अर्पित करने से स्वभाव में गंभीरता आती है.
आज महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को जरूर करें ये चीजें अर्पित
जल- शिवलिंग पर एक लौटा जल चढ़ाएं.
बेलपत्र- आज शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने पर जीवन के कष्ट दूर होते है.
भांग- भांग भोलेनाथ को अर्पित करने से हमारी बुराइयां दूर होती हैं.
कच्चा दूध- महाशिवरात्रि की पूजा में शिव को दूध चढ़ाने पर उत्तम स्वास्थ लाभ मिलता है.
शहद- भोलेनाथ को शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है.
चंदन- शिवजी को चंदन चढ़ाने से समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है
घी- शिवलिंग पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है.
दही- महाशिवरात्रि पर शिवलिंग को दही अर्पित करने से स्वभाव में गंभीरता आती है.
महाशिवरात्रि 2024 चार प्रहर मुहूर्त
महाशिवरात्रि के दिन करें इस मुहूर्त में करें शिव पूजन
महाशिवरात्रि के दिन करें इस मुहूर्त में करें शिव पूजन
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: महाशिवरात्रि की रात में क्या करें?
शिवरात्रि पर 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ॐ नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं.
शिवरात्रि पर नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं.
शिवरात्रि पर गरीबों को भोजन कराएं.
पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें व "ॐ नम: शिवाय "मंत्र का जप करें .
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: महाशिवरात्रि पर बन रहा शुभ योग का संयोग
पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन सुबह 04 बजकर 45 मिनट से पूरे दिन शिव योग रहेगा. वहीं सुबह 06 बजकर 45 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की दृष्टि से शुभ योग का संयोग बन रहा है. मकर राशि में मंगल और चंद्रमा की युति रहेगी. वहीं, कुंभ राशि में शुक्र, शनि और सूर्य की युति से त्रिग्रही योग बनेगा. ग्रहों के शुभ संयोग और महाशिवरात्रि से कुछ राशिवालों के अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे.
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: महाशिवरात्रि पर पूजन सामग्री
महाशिवरात्रि की पूजा में बेलपत्र, भांग, धतूरा, गाय का कच्चा दूध, चंदन, रोली, कपूर, केसर, दही, घी, मौली, अक्षत (चावल), शहद, शक्कर, पांव प्रकार के मौसमी फल, गंगा जल, जनेऊ, वस्त्र, इत्र, कनेर पुष्प, फूलों की माला, खस, शमी का पत्र, लौंग, सुपारी, पान, रत्न, आभूषण, परिमल द्रव्य, इलायची, धूप, शुद्ध जल, कलश इत्यादि पूजन सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है.
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: भगवान शिव की आरती
ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्द्धांगी धारा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसानन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।
त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी।
त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
मधु कैटव दोउ मारे, सुर भयहीन करे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
लक्ष्मी, सावित्री पार्वती संगा।
पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
पर्वत सोहें पार्वतू, शंकर कैलासा।
भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
जया में गंग बहत है, गल मुण्ड माला।
शेषनाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवान्छित फल पावे।।
ओम जय शिव ओंकारा।। ओम जय शिव ओंकारा।।
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: भगवान शिव की आरती
ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्द्धांगी धारा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसानन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।
त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी।
त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
मधु कैटव दोउ मारे, सुर भयहीन करे।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
लक्ष्मी, सावित्री पार्वती संगा।
पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
पर्वत सोहें पार्वतू, शंकर कैलासा।
भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
जया में गंग बहत है, गल मुण्ड माला।
शेषनाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी।।
ओम जय शिव ओंकारा।।
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवान्छित फल पावे।।
ओम जय शिव ओंकारा।। ओम जय शिव ओंकारा।।
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: महाशिवरात्रि की पूजा विधि
महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले व्यक्ति इस दिन सात्विक भोजन व फल आदि का सेवन करें.
महाशिवरात्रि पर पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव का स्मरण कर व्रत का संकल्प लें.
पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराकर जल से अभिषेक करें.
चारों प्रहर की पूजा में शिवपंचाक्षर मंत्र यानी ऊं नम: शिवाय का जाप करें.
महादेव को बेलपत्र, भांग, धतूरा, जायफल, कमल गट्टे, फल, फूल, मिठाई, मीठा पान, इत्र आदि अर्पित करें.
महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ को भोग लगाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें.
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: चार प्रहर मुहूर्त
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – शाम 06 बजकर 25 मिनट से रात 09 बजकर 28 मिनट तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – रात 09 बजकर 28 मिनट से 9 मार्च को रात 12 बजकर 31 मिनट तक
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – रात 12 बजकर 31 मिनट से प्रातः 03 बजकर 34 मिनट तक
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – प्रात: 03 बजकर 34 मिनट से सुबह 06 बजकर 37 मिनट तक
निशिता काल मुहूर्त – रात में 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक
व्रत पारण समय – सुबह 06 बजकर 37 मिनट से दोपहर 03 बजकर 28 मिनट तक
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: 4 शुभ संयोग
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 06 बजकर 38 मिनट से सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक
शिव योग: सूर्योदय से रात 12 बजकर 46 मिनट तक
सिद्ध योग: 09 मार्च को 12 बजकर 46 मिनट से रात 08 बजकर 32 मिनट तक
श्रवण नक्षत्र: प्रात:काल से 10 बजकर 41 मिनट तक, इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र रहेगी.
Mahashivratri 2024 Puja Vidhi, Muhurat LIVE: मुहूर्त
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 08 मार्च दिन शुक्रवार की रात 09 बजकर 57 मिनट पर
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि की समाप्ति 9 मार्च दिन शनिवार की शाम 06 बजकर 17 मिनट पर
महाशिवरात्रि निशिता पूजा मुहूर्त देर रात में 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक
दिन में महाशिवरात्रि की पूजा का समय ब्रह्म मुहूर्त 05 बजकर 01 से प्रारंभ