Kajari Teej 2023: आज है कजरी तीज का व्रत, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, सामग्री और पूरी जानकारी

Kajari Teej 2023: कजरी तीज को कजलिया तीज और सातुड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है. कजरी तीज में सुहागिनें शिव-शक्ति की पूजा कर नीमड़ी माता की आराधना करती हैं. आइए जानते है कजरी तीज व्रत पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, सामग्री और महत्व

By Radheshyam Kushwaha | September 2, 2023 6:11 AM
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Kajari Teej 2023 Kab Hai: भाद्रपद मास की शुरुआत हो चुकी है. 2 सितंबर 2023 दिन शनिवार यानि कल भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है. भाद्रपद तृतीया तिथि का कजरी तीज का व्रत रखा जाता है. इस साल कजरी तीज 2 सितंबर 2023 दिन शनिवार यानि कल है. ये साल की सबसे बड़ी तीज में से एक है. सुहागिनें इस दिन व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु के लिए और संतान की खुशहाली के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती है. इस कजरी तीज को कजलिया तीज और सातुड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है. कजरी तीज में सुहागिनें शिव-शक्ति की पूजा कर नीमड़ी माता की आराधना करती हैं. उत्तर भारतीय राज्यों, विशेषकर मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, में महिलाओं तीज उत्सव बहुत धूमधाम से मनाती हैं. कजरी तीज पर घर में झूले डाले जाते हैं और महिलाएं एक साथ मिलकर नाचती-गाती हैं. इस दिन कजरी गीत गाए जाते हैं. आइए जानते है ज्योतिष अनुसंधान केंद्र लखनऊ के संस्थापक वेद प्रकाश शास्त्री से पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, सामग्री और पूरी जानकारी…

Kajari Teej 2023 Shubh Muhurat: कजरी तीज व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 01 सितंबर 2023 की रात 11 बजकर 50 मिनट पर हो रही है. अगले दिन 02 सितंबर 2023 की रात 08 बजकर 49 मिनट पर यह तिथि समाप्त होगी. उदया तिथि के अनुसार इस साल कजरी तीज 2 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी. कजरी तीज 2023 पूजा मुहूर्त -कजरी तीज के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 57 मिनट से सुबह 9 बजकर 31 मिनट तक है. वहीं रात को पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 9 बजकर 45 मिनट से रात को 11 बजकर 12 मिनट तक है.

Kajari Teej 2023 Puja Muhurat: कजरी तीज 2023 पूजा मुहूर्त

  • कजरी तीज के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 57 मिनट से सुबह 9 बजकर 31 मिनट तक है.

  • रात को पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 9 बजकर 45 मिनट से रात को 11 बजकर 12 मिनट तक है.

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Kajari Teej Puja Vidhi: कजरी तीज पूजा विधि

इस दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें. इसके बाद शुभ मुहूर्त में पूजन से पहले मिट्टी या गोबर से दीवार के सहारे एक तालाब जैसी आकृति बनाएं. उसके पास नीम की टहनी को रोप दें. इसके बाद पूजा की चौकी पर शंकर-पार्वती, तीज माता की तस्वीर स्थापित करें. फिर सत्तू का भोग लगाएं. नीमड़ी माता की पूजा करें. उन्हें चूनरी ओढ़ाएं. नीमड़ी माता के पीछे दीवार पर मेहंदी, रोली और काजल की 13-13 बिंदिया अंगुली से लगाएं. इसके बाद तालाब में दीपक की रोशनी में ककड़ी, नींबू, ककड़ी, नीम की डाली, नाक की नथ, आदि देखें. इसके बाद चंद्रमा को अर्घ्य दें.

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Kajari Teej Puja samagri: कजरी तीज पूजा सामग्री

कजरी तीज की पूजा के लिए शंकर-पार्वती की तस्वीर, नीम की डाली, तीज माता की तस्वीर, पूजा की चौकी, मिट्‌टी, दूध, जल, धूप, सुपारी, नारियल, अक्षत, कलश, दूर्वा, घी, चंदन, गुड़, शहद, पंचामृत, मिश्री, केले के पत्ते, बेलपत्र, कुमकुम, हल्दी, काजल, मेहंदी, रोली, धतूरा, जनेऊ, नाक की नथ, गाय का कच्चा दूध, अबीर, गुलाल, वस्त्र, नींबू, गेंहू, इत्र, फूल, दीपक, इस दिन चने की दाल, शक्कर, घी मिलाकर सातु जरुर बनाएं. इसके बिना पूजा अधूरी है.

कजरी तीज पर कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य

  • कजरी तीज को शाम के समय नीमड़ी माता की पूजा की जाती है.

  • पूजा करने के साथ चांद को अर्घ्य देने का विधान है.

  • चंद्रोदय होने पर एक लोटे में जल के साथ रोली, मोली, अक्षत डालतकर अर्घ्य दें.

  • इसके बाद भोग लगाएं. इसके बाद एक ही जगह खड़े होकर चार बार परिक्रमा कर लें.

  • इसके बाद व्रत खोलने की परंपरा है.

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Kajari Teej 2023 Niyam: कजरी तीज से जुड़ी कुछ परंपराएं

  • कजरी तीज के दिन गेहूं, चने, चावल और सत्तू से विभिन्न तरह के पकवान बनाने का परंपरा है.

  • कजरी तीज के दिन गाय पूजन का विशेष महत्व है.

  • इस दिन गाय को हरी घास खिलाने के साथ आटा की सात लोई बना लें और उसमें घी और गुड़ लगाकर गाय को खिलाना चाहिए.

  • कजरी तीज के दिन सुहागिन और कुवांरी कन्याएं एकत्र होकर कजरी गीत गाती हैं.

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