कामदा एकादशी आज,पढ़ें एकादशी की संपूर्ण आरती

इस साल 2020 की कामदा एकादशी kamada ekadashi 2020 आज 4 अप्रैल दिन शनिवार को है. कामदा एकादशी को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. कामदा एकादशी आज,पढ़ें एकादशी की संपूर्ण आरती

By ThakurShaktilochan Sandilya | April 4, 2020 6:14 AM

इस साल 2020 की कामदा एकादशी kamada ekadashi 2020 आज 4 अप्रैल दिन शनिवार को है. कामदा एकादशी को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. कामदा एकादशी आज,पढ़ें एकादशी की संपूर्ण आरती…

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एकादशी की आरती :

ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता ।

विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी ।

गण गौरव की देनी माता, शास्त्रों में वरनी ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना, विश्वतारनी जन्मी।

शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा, मुक्तिदाता बन आई।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

पौष के कृष्णपक्ष की, सफला नामक है,

शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा, आनन्द अधिक रहै ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

नाम षटतिला माघ मास में, कृष्णपक्ष आवै।

शुक्लपक्ष में जया, कहावै, विजय सदा पावै ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

विजया फागुन कृष्णपक्ष में शुक्ला आमलकी,

पापमोचनी कृष्ण पक्ष में, चैत्र महाबलि की ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

चैत्र शुक्ल में नाम कामदा, धन देने वाली,

नाम बरुथिनी कृष्णपक्ष में, वैसाख माह वाली ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

शुक्ल पक्ष में होय मोहिनी अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी,

नाम निर्जला सब सुख करनी, शुक्लपक्ष रखी।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

योगिनी नाम आषाढ में जानों, कृष्णपक्ष करनी।

देवशयनी नाम कहायो, शुक्लपक्ष धरनी ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

कामिका श्रावण मास में आवै, कृष्णपक्ष कहिए।

श्रावण शुक्ला होय पवित्रा आनन्द से रहिए।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की, परिवर्तिनी शुक्ला।

इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में, व्रत से भवसागर निकला।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में, आप हरनहारी।

रमा मास कार्तिक में आवै, सुखदायक भारी ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

देवोत्थानी शुक्लपक्ष की, दुखनाशक मैया।

पावन मास में करूं विनती पार करो नैया ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

परमा कृष्णपक्ष में होती, जन मंगल करनी।।

शुक्ल मास में होय पद्मिनी दुख दारिद्र हरनी ।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

जो कोई आरती एकादशी की, भक्ति सहित गावै।

जन गुरदिता स्वर्ग का वासा, निश्चय वह पावै।।

” ॐ जय एकादशी माता.. “

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