Happy new year 2021: 01 जनवरी 2021, दिन शुक्रवार को नए साल की शुरुआत होगी. इस बार नए साल का प्रथम दिन मां लक्ष्मी का दिन है, जबकि पंचांग के अनुसार अति शुभ दिन होता है. इस दिन शुक्रवार होने के साथ-साथ ही पुष्य नक्षत्र और बुधादित्य योग का संयोग भी बन रहा है. पुष्य नक्षत्र योग इस साल 2020 के आखिरी दिन यानि बृहस्पतिवार की शाम 07 बजकर 50 मिनट से प्रारंभ होगा. आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्र और पंचांग के अनुसार कैसा होगा साल 2021 के प्रथम दिन का प्रभाव…
इस साल का पहले दिन पुष्य नक्षत्र और बुधादित्य योग के कारण सभी कार्यों में सफलता मिलेगी. इस दिन पुष्य योग होने पर आभूषण, जमीन जायदाद, घर-मकान, गाड़ी और कपड़े आदि खरीदारी करना भी शुभ रहेगा.
साल 2020 में दो चंद्रमा और दो ब्रह्मा हैं. दो और दो मिलकर चार का योग बनाता है, जोकि राहु ग्रह का प्रतीक है. इस कारण से कोरोना जैसी महामारी और प्राकृतिक प्रकोपों का होना संभव ही था. वहीं अंकशास्त्र के अनुसार वर्ष 2021 का मूलांक पांच है. ज्योतिष और विशेषज्ञों के अनुसार साल 2021 में दो चंद्रमा, एक ब्रह्मा और एक सूर्य हैं. जोकि अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है. अत: नूतन वर्ष में नए परिवर्तन और नया विकास देखा जा सकता है.
वहीं दूसरी ओर 13 अप्रैल 2021 से नया विक्रम संवत 2078 शुरू होगा, जबकि एक अप्रैल 2022 को समाप्त होगा. इस नए विक्रम संवत के राजा और मंत्री दोनों ही मंगल होंगे. संवत्सर का नाम राक्षस है, इसलिए समाज में अराजकता का माहौल उत्पन्न हो सकता है.
वर्ष के अंतिम दिन यानि 31 दिसंबर की शाम 07 बजकर 50 मिनट से 01 जनवरी 2021 के दिन सूर्योदय तक अमृत सिद्धि योग रहेगा. और साथ ही दूसरा शुभ संयोग गुरु पुष्प योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. गुरु और पुष्प योग में भगवान सूर्य का पूजन करने से रोगों से निजात मिलती है. और माता महालक्ष्मी की विशेष अनुकंपा प्राप्त हो जाती है.
साल 2021 के प्रथम दिन पुष्य नक्षत्र योग में खरमास होने के बाद भी आप अभिजित मुहूर्त में मांगलिक कार्य संपन्न कर सकते हैं, इसलिए साल के प्रथम दिन खरीदारी करना शुभ व समृद्धि का सूचक रहेगा. पुष्य नक्षत्र और अभिजीत मुहूर्त में की गई खरीदारी तथा इस दौरान किए गए अन्य शुभ कार्य सकारात्मक परिणाम देंगे.
News Posted by: Radheshyam Kushwaha