Kharmas 2024 End Date: सूर्य गोचर के साथ खरमास होगा समाप्त, फिर शुरू होंगे मांगलिक कार्य, जानें अप्रैल में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त
Kharmas 2024 End Date: खरमास में सभी तरह के मांगलिक कार्य निषिद्ध या वर्जित हैं. खरमास में मांगलिक कार्यों में उपनयन-नये कार्यों का ग्रहप्रवेश, वधूप्रवेश आदि कार्य वर्जित हैं. खरमास समाप्त होते ही सभी तरह के मांगलिक कार्य और धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे.
Kharmas 2024 End Date: सूर्य देव 13 अप्रैल को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य देव के मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगी. सूर्यदेव 13 अप्रैल की रात 08 बजकर 51 मिनट पर मेष राशि में गोचर करेंगे. ऐसे में खरमास के खत्म होते ही एक महीने से बंद पड़े सभी तरह के धार्मिक अनुष्ठान गृह प्रवेश, विवाह, मुंडन, सगाई और अन्य तरह के सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे. खरमास के समाप्त होते ही शादी-ब्याह का मौसम शुरू हो जाएगा.
कब से शुरू होंगे मंगल कार्य?
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को विशेष स्थान प्राप्त है. सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है. सूर्य देव के शुभ होने पर व्यक्ति को खूब मान-सम्मान मिलता है और धन-लाभ होता है. सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होना तय है. क्योंकि मेष राशि के स्वामी मंगल और सूर्य के साथ मित्रता का भाव है, इसके साथ ही सूर्य की उच्च राशि मेष राशि है. सूर्यदेव 14 अप्रैल से लेकर 15 मई तक अपनी उच्च राशि मेष राशि में विराजमान रहेंगे. इस बीच सगाई, उपनयन संस्कार, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य की शुरुआत हो जाएगी.
अप्रैल 2024 में कब से है विवाह का शुभ मुहूर्त?
अप्रैल में विवाह के लिए 10 दिन मिल रहे हैं, जो कि- 18, 19, 20, 21, 22, 23,24, 25, 26, 28 तारीख विवाह के लिए शुभ हैं. लेकिन 18 ,26 और 27 तारीख विवाह के लिए अति शुभ मुहूर्त हैं.
क्यों नहीं होते खरमास में शुभ कार्य?
फिलहाल खरमास चल रहा है. इस दौरान सभी प्रकार के मांगलिक कार्य और धार्मिक अनुष्ठान करने की मनाही होती है. हर बार खरमास करीब 30 दिनों तक रहता है. इस अवधि के दौरान गृह प्रवेश, नए वाहन-भूमि खरीदना, विवाह, मुंडन, जनेऊ संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, नए काम की शुरुआत आदि कार्य नहीं किए जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्यदेव के धनु और मीन राशि में प्रवेश करने पर खरमास लगता है. धनु और मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति का शुभ प्रभाव कम हो जाता है. इसी कारण इस दौरान सभी शुभ कार्यों पर रोक लगा दी जाती है.
खरमास के दौरान कौन कौन से काम नहीं करने चाहिए ?
1) खरमास महीने के दौरान सभी तरह के मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है.
2) इस दौरान विवाह जैसे शुभ काम करने की भी मनाही होती है.
3) खरमास के दिनों में मुंडन, गृह प्रवेश और सगाई आदि करना भी वर्जित होता है.
4) खरमास के दौरान नए कपड़े, संपत्ति या गाड़ी आदि खरीदने के लिए भी मना किया जाता है.
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