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Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : चंद्रमा को अर्घ्य देने का आशय
चंद्रमा को मिट्टी के पात्र के शीतल जल द्वारा अर्घ्य देने का आशय जहां से शीतलता मिले, रोशनी मिले, उसके प्रति संवेदना की आर्द्रता प्रदान करने से लेना चाहिए.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ आरती
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।। ओम जय करवा मैया।
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी।।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे।
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ पूजा का मुहूर्त
]Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ के पूजन थाली में करें ये चीजें शामिल
करवा चौथ के पूजन थाली में करें ये चीजें शामिल- चंदन, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मिठाई, गंगाजल, कुमकुम, अक्षत (चावल), मेहंदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन, दीपक, रुई, कपूर, गेहूं, शक्कर का बूरा, हल्दी, पानी का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, चलनी, आठ पूरियों की अठावरी, हलवा, दक्षिणा (दान) के लिए पैसे, इत्यादि.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : इन नियमों का करें पालन
धार्मिक मान्यता के अनुसार, करवा चौथ के पूजा करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है. सबसे पहले व्रत के दिन पूजा वाले स्थान को साफ करें और सजाएं. फिर उसके बाद पूजा स्थान पर भगवान शिव, पार्वती और गणेश की प्रतिमा स्थापित करें. इसके साथ ही पूजा स्थान पर दीया जलाएं. देवताओं को जल, फूल और फल अर्पित करें. पूजा करते समय करवा चौथ कथा का जाप करें, उसके बाद देवी-देवताओं की आरती करें. इसके बाद देवताओं को सिन्दूर और कुमकुम चढ़ाएं और अंत में करवा अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए प्रार्थना करें.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
करवा चौथ की तिथि कल रात 9 बजकर 30 मिनट से शुरू हो गई है आज चंद्र दर्शन के बाद रात 9 बजकर 10 मिनट पर समाप्त हो जाएगी.
पूजा का शुभ समय 1 नवंबर शाम 5 बजकर 54 मिनट से लेकर 7 बजकर 02 मिनट तक रहेगा.
चंद्रोदय का समय 1 नवंबर रात 8 बजकर 26 मिनट पर रहेगा.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live: करवा चौथ पर करें आरती
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया.. ओम जय करवा मैया.
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी.
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती.
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे.
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे.
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ पर इन नियमों का पालन करें
करवा चौथ के पूजा करते समय सबसे पहले पूजा वाले स्थान को साफ करें और सजाएं. पूजा स्थान पर भगवान शिव, पार्वती और गणेश की प्रतिमा स्थापित करें. पूजा स्थान पर दीया जलाएं. देवताओं को जल, फूल और फल अर्पित करें. पूजा करते समय करवा चौथ कथा का जाप करें, उसके बाद देवी-देवताओं की आरती करें. इसके बाद देवताओं को सिन्दूर और कुमकुम चढ़ाएं और अंत में करवा अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए प्रार्थना करें.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ मंत्र
ॐ इमं देवा असपत्न सुवध्वं महते क्षत्राय महते
ज्यैष्ठयाय महते जानराज्यायेनद्रस्येन्द्रियाय।
इमममुष्य पुत्रममुष्यै पुत्रमस्यै विश
एष वोमी राजा सोमोस्मांक ब्राह्मणाना राजा।।
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ के पूजन थाली में करें ये चीजें शामिल
चंदन
शहद
अगरबत्ती
पुष्प
कच्चा दूध
शक्कर
शुद्ध घी
दही
मिठाई
गंगाजल
कुमकुम
अक्षत (चावल)
मेहंदी
महावर
कंघा
बिंदी
चुनरी
चूड़ी
बिछुआ
मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन
दीपक
रुई
कपूर
गेहूं
शक्कर का बूरा
हल्दी
पानी का लोटा
गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी
लकड़ी का आसन
चलनी
आठ पूरियों की अठावरी
हलवा
दक्षिणा (दान) के लिए पैसे, इत्यादि.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ 2023 चांद कब निकलेगा ?
इस साल करवा चौथ की पूजा का समय 1 नवंबर 2023 को, शाम 05.36 से शाम 06.54 तक है. व्रती को पूजा के लिए 1 घंटे 18 मिनट का समय मिलेगा. करवा चौथ का चांद रात 08.15 मिनट पर निकलेगा.
चंद्रमा को अर्घ्य देने का आशय
चंद्रमा को मिट्टी के पात्र के शीतल जल द्वारा अर्घ्य देने का आशय जहां से शीतलता मिले, रोशनी मिले, उसके प्रति संवेदना की आर्द्रता प्रदान करने से लेना चाहिए.
आजीवन बंधने का भी नाम है करवा
हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि संकष्ट-चतुर्थी तथा शुक्लपक्ष की चतुर्थी विनायक-चतुर्थी मानी गयी है. यह दिन बुद्धि, विवेक और ज्ञान के देवता भगवान गणेश के लिए निर्धारित है. जीवन में चारों दिशाओं में यश के लिए बुद्धि-विवेक और ज्ञान की जरूरत होती है. इससे तमाम समस्याओं से पार पाया जा सकता है. इस दिन करवा से चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है. करवा मिट्टी का टोटीदार लोटा होता है. करवा का अर्थ बंधने से भी है. जहाज में कोनिया लगता है, उसे भी करवा कहते हैं. इस प्रकार करवा जिंदगी के जहाज में आजीवन-बंधने से ही होता है.
करवा थाल की डिमांड :
बाजार में करवा थाल, चलनी, लोटा जैसी जरूरी सामग्री बिक रही हैं. मिट्टी, पीतल, चीनी का करवा खास है. इसके अलावा करवा सेट, सजी थाली, सजी चलनी आदि को काफी पसंद किया जा रहा है. एक पूजा दुकान के संचालक ने बताया कि करवा सेट की रेंज 250-550 रुपये के बीच है. वहीं मिट्टी का प्लेन करवा 20-40 रुपये, मिट्टी का सजा करवा 50-125 रुपये, पीतल का करवा 250-550 रुपये, मीना कारीगरी वाला पीतल का करवा 300-700 रुपये, चलनी 50-150 रुपये, चीनी का करवा 20-30 रुपये की रेंज में उपलब्ध है. मिट्टी का करवा स्थानीय है, वहीं सजा हुआ करवा व सेट थाल दिल्ली से मंगाये गये हैं.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live :सामग्रियों का है विशेष महत्व
करवा चौथ व्रत पूजन के लिए इन सामग्रियों का है विशेष महत्व
1. करवा: मिट्टी के करवे में पंचतत्व में विशेष तौर पर वायु और जल सम्मिश्रण रहता है. यह मन को नियंत्रित करने का भौतिक अनुक्रम बनाता है.
2. दीपक: जिस प्रकार दीपक की ज्योति वातावरण को आलोकित करती है, उसी प्रकार से हमारे जीवन में भी प्रेम स्नेह और सामंजस्य का प्रकाश विद्यमान रहे.
3. छलनी: चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद छलनी या छिद्र पात्र का उपयोग किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि चंद्रमा की सीधी रोशनी या सीधी किरणें सौभाग्यवती स्त्री पर न पड़ें.
4. कुमकुम: सौभाग्य सामग्री का विशेष उपकरण है. यह शरीर को प्राकृतिक आंतरिक सुंदरता प्रदान करके चेहरे पर चमक देता है.
5. अबीर: पुष्पा के चूर्ण से निर्मित श्वेत रंग का यह परिवार में प्रसन्नता को व्याप्त करने की दृष्टि से अर्पित किया जाता है.
6. गुलाल: निरंतर मंगलकामनाओं के साथ मांगलिक कार्य परिवार में होता रहे, उस भावना की दृष्टि से इस अर्पित किया जाता है.
7. अक्षत: अक्षत यानी जिसकी क्षति न हुई हो. परमेश्वर से अक्षत की तरह ही अपनी पूजा को क्षतिहीन यानी पूर्ण बनाने की प्रार्थना करते हैं.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live :भगवान चंद्रमा वैदिक मंत्र
ॐ इमं देवा असपत्न सुवध्वं महते क्षत्राय महते
ज्यैष्ठयाय महते जानराज्यायेनद्रस्येन्द्रियाय।
इमममुष्य पुत्रममुष्यै पुत्रमस्यै विश
एष वोमी राजा सोमोस्मांक ब्राह्मणाना राजा।।
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ पूजा विधि
आप इस दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें, स्नान करने के बाद मंदिर की साफ- सफाई पूजा कर व्रत का संकल्प लें. फिर शाम में सबसे पहले भगवान गणेश का स्मरण करते हुए चंद्रमा और करवा माता की पूजा करें. करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है. पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ की कथा पढ़े. चंद्रमा को अर्घ्य दें छलनी से पहले चंद्रमा को देखें फिर पति को देखें और पति द्वारा पानी पी कर व्रत पूरा करें.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live :करवा चौथ का व्रत 1 नंवबर
इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नंवबर 2023 दिन बुधवार को है. सुहागिन महिलाएं इस दिन सुखी वैवाहिक जीवन के लिए पूरी निष्ठा के साथ दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं. रात में चंद्रमा की पूजा कर पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत का पारण करती हैं.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : कहां-कहां मनाया जाता है करवा चौथ
करवा चौथ का त्योहार भारतवर्ष में भव्य पैमाने पर मनाया जाता है लेकिन खासकर उत्तर भारत, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, में करवा चौथ का अलग और सबसे खूबसूरत रंग देखने को मिलता है.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ में सरगी का महत्व
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के जीवन में बहुत महत्व रखता है, ये व्रत शादीशुदा महिलाओं के दांपत्य जीवन में खुशियां भरता है. इस दिन सास अपनी बहू को सरगी देती है, जिससे सुबह सूर्योदय से पहले खाया जाता है. करवा चौथ के व्रत में सरगी का बहुत महत्व होता है, इसके बिना करवा चौथ का व्रत पूरा नहीं माना जाता है.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ पूजन सामग्री (Karwa Chauth 2023 Samagri)
करवा चौथ के पूजन थाली में करें ये चीजें शामिल- चंदन, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मिठाई, गंगाजल, कुमकुम, अक्षत (चावल), मेहंदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन, दीपक, रुई, कपूर, गेहूं, शक्कर का बूरा, हल्दी, पानी का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, चलनी, आठ पूरियों की अठावरी, हलवा, दक्षिणा (दान) के लिए पैसे, इत्यादि.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ व्रत पूजा का मुहूर्त
करवा चौथ व्रत पूजा का मुहूर्त शाम 05:29 से 06:45 बजे तक रहेगा. करवा चौथ व्रत समय शाम 06:13 से 08:14 तक रहेगा.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ की क्या है मान्यता
मान्यता है कि जो कोई भी सुहागिन स्त्री इस व्रत को करती है उनके पति की उम्र लंबी होती है, उनका गृहस्थ जीवन सुखद होता है, और साथ ही उनके पति को स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर परेशानी नहीं होती है. इसके अलावा कुंवारी कन्याएं भी करवा चौथ के व्रत को करती हैं जिससे उन्हें सुयोग्य या मनचाहे वर की प्राप्ति होती है.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ पूजा सामग्री (Karwa chauth Puja samagri)
करवा चौथ की पूजा के लिए टोटीवाला करवा (मिट्टी या तांबे का ढक्कन वाला करवा), कलश,रोली, कुमकुम, मौली, अक्षत,
पान, व्रत कथा की पुस्तक, दही, शक्कर का बूरा,चंदन, फूल, हल्दी, चावल, मिठाई
देसी घी, इत्र, नारियल, जनेऊ जोड़ा, अबीर, गुलाल, शहद, दक्षिणा, कच्चा दूध.
छलनी, कपूर, गेहूं, बाती (रूई), करवा माता की तस्वीर, दीपक, अगरबत्ती, लकड़ी का आसन, हलुआ, आठ पूरियों की अठावरी.
सरगी - 16 श्रृंगार की सभी समाग्री, ड्रायफ्रूट्स, फल, मिष्ठान
16 श्रृंगार का सामान - कुमकुम, मेहंदी, महावर, सिंदूर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, काजल, बिछुआ,काली पोत
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ की आरती
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया.. ओम जय करवा मैया.
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी.
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती.
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे.
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे.
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे..
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया.
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया..
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ व्रत की मान्यता
पौराणिक मान्यता के अनुसार, करवा चौथ का व्रत रखने की परंपरा की शुरुआत महाभारत काल से हुई थी. सबसे पहले श्रीकृष्ण के कहने पर द्रौपदी ने पांडवों के प्राण की रक्षा के लिए इस व्रत को किया था. कहा जाता है कि, द्रौपदी के व्रत रखने के कारण ही पांडवों के प्राण पर कोई आंच नहीं आई थी. इसलिए कहा जाता है कि, हर सुहागिन स्त्री को अपने पति की रक्षा और लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखना चाहिए. साथ ही इस व्रत को रखने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और आपसी संबंध मधुर होते हैं.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : भव्य पैमाने पर मनाया जाता है करवा चौथ
करवा चौथ का त्यौहार भारतवर्ष में भव्य पैमाने पर मनाया जाता है लेकिन खासकर उत्तर भारत, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, में करवा चौथ का अलग और सबसे खूबसूरत रंग देखने को मिलता है.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ व्रत से संबंधित महत्वपूर्ण नियम
करवा चौथ व्रत के दिन चंद्रमा के दर्शन और पूजा से पहले अन्न और जल ग्रहण नहीं किया जाता है.
सुहागिन महिलाओं के लिए विवाह के बाद 12 या 16 वर्षों तक निरंतर करवा चौथ व्रत करना महत्वपूर्ण माना गया है.
करवा चौथ के दिन महिलाएं दुल्हन की तरह श्रृंगार करती हैं और आभूषण पहनती हैं.
करवा चौथ की पूजा में एक मीठा करवा और एक मिट्टी का करवा अवश्य शामिल करें.
मिट्टी के करवे से ही चंद्रमा को अर्घ्य दें.
इसके बाद भगवान शिव, मां पार्वती, और भगवान गणेश का स्मरण करें और उसके बाद अपने पूरे परिवार के साथ भोजन ग्रहण करें.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ व्रत के दिन महिलाएं सुबह सूर्योदय से पहले ही व्रत प्रारंभ कर देती हैं और रात को चंद्र दर्शन और चंद्र पूजा के बाद ही व्रत खोला जाता है. इस दिन भगवान शिव, मां पार्वती की, और भगवान गणेश की पूजा का विधान बताया गया है. यूँ तो करवा चौथ का यह व्रत विवाह के बाद लगातार 12 या 16 वर्षों तक रहना अनिवार्य होता है हालांकि, यदि आप चाहें तो इसे आजीवन भी रख सकती हैं. पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ सबसे श्रेष्ठ उपवास बताया गया है. करवा चौथ का शुभ व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है. मान्यता है कि जो कोई भी सुहागिन स्त्री इस व्रत को करती है उनके पति की उम्र लंबी होती है, उनका गृहस्थ जीवन सुखद होता है, और साथ ही उनके पति को स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर परेशानी नहीं होती है. इसके अलावा कुंवारी कन्याएं भी करवा चौथ के व्रत को करती हैं जिससे उन्हें सुयोग्य या मनचाहे वर की प्राप्ति होती है.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : Karwa Chauth 2023 Puja Time (करवा चौथ 2023 पूजा मुहूर्त)
करवा चौथ व्रत 1 नवंबर 2023, बुधवार को रखा जाएगा.
करवा चौथ व्रत पूजा का मुहूर्त शाम 05:29 से 06:45 बजे तक रहेगा.
करवा चौथ व्रत समय शाम 06:13 से 08:14 तक रहेगा.
करवा चौथ के दिन चन्द्रोदय रात 08:14 पर होगा.
चतुर्थी तिथि का प्रारम्भ 31 अक्टूबर 2023 को रात 09:30 बजे होगा.
चतुर्थी तिथि की समाप्ति 01 नवंबर 2023 को रात 09:19 बजे होगी.
Karwa Chauth 2023 Puja Vidhi, Time Live : करवा चौथ 2023 चांद कब निकलेगा ?
इस साल करवा चौथ की पूजा का समय 1 नवंबर 2023 को, शाम 05.36 से शाम 06.54 तक है. व्रती को पूजा के लिए 1 घंटे 18 मिनट का समय मिलेगा. करवा चौथ का चांद रात 08.15 मिनट पर निकलेगा.