Mangal Gochar September 2021: वर्तमान समय में मंगल ग्रह का गोचर सिंह राशि में है. मंगल ग्रह 6 सितंबर से कन्या राशि में गोचर करेंगे और अगले 45 दिनों तक रहेंगे. इस तरह पूरे सितम्बर महीने में मंगल का गोचर कन्या राशि में रहेगा. जानकारी के लिए बता दें की मंगल ग्रह अस्त भी चल रहे है, जो की 21 नवम्बर को उदय होंगे. कन्या राशि में गोचर कर रहे मंगल पर राहु की दृष्टि रहेगी, जिस से अंगारक योग बनेगा.
ज्योतिष अनुसार मंगल साहस, भाई बंधु, रोग, ऋण, शत्रुता का कारक है. इस नाते जिनकी भी जन्म कुंडली में अंगारक योग, मंगल अस्त या नीच राशी का है, उनको मंगल के कन्या राशी गोचर दौरान क्रोध की वजह से नुकसान, मित्र और रिश्तेदारों से झगड़े, चाचे के परिवार या भाई से परेशानी, तेजधार चीजों से नुकसान का भय, बहस और झगड़े में पराजय का भय रहेगा.
लेकिन ज्योतिष का महत्वपूर्ण सूत्र समझ लीजिए कि कोई भी ग्रह जिस भाव में गोचर करता है. वहां, सिर्फ भाव की प्रकृति, भावेश से मित्रता या शत्रुता संबंध को देख कर और अपने कारक तत्वों के अनुसार फल देता है. मंगल का गोचर चंद्र कुण्डली के 1, 3, 5, 6, 8, 10, 11वे भाव में शुभता देता है, जबकि अन्य भाव में मंगल का गोचर कष्टकारी होता है.
मंगल अपनी दशा या गोचर में शुभ फल दे रहा हो तो शुभ प्रभाव के रूप में जमीन और भाई बंधुओं के सुख की प्राप्ति, शत्रु पर विजय, पुत्र संतान से सुख और नौकरी में तरक्की की प्राप्ति होती है, जबकि मंगल के अशुभ प्रभाव के रूप में झगड़े में पराजय, भाई बंधुओं से कष्ट, चोट और दुर्घटना से शारीरिक कष्ट, नौकरी में अपमान और आर्थिक हानि होती है.
इस नाते जिन को भी मंगल के अशुभ फल मिल रहे हो उनको मंगल के दुष्प्रभाव दूर करने के लिए मंगलवार के दिन लाल मसूर, शहद, लाल वस्त्र, सिंदूर, अनार, टमाटर, मीठी वस्तुओं के दान या जल प्रवाह के उपाये करने चाहिए.
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संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
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Posted by: Radheshyam Kushwaha