गुरु के शनि की राशि मकर में प्रवेश करने से 854 साल बाद बना महासंयोग, सभी राशियों पर पड़ेगा असर

सूर्य, चन्द्र, मंगल को गुरु का मित्र ग्रह कहा जाता हैं वहीं शनि गुरु के साथ सम संबन्ध रखता है. आज 30 मार्च को गुरु मकर राशि में प्रवेश करने जा रहा है जहां पहले से मंगल और शनि विराजमान हैं. ऐसा संयोग 854 साल बाद देखने को मिल रहा है जब मंगल, शनि और गुरु तीनों मकर राशि में रहेंगे. 4 मई 2020 दिन सोमवार तक यह संयोग बना रहेगा. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, गुरु का मकर राशि में इन दो ग्रहों के साथ होने का असर सभी राशि के जातकों पर पडेगा. धन और करियर के साथ स्वास्थ्य और यश के लिए भी यह महासंयोग काफी मायने रखेगा. आइये जानते है कि किस राशि के लिए कैसा रहेगा इसका प्रभाव.

By ThakurShaktilochan Sandilya | March 30, 2020 4:15 PM
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Guru ka Rashi Parivartan (Jupiter Transit 2020) : गुरु को ज्योतिषशास्त्र के नौ ग्रहों में सबसे अधिक शुभ ग्रह माना गया है. गुरु करियर और धन- संपत्ति पर भी प्रभावकारी होता है. ऐसा माना गया है कि किसी जातक के कुंडली में गुरु अगर मजबुत हों तो उन्हे हर क्षेत्र में सफलता हासिल होती है . गुरु जीवन के अधिकतर क्षेत्रों में सकारात्मक उर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं और सकारात्मकता किसी भी व्यक्ति को कठिन से कठिन समस्या को आसानी से सुलझा लेने में मददगार सिद्ध होता है. लेकिन किसी जातक के कुंडली में यही गुरु अगर कमजोर हो तो जीवन परेशानियों से भरा रहता है. उनके बनते हुए काम भी बिगड़ जाते हैं, उनके घर में पैसे की तंगी बनी रहती है और स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पडता है.

सूर्य, चन्द्र, मंगल को गुरु का मित्र ग्रह कहा जाता हैं वहीं शनि गुरु के साथ सम संबन्ध रखता है. आज 30 मार्च को गुरु मकर राशि में प्रवेश करने जा रहा है जहां पहले से मंगल और शनि विराजमान हैं. ऐसा संयोग 854 साल बाद देखने को मिल रहा है जब मंगल, शनि और गुरु तीनों मकर राशि में रहेंगे. 4 मई 2020 दिन सोमवार तक यह संयोग बना रहेगा. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, गुरु का मकर राशि में इन दो ग्रहों के साथ होने का असर सभी राशि के जातकों पर पडेगा. धन और करियर के साथ स्वास्थ्य और यश के लिए भी यह महासंयोग काफी मायने रखेगा. आइये जानते है कि किस राशि के लिए कैसा रहेगा इसका प्रभाव.

Guru ka Rashi Parivartan (Jupiter Transit 2020) :

1.मेष-

आपकी राशि में गुरु 9 वें और 12 वें भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपके 10 वें भाव में रहेगा.इन दिनों कार्य-स्थल में अपने काम को लेकर आप असमंजस की स्थिति महसूस कर सकते हैं. हालांकि,मानसिक और शारीरिक रूप से आप काफी ऊर्जावान रहेंगे.नौकरी या व्यवसाय में आप काफी व्यस्त रहेंगे व आपका यह कड़ा परिश्रम ही आपकी सफलता में सहायक होगा.जहाँ तक हो सके अपने कार्यक्षेत्र की जिम्मेदारियों को समय पर पूरा करने करने की कोशिश करें.थोड़ी सूझ-बूझ और अवसर को पहचान कर आप मनचाहा धन कमाने में सफल रहेंगे.संतान व जीवनसाथी के साथ आप कुछ बेहतरीन पलों का लुत्फ़ भी उठाएंगे.मौसमी बिमारी थोडी बहुत परेशान कर सकती है. स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से योगाभ्यास करें.

2.वृष-

आपकी राशि में गुरु 8 वें और 11 वें भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के 9 वें भाव में रहेगा.आपके अनेक कार्य धीमी किंतु निश्चित गति से आगे बढ़ेंगे.आप मानसिक तौर पर मजबूत बनें.कोई भावनात्मक पहलू आपके रिश्तों में परेशानियाँ खड़ी कर सकता है.सम्पूर्ण वृद्धि के लिए नयी सोच पैदा करें या किसी नयी योजना के बार में विचार करें. पुराने साथी नैकरी में मददगार साबित होंगे. बड़े स्तर की योजनाओं में सोच समझकर ही निवेश करें.लगातार प्रयास और दृढ़ निश्चय के साथ डटे रहने से ही आप सफलता को प्राप्त कर सकेंगे.करियर के लिए यह महासंयोग शुभ रहेगा लेकिन थोड़ी सूझ-बूझ और अवसर को पहचान कर ही आगे बढ़ें.

3.मिथुन-

आपकी राशि में गुरु 7 वें और 10 वें भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के 8 वें भाव में रहेगा.आपके द्वारा किये गए प्रयास ही आपको अपने क्षेत्र में एक अलग पहचान दिलाने में सफल साबित हो सकते हैं.आय के कुछ नए स्रोत सामने आ सकते हैं.सहयोगियों की सहायता से मान-सम्मान बढ़ सकता है.आपकी प्रतिभा और क्षमता आपके लिए लाभकारी रहेगा लेकिन धन के लेन-देन में बेहद सर्तक रहें. थोड़ी स्वास्थय संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती है.

4.कर्क-

आपकी राशि में गुरु 6 वें और 9 वें भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के 7 वें भाव में रहेगा.इन दिनों आप करियर में धीमी गति से आगे बढ़ेंगे. यह आपके धैर्य की परीक्षा का समय है.धंधे में वृद्धि होगी और आप आर्थिक स्तर पर मजबूत होंगे.नए कार्यों में आपको भाग्य का साथ मिलेगा.लम्बे समय से रुके हुए कार्य संपन्न होंगे व आप राहत की साँस लेंगे. लेकिन वैवाहिक जीवन को लेकर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. जीवनसाथी के साथ रिश्तों में मधुरता की कमी दिख सकती है.

5.सिंह-

आपकी राशि में गुरु 5 वें और 8 वें भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के छठे भाव में रहेगा.कार्यों की सफलता आपके आत्मविश्वास को प्रोत्साहन देगी.व्यवसाय से जुड़े मामलों में आप धैर्य के साथ सुधार लेकर आएंगे. जॉब में माहौल आपके अनुरुप रहेगा.जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों में किसी प्रकार की कड़वाहट न आए इसलिए वाणी व व्यवहार को संयमित रखे और अपने बीच अहम की दीवार न खड़ी होने दें.अपने लाइफ पार्टनर से खुद को बेहतर साबित करने का प्रयास न करें. स्वास्थ्य कुल मिलाकर अच्छा रहेगा.कुछ मौसमी बीमारियाँ आपको तंग कर सकती है.गर्मी के कारण होने वाले रोगों से संभल कर रहें व साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें.

6.कन्या-

आपकी राशि में गुरु 4 और 7 वें भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के 5 वें भाव में रहेगा.आपको सफलता मिलने की प्रबल संभावनाएँ हैं.अपने सहकर्मियों के साथ आपके संबंध काफी अच्छे रहेंगे व आपका मनोबल बढ़ेगा.आप काफी काम करेंगे किंतु आपको नतीजे अपेक्षा के अनुसार प्राप्त नहीं होंगे लेकिन आप बिना चिंता के प्रयास करते रहें. जीवनसाथी के साथ बेहद मधुर पल बितेंगे.आप संतान के लिए सोच रहें हैं तो यह उत्तम समय सिद्ध हो सकता है.आपको मौसमी बीमारियाँ अपनी चपेट में ले सकती हैं. सतर्क रहें. किसी लंबी चली आ रही बीमारी का सरलता से निदान नहीं होगा.जिसके कारण आपको उपचार कराने में दिक़्क़तों का सामना करना पड़ सकता है.

7.तुला-

आपकी राशि में गुरु 3 और छठे भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के चौथे भाव में रहेगा.अपने विरोधियों को पछाड़कर आप आगे बढ़ेंगें.भावनाओं में बहकर किसी भी प्रकार का निवेश करने से बचें.आपको अच्छी प्रगति मिलने की संभावना है.धन कमाने के लिए आप खूब प्रयास करेंगे.प्रगति के लिए आप कोई नई योजना सोच सकते हैं. लेकिन घरेलू माहौल के कारण परेशान रह सकते हैं.

8.वृश्चिक-

आपकी राशि में गुरु 2 और 5 वें भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के तीसरे भाव में रहेगा.आपका मन उत्साह से पूर्ण रहेगा और कठिन से कठिन समस्या का सामना करने के लिए आप तत्पर रहेंगे.प्रतिभावान होने के साथ-साथ यदि आप थोड़े एक्सप्रेसिव बनें तो सफलताओं के आसमान छूने लगेंगे.भाग्य इस दौरान आपका साथ देगा.अपने कार्यों में आप गंभीरता से लगे रहेंगे.आलस्य का त्याग कर किसी रचनात्मक काम में ध्यान लगाना लाभदायक रहेगा.आकस्मिक कोई सुखद समाचार मिलने से आपका मन प्रसन्न होगा.पैसों के मामले में लापरवाही न बरतें.आप कोई अच्छी योजना बनाकर लाभ कमा सकते हैं.कई फायदेमंद सौदों से आप जुड़ सकते हैं. बाधाएं आपको हर जगह रोकने का प्रयास करेगी लेकिन आप हिम्मत से इसका सामना करेंगे.अनावश्यक ख़र्चों पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करें.

9.धनु-

आपकी राशि में गुरु 1 और चौथे भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के दूसरे भाव में रहेगा.आपकी गयी मेहनत का फल आपको अवश्य मिलेगा.सरकारी या निजी क्षेत्र से कोई बड़ा प्रोजेक्ट आपको मिल सकता है.किसी जगह फंसा हुआ आपका धन भी वापस मिलने की संभावना है.धन के मामले में नुकसान का योग नहीं है.

10.मकर-

आपकी राशि में गुरु 12 वें और तीसरे भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के पहले भाव में रहेगा.आपको स्वास्थ्य के मामले में बेहद सतर्क रहने की जरुरत है. करियर में भी उतार चढाव लगा रह सकता है. धैर्य बनाए रखने की जरुरत होगी. लाइफ पार्टनर से बेवजह विवाद से बचें.

11.कुम्भ-

आपकी राशि में गुरु 11 वें और दूसरे भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के 12 वें भाव में रहेगा.मन व्याकुल रह सकता है. बेचैनी आपको आध्यात्म की तरफ लेकर जाएगी. आपका आत्मविश्वास धन कमाने में सहायक रहेगा. यदि पैसों को लेकर कोई विवाद चल रहा है तो वह दूर होगा लेकिन इसके कारण मानसिक परेशान होने से बचें. जीवनसाथी से झल्लाहट भरे व्यवहार के साथ पेश आने से बचें.

12.मीन-

आपकी राशि में गुरु 10 वें और प्रथम भाव के स्वामी हैं. मकर में गुरु के गोचर के समय यह आपकी राशि के 11 वें भाव में रहेगा.ख़ुद को उत्साही बनाए रखें.परोपकार और सामाजिक कार्य आपको आकर्षित करेंगे.अगर आप ऐसे अच्छे कामों में थोड़ा समय लगाएँ, तो काफ़ी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.हर तरह से यह लाभकारी संयोग है लेकिन इसके लाभ के लिए आपको सतर्कता के साथ बढना होगा. स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहें,परहेज से रहे.

“दैवज्ञ”डॉ श्रीपति त्रिपाठी

ज्योतिर्विद

संपर्क सूत्र न.-

9430669031

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