Loading election data...

Karwa Chauth 2024 Shubh Muhurat: इस दिन करवा चौथ, केवल इतनी देर का है पूजा मुहूर्त

Karwa Chauth 2024 Shubh Muhurat: सनातन धर्म में सुहागिनों द्वारा मनाए जाने वाले करवा चौथ का व्रत अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह विशेष रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा किया जाता है. इस दिन पति की लंबी उम्र के लिए निर्जल व्रत रखा जाता है. शाम को चंद्रमा के उदय होने पर चंद्रमा के दर्शन करके व्रत का पारण किया जाता है.

By Shaurya Punj | October 14, 2024 10:38 AM
an image

Karwa Chauth 2024: हिंदू धर्म में करवा चौथ का पर्व अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. यह व्रत विवाहित स्त्रियों द्वारा अपने पतियों की लंबी उम्र और सुखद दांपत्य जीवन की कामना के लिए किया जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पतियों के स्वास्थ्य, खुशहाल जीवन और दीर्घकालिकता के लिए प्रार्थना करते हुए निर्जला उपवास रखती हैं. यह व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के पश्चात समाप्त होता है.

करवा चौथ पूजा मुहूर्त 2024

इस वर्ष करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 46 मिनट से आरंभ होगा, जो शाम 7 बजकर 2 मिनट तक चलेगा. इस प्रकार, उस दिन व्रती महिलाओं को पूजा के लिए केवल 1 घंटा 16 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा.

Bhaum Pradosh Vrat 2024: इस दिन रखा जाएगा भौम प्रदोष व्रत, मिलता है ये लाभ

करवा चौथ में चंद्रोदय का समय कब है ?

करवा चौथ के दिन चंद्रमा का उदय शाम 07 बजकर 54 मिनट पर होगा. विभिन्न शहरों में चंद्रमा के उदय का समय भिन्न हो सकता है.

करवा चौथ पूजा सामग्री

मिट्टी या तांबे का करवा और उसका ढक्कन, पान, सींक, कलश, अक्षत, चंदन, फल, पीली मिट्टी, फूल, हल्दी, लकड़ी का आसन, देसी घी, कच्चा दूध, दही, शहद, शक्कर का बूरा, रोली, मौली, मिठाई, चलनी आदि.

करवा चौथ पूजा विधि

ब्रह्म मुहूर्त में जागकर स्नान करें.
मंदिर और घर की सफाई करें.
सभी देवी-देवताओं की विधि अनुसार पूजा करें.
करवा चौथ का व्रत रखने का संकल्प लें.
संध्या के समय शुभ मुहूर्त में करवा चौथ की कथा का पाठ करें.
इसके बाद चंद्रमा की पूजा करें.
चंद्र दर्शन के बाद अर्घ्य अर्पित करें.
पति को छलनी से देखकर आरती करें.
अंत में पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत का पारण किया जाता है.

Exit mobile version