Jaya Kishori: दिल और दिमाग से लेना चाहिए शादी का फैसला, जानिए जया किशोरी ने क्या दी जीवनसाथी के लिए सलाह…
कथा वाचक जया किशोरी jaya kishori की कथा व मशहूर भजन गायिका है. जया किशारी जी का भजन काफी ज्यादा सुना जाता है. ये अपने भजनों से तो कभी कथाओं से लोगों को जगाने का काफी प्रयास करती रहती हैं. जया किशोरी जी (Jaya kishori ji) बहुत कम उम्र में ही आध्यात्म के मार्ग पर चल पड़ी और बहुत कम समय के अंदर भारत के अलावा विदेशों में भी उनके लाखो श्रोता हो गए जो उनके कथा वाचन को काफी पसंद करते हैं.
कथा वाचक जया किशोरी jaya kishori की कथा व मशहूर भजन गायिका है. जया किशारी जी का भजन काफी ज्यादा सुना जाता है. ये अपने भजनों से तो कभी कथाओं से लोगों को जगाने का काफी प्रयास करती रहती हैं. जया किशोरी जी (Jaya kishori ji) बहुत कम उम्र में ही आध्यात्म के मार्ग पर चल पड़ी और बहुत कम समय के अंदर भारत के अलावा विदेशों में भी उनके लाखो श्रोता हो गए जो उनके कथा वाचन को काफी पसंद करते हैं.
जया किशोरी ने अपनी एक स्पीच में जीवन साथी का चुनाव कैसे करें इस बारे में बताया है. जया किशोरी ने कहा कि आज के समय में व्यक्ति शादी का निर्णय तो तुरंत ले लेता है पर कई बार अपना रिश्ता लंबे समय तक नहीं निभा पाता. शादी के कुछ ही दिन बाद रिश्ता टूट जाता है, इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. लेकिन एक मुख्य कारण जो सामने आता है वो है आपका एक दूसरे को नहीं समझ पाना. इस पर जया किशोरी का कहना है कि शादी का डिसीजन दिल के साथ दिमाग से भी लेना चाहिए.
https://www.youtube.com/watch?v=Y1ASlxHZVTw&feature=youtu.be
जया किशोरी कहा कि शादी कुछ दिन मिलना नहीं होता. शादी का मतलब हमे पूरे जीवन एक साथ एक कमरे में रहना होता है. हर रूप से एक दूसरे को देखना है चाहे वो अच्छा हो या बुरा हो, गुस्सा हो या प्यार हो, चिंता हो प्रॉब्लम हो सब चीज सहनी पड़ती है. उसके लिए व्यक्ति के स्वभाव को समझिए. अगर आप पूर्ण रूप से उसके स्वभाव को अपना सकते हैं तो ही शादी करिए वरना तब कर समय लीजिए. जल्दबाजी में कुछ सही नहीं होता चाहे वो पैसा कमाना हो परिवार चलाना हो रिश्ता निभाना हो.
https://www.youtube.com/watch?v=7UDU-5QcXkU
जया किशोरी ने कहा कि जब आप किसी से मिलते हैं तो शुरू में तो उसकी हर चीज आपको पसंद आती है. अगर किसी को पहचानना है तो उसे बोलने दो. उसकी बोली बता देगी कि वो कैसा व्यक्ति है, इसलिए जरूरी है कि आप सामने वाले का स्वभाव समझे. स्वभाव समझने का जब मौका नहीं मिलता और आगे जाकर जब असलियत सामने आती है तब हमे लगता है कि ये रिश्ता चल नहीं पायेगा.
https://www.youtube.com/watch?v=TKO7jQvJRgU
इसलिए सिर्फ अच्छापन देखकर ही शादी नहीं की जाती. अच्छी चीजों से तो हर कोई प्यार करता है. वो प्यार नहीं है. अगर मेरे अंदर कोई अच्छाई है और कोई इंसान उसे पसंद कर रहा है तो उस अच्छाई को तो पूरी दुनिया ही पसंद कर रही होगी तो उसमें ऐसी कौन सी खास बात है. मुझमें जो बुराई है उस चीज को भी कोई ठीक करे या उसको अपनाए तब मतलब आप उसके साथ रह सकते हैं.