ग्रहों के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए उनसे जुड़ी धातुओं का प्रयोग भी किया जा सकता है. इन प्रयोगों से पहले कुंडली का विश्लेषण जरूरी है कि आपको कौन-सा ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा है.
अगर आपकी कुंडली में ग्रहों के राजा सूर्य की दशा सही नहीं चल रही है या फिर सूर्य का प्रतिकूल प्रभाव आपकी जिंदगी पर चल रहा है तो रात को सोने से पहले पलंग के नीचे तांबे के बर्तन में पानी रखें और तकिए के नीचे लाल चंदन रख दें. फिर सुबह उठकर उस पानी को पिएं. ऐसा करने से सूर्य का शुभ दशा आपके जीवन पर पड़ेगी और उच्च क्षेत्र में आपका प्रभुत्व बढ़ेगा….
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, कुंडली में शुक्र का सौम्य ग्रह माना गया है और यह भौतिक सुख-सुविधा, आभूषण, ऐशवर्य, सौंदर्य प्रेम आदि का कारक ग्रह माना जाता है. अगर आपकी कुंडली में शुक्र की दशा सही नहीं चल रही है और शुक्र अशुभ फल दे रहा है तो यह सभी चीजें प्रभावित होती हैं. इसके लिए आप तकिए के नीचे चांदी की मछली तकिए के नीचे रखें और पलंग के नीचे चांदी के बर्तन में पानी भरकर रख दें. ऐसा करने से शुक्र के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिल सकती है….
ज्योतिष में चंद्रमा को ऐशवर्य, सुख, व्यवसाय, मानसिक शांति आदि का कारक ग्रह माना गया है और इसके अशुभ प्रभाव से ये सभी चीजें प्रभावित होती हैं. अगर आपकी कुंडली में चंद्रदेव की दशा सही नहीं चल रही या फिर उनका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है तो पलंग के नीचे चांदी के बर्तन में पानी रखें और तकिए के नीचे चांदी की अंगूठी या फिर कोई अन्य आभूषण रख दें. ऐसा करने से कुछ दिनों के अंदर आपकी सेहत में सुधार आएगा और धीरे-धीरे आपकी जिंदगी में आने वाली परेशानियां भी खत्म होना शुरू हो जाएंगी.
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, ग्रहों के सेनापति मंगल ऊर्जा, योद्धा, साहस, निडर आदि के कारक ग्रह हैं. अगर कुंडली में मंगल की दशा स्थिति सही नहीं है तो शत्रुओं का भय बना रहता है और उनके द्वारा बने बनाए काम भी बिगड़ जाता है इसलिए मंगल दोष दूर करने के लिए पलंग के नीचे कांसे के बर्तन में पानी भरकर रख दें और तकिए के नीचे सोने का कोई आभूषण रख दें. ऐसा करने से मंगल के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलेगी और मंगल दोष भी खत्म होगा.
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, ग्रहों के राजकुमार बुध को विज्ञान, व्यापार, संचार, अनुसंधान आदि का कारक ग्रह माना गया है. अगर कुंडली में बुध की स्थिति सही नहीं होती है तो ये सभी चीजें प्रभावित होती हैं. किसी न किसी रूप में इनका अशुभ प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है. इसके लिए तकिए के नीचे सोने का कोई भी आभूषण जैसे अंगूठी, बाली या कंगन रखकर इनसे लाभ प्राप्त किया जा सकता है और बुध के प्रतिकूल प्रभाव को कम कर सकते हैं.
ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि देवताओं के गुरु बृहस्पति देव को भाग्य और प्रचुरता आदि के कारक ग्रह माने गए हैं. कुंडली में अगर गुरु शुभ स्थिति में है तो भाग्य हमेशा साथ देता है और जीवन के हर क्षेत्र में उससे सफलता मिलती है लेकिन अगर गुरु शुभ फल नहीं दे रहे हैं तो कई काम में परेशानी ही हाथ लगती है इसके लिए तकिया के नीचे हल्दी की गांठों को पीले कपड़े में बांधकर तकिए के नीचे रख दें. ऐसा करने से गुरु बृहस्पति शुभ फल देते हैं और नौकरी, व्यापार व कारोबार में उन्नति होती है.
न्याय के देवता शनि अगर कुंडली में शुभ स्थिति में नहीं हैं तो ढैय्या या साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव व्यक्ति पर पड़ता है और अगर शुभ स्थिति में हैं तो जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती है और शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. अगर आप शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव से पीड़ित हैं और शनिदोष को खत्म करना चाहते हैं तो पलंग के नीचे लोहे के बर्तन में पानी भरकर रख दें और सुबह उसको पी लें साथ ही तकिए के नीचे लोहे का छल्ला या फिर नीलम रख दें. ऐसा करने से कुंडली में शनि की स्थिति शुभ रहेगी और ढैय्या और साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव भी कम होगा.
संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष एवं रत्न विशेष
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