June Festival 2020: कब है गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी, जानिए जून महीने में कौन-कौन से पड़ेंगे व्रत और त्योहार

June Festival 2020: जून महीने की शुरुआत इस बार सोमवार से होने जा रही है. जून माह के पहले दिन गंगा दशहरा पर्व पड़ रहा है. गंगा दशहरा पर्व का विशेष महत्व है. इस दिन गंगा स्नान कर उपवास रखने पर सभी प्रकार के पापों का नष्ट हो जाता है. इसके बाद निर्जला एकादशी, मासिक शिवरात्रि, योगिनी एकादशी, गुप्त नवरात्रि, ज्येष्ठ पूर्णिमा और गायित्री जयंती जैसे प्रमुख व्रत-त्योहार भी इसी माह पड़ रहा है.

By Radheshyam Kushwaha | May 30, 2020 10:53 AM

June Festival 2020: जून महीने की शुरुआत इस बार सोमवार से होने जा रही है. जून माह के पहले दिन गंगा दशहरा पर्व पड़ रहा है. गंगा दशहरा पर्व का विशेष महत्व है. इस दिन गंगा स्नान कर उपवास रखने पर सभी प्रकार के पापों का नष्ट हो जाता है. इसके बाद निर्जला एकादशी, मासिक शिवरात्रि, योगिनी एकादशी, गुप्त नवरात्रि, ज्येष्ठ पूर्णिमा और गायित्री जयंती जैसे प्रमुख व्रत-त्योहार भी इसी माह पड़ रहा है.

गंगा दशहरा (1 जून): ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा पर्व मनाया जाता है. इस दिन गंगा स्नान करने की मान्यता है. माना जाता है कि इसी दिन मां गंगा स्वर्ग से धरती पर आई थीं. इसलिए इस दिन गंगा में स्नान करने और दान करने का अत्याधिक महत्व माना जाता है. इस बार लॉकडाउन के कारण भक्त गांगा में स्नान नहीं कर पाएंगे.

निर्जला एकादशी (2 जून): 02 जून के दिन यानि मंगलवार को एकादशी पड़ रहा है. एकादशी एक महीने में दो बार पड़ती हैं. ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को निर्जला एकादशी व्रत रखा जाता है. इस एकादशी का विशेष महत्व माना गया है. कहा जाता है कि अगर कोई भी व्यक्ति 24 एकादशी व्रत नहीं रख पा रहा हो तो वह निर्जला एकादशी व्रत करके सभी एकादशियों का पुण्य प्राप्त कर सकता है.

कबीर जयंती, वटसावित्री पूर्णिमा (5 जून): वटसावित्री व्रत इस बार 05 जून के दिन पड़ रहा है. वटसावित्री व्रत देश के कुछ हिस्सों में ज्येष्ठ अमावस्या के दिन तो कुछ हिस्सों में इसे पूर्णिमा के दिन किया जाता है. इस व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है. ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन ही कबीर जयंती भी मनाई जाती है. वहीं 05 जून की रात में इस साल का दूसरा ग्रहण भी लग रहा है.

योगिनी एकादशी (17 जून): 17 जून के दिन योगिनी एकादशी पड़ रहा है. आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से मनुष्यों को पापों से मुक्ति मिल जाती है. यह व्रत इस लोक में भोग और परलोक से मुक्ति देने वाला है. इसलिए इस पर्व का विशेष महत्व दिया गया है.

मासिक शिवरात्रि (19 जून): शिवरात्रि व्रत 19 जून के दिन पड़ रहा है. हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने की विधि-विधान है. मान्यता है कि यह व्रत समस्त मनोकामनाएं पूरा होता है.

सूर्यग्रहण (21 जून): 21 जून के दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है. इस दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा. शास्त्रों के अनुसार इस ग्रहण का प्रभाव पूरी दुनिया में पड़ेगा. इस ग्रहण के दौरान सूर्य की आकृति कंकण के समान नजर आएगी. ग्रहण के दौरान दान पुण्य करने का विशेष महत्व माना गया है.

गुप्त नवरात्र (22 जून): आषाढ़ मास में गुप्त नवरात्र आते हैं. जिसमें गुप्त रूप देवी दुर्गा की दस महाविद्याओं की साधना की जाती है. यह साधना आमतौर पर तंत्र विद्या में रुचि रखनेवाले साधकों और तांत्रिकों के लिए खास होती है. यह पर्व 22 जून के दिन पड़ रहा है.

जगन्नाथ रथ यात्रा (23 जून): हर साल उड़ीसा राज्‍य के पुरी में आषाढ़ मास के शुक्‍ल पक्ष की द्वितीया को भगवान जगन्‍नाथ की भव्‍य रथ यात्रा निकाली जाती है. इस रथ यात्रा की तैयारी महीनों पहले शुरू हो जाती है. जिसमें हिस्‍सा लेने के लिए देश भर के अलावा विदेश से भी श्रद्धालु आते हैं.

Posted By : Radheshyam kushwaha

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