Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज व्रत का ये है शुभ मुहूर्त, जानें पूजन का सही समय

Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज व्रत 6 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा. यहां जान लें पूजा विधि

By Shaurya Punj | September 5, 2024 11:39 AM

तीज व्रत के पूजन के लिए लोगो में संशय बना हुआ है. व्रत का पूजन कब किया जायेगा. तीज का व्रत पुरे साल में तीन तीज मनाया जाता है. हरियाली तीज कजरी तीज और हरितालिका तीज.इन तीनों तीज में सबसे ज्यादा महत्व हरितालिका तीज व्रत का है. यह त्यौहार भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष के तृतीया तिथि को मनाया जाता है. सुहागिन महिलाएं अपने सौभाग्य को खुशहाल बनाने के लिए पुरे दिन निर्जला उपवास रखकर संध्या में भगवन शिव तथा पार्वती का विशेष तौर पर किया जाता है.

सुयोग्य वर प्राप्त करने के लिए हरितालिका व्रत करती है. धार्मिक मान्यता यह है की इस व्रत को करने से सौभाग्य, पारिवारिक सुख ,संतान का सुख ,चन्द्र दोष अगर बना हुआ है वह भी समाप्त होता है.परिवार के सभी महिलाएं मिलजुलकर घर में मीठा पकवान बनाती है.वही पकवान गौरी गणेश तथा भगवान शिव को अर्पित करती है .

कब है हरितालिका तीज व्रत ?

06 सितम्बर 2024 दिन शुक्रवार
तृतीया तिथि का आरंभ 05 सितम्बर 2024 दिन गुरुवार को सुबह 10:04 मिनट से .
तृतीया तिथि का समाप्त 06 सितम्बर 2024 दिन शुक्रवार को सुबह 12:09 मिनट तक.
हस्त नक्षत्र 06 सितम्बर 2024 को सुबह 08:09 मिनट तक रहेगा.

व्रत के पूजन का संशय दूर करें

इस वर्ष हरितालिका व्रत के पूजन के लिए कुछ संशय बना हुआ है. आपको बता देते है हरितालिका व्रत 06 सितम्बर 2024 को मनाया जायेगा.कथा के अनुसार भाद्रपद शुक्लपक्ष के तृतीया तिथि हस्त नक्षत्र से युक्त हो इस दिन व्रत करने से व्रती महिलाएं सौभाग्य प्राप्त के साथ सभी तरह के पापो से मुक्त हो जाती है.इस वर्ष भाद्रपद शुक्लपक्ष चतुर्थी से युक्त तृतीया तिथि है जो वैधव्य दोष नाशक तथा पुत्र तथा पौत्रादि को बढ़ाने वाला होता है.

Also Read : हरतालिका तीज की यहां से भेजें शुभकामनाएं

Also Read : Shiv ji ki Aarti: हरतालिका तीज पर शिव शंकर जी की आरती अवश्य पढ़ें, ‘ॐ जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा…

तीज का महत्व

सौभाग्यवती महिलाएं तीज व्रत में भगवान शिव का मिट्टी का प्रतिमा बनाकर उनका पूजन करती है. भगवान को बेलपत्र, गंगाजल ,ऋतुफल,घर का बनाया हुआ पकवान,श्रृंगार की वस्तुएं आदि अर्पित करती है. दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए हरितालिका व्रत की थी भगवान शिव का बताया हुआ यह व्रत है. पार्वती जी को सखियां हर के ले गई थी इसलिए इसे हरितालिका व्रत कहा जाता है. समस्त स्त्रियों के कल्याण के लिए यह व्रत होता है.

जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

Next Article

Exit mobile version