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Jyeshtha Purnima 2024 पर क्या करें, क्या न करें, जानें व्रत से जुड़े नियम

Jyeshtha Purnima 2024: ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा 22 जून, 2024 को मनाई जाएगी. वहीं, इस दिन को लेकर कई सारे नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन जरूर करना चाहिए, तो आइए उन्हें जानते हैं.

Jyeshtha Purnima 2024: ज्येष्ठ पूर्णिमा वर्ष का एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्यौहार है जो ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस वर्ष यह तिथि 22 जून, 2024 को पड़ रही है.

ज्येष्ठ पूर्णिमा का महत्व

भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा: ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन उनकी पूजा करने से धन, समृद्धि, और वैभव की प्राप्ति होती है.

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मोक्ष की प्राप्ति: ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान पुण्य करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.


पापों का नाश: इस दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से पापों का नाश होता है.


मनोकामना पूर्ति: ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

ज्येष्ठ पूर्णिमा की पूजा विधि

प्रातःकाल उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें.

घर में एक स्वच्छ स्थान पर वेदी स्थापित करें. वेदी पर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र रखें.

दीपक जलाएं और धूप जलाकर आरती करें.

भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को फल, फूल, मिठाई और अन्य भोग अर्पित करें.

गंगाजल से वेदी और मूर्तियों को शुद्ध करें.

विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें या “ॐ नमो नारायणाय” मंत्र का जाप करें.
“ॐ श्री महालक्ष्मीये नमः” मंत्र का जाप करें.

ध्यान: कुछ समय के लिए ध्यान करें और भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी से अपनी मनोकामना प्रकट करें.

दान: दान करने से पुण्य प्राप्त होता है. आप अपनी क्षमता अनुसार दान कर सकते हैं.

ज्येष्ठ पूर्णिमा के व्रत नियम

इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना चाहिए.


व्रत के दौरान केवल सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए.


शाम को सूर्यास्त के बाद व्रत का पारण करना चाहिए.


व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें ये कार्य

भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करें.
भगवान शिव की पूजा करें.
चंद्रमा की पूजा करें.
गंगा स्नान करें.
दान पुण्य करें.
ध्यान करें.

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर न करें ये कार्य

तामसिक चीजों का सेवन न करें.
बाल और नाखून न काटें.
जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद न करें.
जुए में शामिल न हों.
मां का अपमान न करें.

जन्मकुंडली से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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