June Festival List 2021, Vrat Tyohar, Surya Grahan 2021 Date, Vat Savitri Puja: जून 2021 में कई प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ने वाले है. इस माह अपरा एकादशी, वट सावित्री व्रत से लेकर शनि जयंती, मासिक शिवरात्री व अन्य उपवास रखे जाने हैं. साथ ही 10 जून को साल का पहला सूर्य ग्रहण भी पड़ने वाला है. ऐसे में आइये जानते हैं सभी पर्व की तिथियां व महत्व के बारे में…
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02 जून-कालाष्टमी: हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी व्रत भैरव बाबा के लिए होगा.
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06 जून-अपरा एकादशी: सनातन मान्यता के अनुसार, ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
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09 जून-मासिक शिवरात्रि: ज्येष्ठ माह की मासिक शिवरात्रि बुधवार, 9 जून को पड़ेगी. हिंदू धर्म में हर माह पड़ने वाली शिवरात्रि बहुत महत्व रखती है.
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10 जून-वट सावित्री व्रत व शनि जयंती: धार्मिक मान्यता है कि वट सावित्री व्रत हिंदू विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. वहीं ज्येष्ठ मास की इस अमावस्या को शनि जयंती मनायी जायेगी.
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14 जून-विनायक चतुर्थी: प्रत्येक माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी विनायक चतुर्थी के नाम से जानी जाती है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से जातकों को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
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20 जून-गंगा दशहरा: ज्येष्ठ माह की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जायेगा. सनातन मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर मां गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थीं. इस दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है.
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21 जून-गायत्री जयंती : ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मां गायत्री के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. गायत्री मां से ही चारों वेदों की उत्पति मानी जाती है.
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24 जून-ज्येष्ठ पूर्णिमा : ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान और दान-धर्म करने का विधान है. इस दिन गंगा में स्नान करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मान्यता है कि संवत 1455 की इस पूर्णिमा को कबीरदास जी का जन्म हुआ था.
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या के दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जायेगा. हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.
भारतीय समय के अनुसार, सूर्य ग्रहण इस दिन दोपहर 01:42 बजे शुरू होगा और इसकी समाप्ति शाम 06:41 बजे होगी. ग्रहण की कुल अवधि लगभग 05 घंटा 39 मिनट की होगी. यह सूर्य ग्रहण मुख्य रूप से रूस, मंगोलिया, यूरोप, ग्रीनलैंड, कनाडा का उत्तरी-पूर्वी भाग और चीन के पश्चिमी भाग में दिखाई देगा. भारत में यह ग्रहण पूर्णरूप से अदृश्य रहेगा, इसलिए यहां सूतक काल माना नहीं जायेगा.
– ज्योतिषी संतोषाचार्य
Posted By: Sumit Kumar Verma